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आने वाले समय में सड़क के साथ-साथ हवा में भी कारें उड़ने लगेंगी। फ्लाइंग कार बनाने वाली कंपनी पाल वी ने गुजरात सरकार के साथ करार किया है। इस कार में तीन पहिए होंगे लेकिन इसमें बैठने वाले लोगों की संख्या केवल दो होगी। इसके भारत में जल्द ही अपना उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है।
फ्लाइंग लाइसेंस की आवश्यकता
फ्लाइंग कार चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ फ्लाइंग लाइसेंस लेना भी जरूरी होगा। कार निर्माता पाल वी का कहना है कि इस कार को चलाने के लिए दोनों तरह के लाइसेंस अनिवार्य होने चाहिए। इस कार को हवा में भी उड़ाया जा सकता है, इसलिए फ्लाइंग लाइसेंस लेना भी आवश्यक है।
भारत में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा
कार निर्माता पाल वी एक डच कंपनी है और उसने गुजरात सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। माना जा रहा है कि इस कार का उत्पादन भारत में जल्द हो सकता है। यह कार गुजरात में बनाई जाएगी और वहां से यूरोपीय देशों में निर्यात की जाएगी। इसका उत्पादन 2021 तक शुरू होने की उम्मीद है।
उड़ान कार की अधिकतम गति 180 किमी
इस कार को यूरोप में उड़ान भरने की मंजूरी दी गई है। इसे पहले यूरोप के नीदरलैंड में सफलतापूर्वक संचालित किया जाएगा। सड़क पर इस कार की अधिकतम गति 160 किलोमीटर होगी और हवा में अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
कार की कीमत चार करोड़ रुपये से अधिक
पाल वी फ्लाइंग कार के लिबर्टी लिमिटेड संस्करण का पहला वाहन पायनियर के नाम से बेचा जाएगा। इस कार की कीमत 4.46 करोड़ रुपये होगी और यह कीमत बिना टैक्स वाली टू-सीटर कार के लिए भी होगी।