अगर आप रोजाना Google Chrome पर ब्राउज़ करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। Google Chrome Alert जारी कर भारत सरकार ने CERT-In के माध्यम से चेताया है कि क्रोम ब्राउज़र में एक गंभीर सुरक्षा खामी मिली है। इस बग के कारण हैकर्स आसानी से आपके कंप्यूटर को नियंत्रित कर सकते हैं—बस एक गलत लिंक पर क्लिक करना काफी है। आपका बैंक अकाउंट, पर्सनल फोटो, ऑफिस फाइल्स सब कुछ जोखिम में है। यह समस्या Windows, macOS, और Linux सभी प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे यह हमला काम करता है, किन लोगों को अलर्ट है, और कैसे आप 8 सरल कदमों में अपना सिस्टम सुरक्षित बना सकते हैं।
CERT‑In ने क्यों जारी किया ‘Google Chrome Alert’?
CERT‑In (Indian Computer Emergency Response Team) ने एक high‑severity Chrome vulnerabilities alert जारी किया है। इसमें कहा गया है कि V8 JavaScript Engine और उसकी Profiler subsystem में तकनीकी खामियां जैसे integer overflow और use-after-free मौजूद हैं, जो क्लासिक एक्सप्लॉइट गेटवे हैं। इन बग्स से हैकर्स आपके कंप्यूटर में malware, ransomware, या Remote code execution जैसी चीजें घुसा सकते हैं। इस खतरे का सामना करने वाला कोई भी उपयोगकर्ता—Windows, macOS या Linux प्लेटफॉर्म पर हो—सुखी नहीं रहेगा, जब तक डाउनग्रेडेड Chrome संस्करण चला रहा हो।
Chrome बग कैसे होता है और आपकी प्रणाली कैसे प्रभावित होती है?
विजुअल बग: Attack chain की शुरुआत अक्सर किसी वेबसाइट या फ़िशिंग लिंक पर क्लिक से होती है।
V8 Exploit: JavaScript कोड से फ्लो एक्टिवेशन होता है।
Profiler Bribe: मूर्खतापूर्ण memory corruption उत्पन्न होती है।
Payload डिलीवरी: हैकर आपका सिस्टम कंट्रोल प्राप्त करता है—फाइल चोरी, स्क्रीन रिकॉर्डिंग, वायरस इंस्टॉल आदि कर सकता है।
यदि आपके ब्राउज़र का वर्जन 137.0.7151.119 या इससे नीचे का है, तो आप जोखिम में हैं। पढ़ते ही उचाट हो जाइए क्योंकि Google Chrome Alert ने इसे सबसे उच्च प्राथमिकता माना है।
अभी क्या करें: Chrome को तुरंत अपडेट करें
Chrome ओपन करें।
ऊपरी-दाएं कॉर्नर में तीन डॉट्स क्लिक करें।
Settings > About Chrome पर जाएं।
Chrome अपने आप update की जांच करेगा और नया वर्ज़न डाउनलोड करेगा।
डाउनलोड होते ही Restart Chrome दबाएं।
अब आपका Chrome वर्जन 137.0.7151.119+ होना चाहिए।
इस अपडेट से आपका ब्राउज़र तुरंत सुरक्षित हो जाएगा, और Google Chrome Alert की वजह से ओपन गेटवे बंद हो जाएगा।
ऑटो-अपडेट को कैसे एक्टिव रखें
Windows: Chrome → Settings → Updates → “Automatically update Chrome” चालू करें।
macOS/Linux: System update या browser package manager के जरिए ऑटो-अपडेट ऑन करें।
इससे भविष्य में Chrome अपडेट स्वतः हो जाएगा, और बार-बार आपकी जागरूकता की जरूरत नहीं पड़ेगी।
रिवर्स सलाह और लिंक सुरक्षा
नो-स्करीप्ट एक्सटेंशन (NoScript) या ScriptBlock लगाएं।
केवल विश्वसनीय वेबसाइटों से ही डाउनलोड और लिंक ओपन करें।
वैकल्पिक ब्राउज़र जैसे Firefox या Edge पर अस्थाई switch करें जब Chrome update हो रहा हो।
यदि आपका सिस्टम प्रभावित हो गया है तो क्या करें?
Antivirus/Antimalware स्कैन रन करें।
अगर दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर मिला है तो तुरंत isolate करें।
अपने डिवाइस को ब्रॉडबैंड/इंटरनेट से डिस्कनेक्ट करें।
प्रभावित यूज़र अकाउंट हटाएं और नया क्रिएट करें।
बैंक और संवेदी लॉगिन्स की passwords reset करें।
भविष्य के लिए सावधानी: क्या सीखना चाहिए?
सोशल-इंजीनियरिंग लिंक पर क्लिक न करें।
ब्राउज़र extensions नियमित रूप से अपडेट करें।
सप्ताह में एक बार अपनी सिस्टम security audit करें।
जितना जरूरी हो, उतना ही डेटा साझा करें—विस्तृत permissions न दें।
Google Chrome Alert सिर्फ एक चेतावनी नहीं, बल्कि आपका सबसे मजबूत सुरक्षात्मक उपाय भी है। अब 2 मिनट का अपडेट आपको बचा सकता है लाखों रुपए और निजता खोने से। आपके डेटा और सिस्टम की सुरक्षा आपके हाथ में है—तो अभी Chrome अपडेट करें, सुरक्षित रहें!
Image credit: freepik
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