Corona Vaccine for Animals: भारत में अब जानवरों के लिए भी कोरोना वैक्सीन लॉन्च कर दी गई है। ये वैक्सीन पूरी तरह से मेड इन इंडिया है, जिसे हरियाणा स्थित ICAR- नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स (NRC) ने तैयार किया है। इस वैक्सीन का नाम Anocovax रखा गया है। इसकी खास बात ये है कि ये कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट पर भी असरदार है। वैक्सीन के साथ ही जानवरों के लिए एंटीबॉडी डिटेक्शन किट को भी लॉन्च किया गया है।
ICAR ने दावा किया है कि Anocovax जानवरों में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी बनाने में इफेक्टिव साबित हुई है। इस वैक्सीन में कोरोना का डेल्टा एंटीजन और असिस्टेंस के लिए अलहाइड्रोजेल डाला गया है। ये वैक्सीन कुत्तों, लॉयन, चीता, चूहों और खरगोश पर असर कर रही है।
इस वैक्सीन के साथ ही जानवरों में कोरोना के विरुद्ध एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए एक डिटेक्शन किट भी लॉन्च की गई है। CAN-CoV-2 ELISA के नाम से लॉन्च हुई ये किट भी भारत में ही बनाई गई है। ICAR ने दावा है किया है कि अभी तक मार्केट में कोई भी ऐसी एंटीबॉडी डिटेक्शन किट उपलब्ध नहीं है।
वैक्सीन की जरूरत जानवरों के लिए क्यों पड़ी ?
फरवरी 2020 में हॉन्गकॉन्ग में एक डॉग कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। ये दुनिया में किसी जानवर में कोरोना का पहला मामला था। फिर जनवरी 2020 में अमेरिका के सैन डिएगो के एक सफारी पार्क में 8 गोरिल्ले कोरोना से ग्रसित पाए गए थे।
इसके बाद नवंबर 2021 में अमेरिका के ही नेब्रास्का स्थित एक जू में तीन बर्फिले चीतों की कोरोना से मौत की खबर आई थी। दुनियाभर में अब तक शेर, टाइगर्स, मिंक्स, बर्फीले चीते, डॉग्स और पालतू बिल्लियों में कोरोना का संक्रमण मिल चुका है।
वहीं, हमारे भारत की की बात करें तो पिछले साल मई में हैदराबाद के एक जू में 8 एशियाई शेर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। गुजरात में भी डॉग्स, गायों और भैंसों में भी कोरोना संक्रमण मिला था। जून में चेन्नई के एक जू में इंफेक्शन के कारण दो शेरों की मौत हो गई थी।
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के अनुसार, इंसानों से जानवरों में कोरोना का संक्रमण फैल सकता है, लेकिन जानवरों से इंसानों में कोरोना फैलने के अब तक सबूत नहीं मिले हैं।
Anocovax | Corona Vaccine for Animals | NRC | ICAR | Haryana ICAR | CAN-CoV-2 ELISA |