Sri Lanka Crisis – फोटो : ANI |
Sri Lanka crisis: श्रीलंका में बीते तीन महीने से राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल के बीच आंदोलनकारियों ने कल राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के सरकारी आवास पर कब्जा जमा लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जब यहां छानबीन की तो लगभग 39 लाख रुपए (1.78 करोड़ श्रीलंकाई रुपया) कैश राशि मिली। प्रदर्शनकारियों ने ये पूरा पैसा सेना को सौपं दिया है।
श्रीलंका संकट से जुड़े ताजा अपडेट्स…
- गोटबाया राजपक्षे ने 13 जुलाई को सशर्त इस्तीफा देने की घोषणा की। गोटबाया 8 जुलाई के बाद से कोलंबो से गायब हैं।
- श्रीलंका की सरकार में मंत्री हिरेन फर्नांडो और मनुषा ननयकारा ने भी इस्तीफा दे डाला है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजा है।
- श्रीलंका पुलिस ने देश में बिगड़ते हालात के बीच कई प्रान्तों में कर्फ्यू लगाया। चीफ डिफेंस स्टाफ ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
- प्रदर्शनकारियों ने समागी जाना बालवेगया (SJB) के सांसद रजिता सेनारत्ने पर हमला किया।
दूसरी ओर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने के बाद आंदोलनकारी जमकर मौज मस्ती करते नजर आ रहे हैं। कल शनिवार को कुछ लोग राष्ट्रपति के स्विमिंग पूल में गोते खाते तस्वीर सामने आई थी तो वहीं प्रदर्शकारी प्रेसिडेंट चेयर पर बैठकर फोटो खिंचवा रहे हैं।
Some of the cash found in President house pic.twitter.com/JQQ431dUR7
— Mo Abdul (@MoAbdul_27) July 9, 2022
#WWE championship at #SriLankan presidential house by the protesters. #Shrilankacrisis #ShriLankaDebtTrap pic.twitter.com/XadhouSer8
— Jayram Déshpandé (@jaydesh9) July 10, 2022
वहीं कुछ लोग राष्ट्रपति भवन के रॉयल किचन में डिनर करते नजर दिखे। वहीं कई प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के बेड रूम में आराम से लेटकर टीवी पर ही श्रीलंका के हालात की न्यूज देख रहे हैं।
प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के बेड रूम में आराम से लेटकर टीवी पर ही श्रीलंका के हालात की न्यूज देख रहे। फोटाेः सोशल मीडिया। |
#WATCH | Sri Lanka: Protestors remain in and outside the premises of the Presidential Secretariat in Colombo as they hold demonstrations amid sloganeering against the economic crisis
Presidential Secretariat was stormed by a sea of protestors, yesterday pic.twitter.com/y0vIm861RS
— ANI (@ANI) July 10, 2022
भारत ने फिर की मदद
भारत ने एक बार फिर श्रीलंका की सहायता की है। भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले के अनुसार केंद्र सरकार ने भारत की ओर से श्रीलंका की सहायता के लिए 44,000 मीट्रिक टन यूरिया भेजा है। उन्होंने ट्वीटर कर लिखा है – विभिन्न वर्ग, विविध मांगें: एक साथी – भारत
भारत में श्रीलंका से कोई रिफ्यूजी संकट नहीं
इधर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि भारत सरकार हमेशा श्रीलंका का समर्थन करती रही है। फिलहाल जो संकट जारी है उसे लेकर भी सहायता करने की पूरी कोशिश की जा रही है। भारतीय विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत में श्रीलंका की ओर से कोई शरणार्थी संकट फिलहाल नहीं है।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी श्रीलंका के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि बेतहाशा महंगाई और जरूरी चीजों की कमी ने वहां के लोगों के लिए भारी संकट खड़ा कर दिया है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार श्रीलंका की सहायता करना जारी रखेगी। कांग्रेस भी इस संकट के वक्त में लंकाई लोगों के साथ खड़ी रहेगी।
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