US-India Trade Tariff Dispute: अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत पर High Tariffs on US Goods लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत अब अपने टैरिफ में कटौती करना चाहता है।
📌 ट्रम्प के बयान की प्रमुख बातें:
- भारत अमेरिका से 100% से अधिक टैरिफ वसूलता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को भारतीय बाजार में नुकसान होता है।
- 2 अप्रैल से अमेरिका भी भारत पर उतने ही टैरिफ लगाएगा, जितना भारत अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर लगाता है।
- भारत अब अपने टैरिफ में कमी करने को तैयार है, क्योंकि अब अमेरिका ने इस मुद्दे को उजागर कर दिया है।
- अमेरिका को हर देश ने लूटा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
👉 Trump Administration ने US-India Trade War को लेकर सख्त रुख अपनाने की चेतावनी दी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के टैरिफ को लेकर क्या नया दावा किया?
7 मार्च 2025 को Donald Trump ने Oval Office में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि India अपने Tariff को कम करने के लिए राजी हो गया है। ट्रंप ने कहा, “भारत हमसे बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलता है। वहां कुछ भी बेचना आसान नहीं, लेकिन अब वे अपने टैरिफ में बड़ी कटौती करने जा रहे हैं, क्योंकि कोई (अमेरिका) उनकी पोल खोल रहा है।”
ट्रंप ने आगे कहा कि America को दुनिया भर के देशों ने आर्थिक, वित्तीय और व्यापारिक रूप से नुकसान पहुंचाया है, लेकिन अब इसे पूरी तरह रोका जाएगा। उन्होंने दोहराया कि Reciprocal Tariff (आंख के बदले आंख की तर्ज पर टैरिफ) 2 अप्रैल 2025 से लागू होगा, जिसके तहत US उतना ही टैरिफ लगाएगा जितना भारत अमेरिका से आने वाले सामान पर लगाता है।
🌍 अमेरिका-भारत व्यापार विवाद क्यों बढ़ा?
📌 क्या है पूरा मामला?
- भारत कई American Products पर High Import Tariffs लगाता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होता है।
- ट्रम्प ने 5 मार्च को US Congress Joint Session में घोषणा की थी कि अमेरिका अब भारत पर जवाबी टैरिफ लगाएगा।
- भारत को अपनी Trade Policies पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया गया है।
📌 अमेरिका किन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ा सकता है?
- Agricultural Products (कृषि उत्पाद)
- Automobile Imports (ऑटोमोबाइल्स)
- Medical Devices (चिकित्सा उपकरण)
- Technology Products (टेक्नोलॉजी उत्पाद)
👉 इससे अमेरिका-भारत व्यापारिक संबंधों पर असर पड़ सकता है।
🔴 भारत-अमेरिका ट्रेड वॉर: आगे क्या होगा?
📌 भारत को टैरिफ में कटौती करनी होगी?
- भारत को US-India Trade Agreement में संशोधन करना पड़ सकता है।
- India-US Negotiations में व्यापार शुल्कों को लेकर चर्चा होगी।
- भारत को अपनी Import Duty Policies में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं।
📌 क्या भारत को नुकसान होगा?
- अगर अमेरिका Higher Tariffs on Indian Goods लागू करता है, तो भारतीय निर्यातकों को भारी नुकसान हो सकता है।
- Pharmaceuticals, IT Services, और Textile Industry पर असर पड़ सकता है।
- US-India Bilateral Trade Relations में तनाव बढ़ सकता है।
👉 अगर भारत अपने टैरिफ कम करता है, तो दोनों देशों के व्यापारिक संबंध बेहतर हो सकते हैं।
🔥 रूस-यूक्रेन संकट पर ट्रम्प का बयान
📌 ट्रम्प बोले – यूक्रेन से निपटना ज्यादा कठिन!
- ट्रम्प ने कहा कि Russia-Ukraine War की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
- अमेरिका Saudi Arabia में अगले हफ्ते यूक्रेन से बातचीत करेगा।
- Final Peace Agreement के लिए Russia और Ukraine को बोर्ड में शामिल करना जरूरी होगा।
- ट्रम्प के अनुसार, यूक्रेन के पास कोई मजबूत रणनीति नहीं है, जबकि रूस के पास सभी पत्ते हैं।
👉 Russia-Ukraine Conflict को लेकर भी अमेरिका के रुख में बदलाव हो सकता है।
भारत-अमेरिका व्यापार: कौन से प्रोडक्ट्स सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट और इंपोर्ट होते हैं?
📌 भारत अमेरिका को कौन-कौन से प्रोडक्ट्स बेचता है?
भारत हर साल अमेरिका को कई प्रमुख उत्पादों का निर्यात करता है, जिनमें पेट्रोलियम, दवाएं और टेलीकॉम इंस्ट्रूमेंट्स शामिल हैं। यहां टॉप-5 प्रोडक्ट्स और उनके टैरिफ की जानकारी दी गई है:
प्रोडक्ट्स | एक्सपोर्ट वैल्यू (₹ लाख करोड़ में) | टैरिफ |
---|---|---|
पेट्रोलियम | ₹4.31 | 0% – 0.75% |
दवाइयां और फार्मा | ₹1.49 | 0% – 0.75% |
टेलीकॉम इंस्ट्रूमेंट्स | ₹1.46 | 0% |
मोती और महंगे पत्थर | ₹0.99 | 0% |
इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी और इक्विपमेंट्स | ₹0.92 | 0% |
✅ भारत से अमेरिका को भेजे जाने वाले अधिकतर उत्पादों पर टैरिफ कम या शून्य है, जिससे भारतीय कंपनियों को फायदा होता है।
📌 US-India Trade War अब एक बड़े विवाद में बदलता जा रहा है।
📌 ट्रम्प ने साफ कर दिया है कि अमेरिका अब जवाबी टैरिफ लगाने को तैयार है।
📌 भारत को जल्द ही अपने टैरिफ पॉलिसी पर बड़ा फैसला लेना होगा।
📌 अगर दोनों देश समझौते पर नहीं पहुंचे, तो व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।
ट्रम्प का रिकॉर्ड 1 घंटा 44 मिनट का भाषण, 2 अप्रैल से नए टैरिफ लागू
📌 US President Donald Trump ने Joint Session of Congress में रिकॉर्ड 1 घंटा 44 मिनट का भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत “America is Back” के नारे के साथ की और दावा किया कि उन्होंने 43 दिनों में ऐसे फैसले लिए, जो कई सरकारें 4 से 8 साल में नहीं कर पाईं।
📌 भारत अमेरिका से किन प्रोडक्ट्स का सबसे ज्यादा इंपोर्ट करता है?
अमेरिका से भारत ज्यादातर पेट्रोलियम, गोल्ड और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का आयात करता है। इन उत्पादों पर टैरिफ काफी अधिक है।
प्रोडक्ट्स | इंपोर्ट वैल्यू (₹ लाख करोड़ में) | टैरिफ |
---|---|---|
पेट्रोलियम क्रूड | ₹9.51 | 7.5% – 8% |
गोल्ड | ₹4.22 | 20% |
पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स | ₹2.79 | 7.5% – 8% |
इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स | ₹2.33 | 2.5% – 0.5% |
कोयला और कोक | ₹2.10 | 5% से कम |
✅ भारत को अमेरिका से इंपोर्ट करने वाले प्रोडक्ट्स पर अधिक टैरिफ देना पड़ता है, जिससे व्यापार संतुलन प्रभावित होता है।
📌 New Tariff Policy:
- 2 अप्रैल से विदेशी Agricultural Products पर नए Tariffs लागू होंगे।
- Imported Aluminum, Copper, Lumber और Steel पर 25% Tariff लगाया गया है।
- ट्रम्प ने कहा कि यह सिर्फ US Jobs Protection के लिए नहीं, बल्कि अमेरिका की आत्मनिर्भरता को बचाने के लिए भी है।
👉 Trump’s Trade Policy का असर US-India Trade Relations और Global Economic Dynamics पर भी देखने को मिल सकता है। 🚨
अब अमेरिका की बारी! 2 अप्रैल से लागू होगा ‘Reciprocal Tariff’
📌 US President Donald Trump ने घोषणा की कि 2 अप्रैल से अमेरिका ‘Reciprocal Tariff’ लागू करेगा। ट्रम्प के अनुसार, यदि कोई विदेशी कंपनी US में Manufacturing नहीं करती है, तो उसे Heavy Tariffs चुकाने होंगे।
📌 Trump Tariff Policy Highlights:
- Fair Trade Practices को बढ़ावा देने के लिए Reciprocal Taxation लागू किया जाएगा।
- अमेरिका पर दशकों से अन्य देश High Tariffs लगाते आए हैं, अब अमेरिका भी Same Tariff Rate वसूलेगा।
- Foreign Imports जैसे Aluminum, Steel, Copper और Lumber पर Higher Duties लगेंगी।
📌 ट्रम्प ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह इसे 1 अप्रैल को लागू करना चाहते थे, लेकिन ‘April Fool’ न समझे जाने के लिए इसे 2 अप्रैल से लागू किया जाएगा।
👉 US-India Trade Relations, Global Markets और Import-Export Policies पर इस फैसले का बड़ा असर पड़ सकता है। 🚨
📌 भारत अमेरिका को कम टैरिफ के साथ ज्यादा प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करता है, जबकि अमेरिका से इंपोर्ट किए गए सामानों पर भारत अधिक टैरिफ लगाता है।
📌 Gold और Petroleum Products पर भारत को अमेरिका के मुकाबले अधिक शुल्क देना पड़ता है।
📌 US-India Trade Policy में संतुलन लाने के लिए Reciprocal Tariffs लागू किए जा सकते हैं।
क्या भारत सरकार सच में अमेरिकी सामानों पर टैरिफ घटाने के लिए तैयार हो गई है?
India की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इसका खंडन भी नहीं किया गया है।
7 मार्च को Ministry of External Affairs के प्रवक्ता Randhir Jaiswal ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच Tariff और Non-Tariff Barriers को कम करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि Piyush Goyal, जो कि Union Minister of Commerce & Industry हैं, फिलहाल अमेरिका दौरे पर हैं, जहां US-India Trade Agreements पर चर्चा हो रही है।
क्या भारत अमेरिकी सामानों पर टैरिफ कम करने को तैयार? जानिए इसका असर
क्या भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ कटौती पर चर्चा हुई?
Economic Experts का मानना है कि India-US Trade Relations में टैरिफ कटौती को लेकर बातचीत हो चुकी है, इसी वजह से Donald Trump ने यह दावा किया है। पहले भी भारत ने अमेरिकी दबाव में कुछ सामानों पर Tariff Reduction के संकेत दिए थे।
✅ 1 फरवरी 2025 को पेश हुए Union Budget में भारत ने अमेरिका से आने वाले कुछ वस्तुओं पर Import Duty घटाने की घोषणा की थी, जैसे:
- 1600cc से कम इंजन वाली Motorcycles
- Satellite Ground Installation Equipment
- Synthetic Flavoring Essence
✅ Luxury Cars (40,000 डॉलर से अधिक कीमत वाली) की Import Duty 125% से घटाकर 70% कर दी गई।
✅ Lithium-ion Batteries पर Tariff खत्म कर दिया गया।
✅ Bourbon Whiskey पर Tariff 150% से घटाकर 100% कर दिया गया।
Tariff क्या होता है और कैसे काम करता है?
Tariff एक तरह का Border Tax होता है, जिसे किसी देश द्वारा Imports पर लगाया जाता है। इससे सरकारों को राजस्व मिलता है और घरेलू कंपनियों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाया जाता है।
📌 कैसे असर डालता है?
अगर भारत में बने एक Diamond की कीमत अमेरिका में $10,000 (10 लाख रुपये) है, लेकिन अगर Trump Administration उस पर 50% Tariff लगा देता है, तो उसकी कीमत $15,000 (15 लाख रुपये) हो जाएगी। इससे भारतीय डायमंड की बिक्री अमेरिका में घट सकती है।
- Higher Tariff → Foreign Products महंगे → Domestic Products को बढ़ावा
- Lower Tariff → Imported Products सस्ते → Local Industries को नुकसान
Reciprocal Tariff क्या है, जिसकी धमकी Trump दे रहे हैं?
Reciprocal Tariff Policy का मतलब है कि अमेरिका वही Tariff लगाएगा जो कोई दूसरा देश अमेरिकी उत्पादों पर लगाता है।
👉 उदाहरण के लिए, अगर भारत American Shoes पर 26.1% Import Duty लगाता है, तो अमेरिका भी Indian Footwear पर 26.1% Tariff लगाएगा।
अगर भारत टैरिफ कम करता है, तो इसका असर आम लोगों पर क्या होगा?
✅ Pros:
✔ Imported Products (Luxury Cars, Electronics, Whiskey) सस्ते होंगे।
✔ मिडिल क्लास को High-Quality Foreign Products कम कीमत पर मिलेंगे।
❌ Cons:
✘ Indian Farmers और Local Industries को नुकसान होगा।
✘ Agriculture Sector को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि American Apples, Wheat, Dairy Products Indian Market में सस्ते मिल सकते हैं, जिससे भारतीय किसानों को नुकसान होगा।
✘ Small Businesses और MSMEs पर दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि सस्ते Imported Goods के कारण उनके Products की मांग कम हो सकती है।
👉 क्या अमेरिका-भारत व्यापारिक रिश्ते बिगड़ेंगे या नया समझौता होगा? कमेंट में अपनी राय दें!
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