South Korea Under Martial Law: जानिए क्यों लिया गया यह ऐतिहासिक फैसला Read it later

दक्षिण कोरिया ने बिगड़ती Security Situation और आंतरिक तनाव को देखते हुए देश में Martial Law लागू कर दिया है। राष्ट्रपति Yoon Suk Yeol ने यह कदम बढ़ते विरोध प्रदर्शनों और सीमावर्ती क्षेत्रों में अस्थिरता के चलते उठाया है। Martial Law के तहत नागरिक प्रशासन के अधिकार अब सैन्य अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं। राष्ट्रपति यून ने इसे “देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और राज्य विरोधी तत्वों को खत्म करने के लिए जरूरी” बताया।

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देश में मार्शल लॉ लागू: सियोल की सड़कों से संसद तक मचा हंगामा

दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ ऐसे समय में लागू किया गया है, जब संसद में सरकार और विपक्ष के बीच बजट विधेयक को लेकर गहरी खाई बन गई है। राजधानी सियोल में सड़कों पर प्रदर्शन और संसद में तीखी बहस ने राजनीतिक हालात को और जटिल बना दिया है।

संसद पर बढ़ा सैन्य दबाव

संसद में मार्शल लॉ लागू करने के खिलाफ मतदान हुआ, लेकिन इस बीच स्थिति और बिगड़ गई। सेना ने संसद के ऊपर हेलिकॉप्टर तैनात कर दिए हैं, जिससे सैन्य दबाव साफ नजर आ रहा है। सेना ने कई विपक्षी सांसदों को हिरासत में ले लिया है, जिससे सरकार और विपक्ष के बीच विवाद और गहरा हो गया है।

South Korea Under Martial Law
साउथ कोरिया में आर्मी ने नेशनल एसेंबली को अपने कब्‍जे में ले लिया है। (AP)
प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प

मार्शल लॉ लागू करने के विरोध में सियोल की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का हुजूम उमड़ पड़ा। संसद के बाहर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए। प्रदर्शनकारी इसे लोकतंत्र पर हमला करार दे रहे हैं और सरकार के इस कदम की कड़ी निंदा कर रहे हैं।

मार्शल लॉ का विरोध क्यों?

विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार मार्शल लॉ लगाकर संसद के फैसलों को प्रभावित करना चाहती है। विपक्षी सांसदों ने इसे संविधान का उल्लंघन बताया और कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा प्रहार है।

मुख्य बिंदु:
  • संसद में मार्शल लॉ के खिलाफ मतदान।
  • विपक्षी सांसदों की हिरासत।
  • प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प।
  • हेलिकॉप्टर और सेना का दबाव।
  • लोकतंत्र और मानवाधिकारों पर सवाल।

दक्षिण कोरिया में बढ़ते विरोध के बीच यह देखना होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच यह खींचतान कब तक जारी रहती है और इस मार्शल लॉ का अंत कैसे होगा।

नागरिक अधिकारों पर सख्ती

South Korea Under Martial Law लागू होने के साथ ही नागरिक स्वतंत्रताओं पर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं।

  • Protests Banned: विरोध प्रदर्शन और जनसभाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है।
  • Media Censorship: मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
  • Restricted Movement: सीमित क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया गया है और आवागमन पर नियंत्रण रखा गया है।

Yonhap News Agency के मुताबिक, सांसदों को National Assembly के परिसर तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

सैन्य अधिकारियों को विशेष अधिकार

Martial Law के तहत सैन्य अधिकारियों को कई अधिकार दिए गए हैं:

  • संदिग्ध व्यक्तियों की Arrests करने का अधिकार।
  • संवेदनशील इलाकों में Curfew Implementation
  • सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति पर कड़ी निगरानी।
इतिहास में 16वीं बार लागू हुआ Martial Law

दक्षिण कोरिया में Martial Law कोई नई घटना नहीं है।

  • Past Martial Law Events: देश में अब तक 16 बार South Korea Under Martial Law लागू हो चुका है।
  • Last Implemented in 1980: आखिरी बार यह 1980 में ग्वांगजू विद्रोह के दौरान लागू किया गया था।
Martial Law की आवश्यकता क्यों पड़ी?

Political Instability

  • हाल ही में हुए National Assembly Elections में विपक्ष को भारी जनादेश मिला।
  • राष्ट्रपति यून को Lawmaking Process में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
Border Tensions
  • उत्तर कोरिया के साथ बढ़ते तनाव ने Border Areas में अस्थिरता को बढ़ावा दिया।
Internal Protests
  • देशभर में सरकार विरोधी प्रदर्शन बढ़ते जा रहे थे।
विपक्ष और नागरिकों की प्रतिक्रिया

Martial Law लागू होने के बाद विभिन्न वर्गों की प्रतिक्रियाएं सामने आईं:

Opposition’s Criticism
  • विपक्ष ने इसे “Democracy Under Threat” बताया।
  • उनका कहना है कि यह Political Power हासिल करने का एक तरीका है।
Public Concerns
  • नागरिकों ने इसे Civil Rights Violation बताया।
  • सोशल मीडिया पर “Stop Martial Law” और “South Korea Democracy” जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
भविष्य के लिए संकेत

Economic Impact

  • विदेशी निवेशक South Korea Economy पर संभावित प्रभाव को लेकर चिंतित हैं।

International Response

  • United Nations और अन्य वैश्विक संस्थाएं इस कठोर कदम की निंदा कर सकती हैं।

Upcoming Elections

  • Martial Law का मुद्दा अगले चुनावों में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।

दक्षिण कोरिया में Martial Law लागू होने के बाद से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। राष्ट्रपति Yoon Suk Yeol द्वारा Martial Law in South Korea की घोषणा के बाद विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है।

राष्ट्रपति यून और घोटालों का विवाद

AFP News Report के अनुसार, राष्ट्रपति यून और उनकी पत्नी से जुड़े घोटालों ने उनकी लोकप्रियता पर गहरा असर डाला है।

  • Stock Manipulation Allegations: राष्ट्रपति की पत्नी पर स्टॉक में हेरफेर के आरोप लगे हैं।
  • Opposition Demands Investigation: विपक्ष ने इस मामले की जांच की मांग की है।
  • Impeachment Talks: विपक्षी Democratic Party of Korea ने राष्ट्रपति पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए महाभियोग चलाने की मांग की थी।
  • Martial Law Announcement: महाभियोग की मांग के ठीक एक महीने बाद Martial Law लागू कर दिया गया, जिसे विपक्ष “लोकतंत्र पर हमला” बता रहा है।
विपक्ष का कड़ा विरोध

दक्षिण कोरिया की प्रमुख समाचार एजेंसी Yonhap News की रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्ष ने मार्शल लॉ की कड़ी आलोचना की है।

  • Lee Jae-myung’s Statement: डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्युंग ने कहा,
    “मार्शल लॉ की घोषणा असंवैधानिक है। यह राष्ट्रपति द्वारा सत्ता का दुरुपयोग है।”
  • Ruling Party Criticism: सत्तारूढ़ People’s Power Party के प्रमुख हान डोंग-हून ने भी मार्शल लॉ का विरोध करते हुए इसे रोकने की मांग की।
  • Public Sentiment: सोशल मीडिया पर #StopMartialLaw और #DemocracyUnderThreat जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
दक्षिण कोरियाई संविधान में मार्शल लॉ का प्रावधान

South Korean Constitution Article 77 मार्शल लॉ लागू करने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश देता है।

क्या कहता है अनुच्छेद 77?

  • Martial Law Announcement:
    जब देश में युद्ध, सशस्त्र संघर्ष या राष्ट्रीय आपातकाल हो, तब राष्ट्रपति Public Security and Order बनाए रखने के लिए मार्शल लॉ घोषित कर सकते हैं।
  • Military Powers:
    सैन्य बलों को आवश्यक संसाधन जुटाने और सुरक्षा बनाए रखने के लिए तैनात किया जा सकता है।
  • Constitutional Limitations:
    मार्शल लॉ के दौरान भी संवैधानिक सीमाओं का पालन जरूरी है।
मार्शल लॉ का उद्देश्य या राजनीतिक चाल?

विशेषज्ञों का मानना है कि Martial Law in South Korea का उद्देश्य सुरक्षा बनाए रखना था, लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

Impeachment Avoidance Allegations
  • विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति यून महाभियोग से बचने के लिए Martial Law का सहारा ले रहे हैं।
  • उनकी पार्टी के कई सदस्यों ने इसे “लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र” करार दिया।
मार्शल लॉ के प्रभाव

Civil Liberties Under Threat

  • Freedom of Assembly: विरोध प्रदर्शनों और रैलियों पर रोक।
  • Media Censorship: समाचार और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी।

Economic and Social Impact

  • Foreign Investors’ Concerns: निवेशकों को देश की स्थिरता पर सवाल।
  • Public Sentiment: जनता के बीच असंतोष बढ़ रहा है।
मार्शल लॉ के खिलाफ बढ़ता दबाव

Legal Challenges:

  • विपक्ष इसे South Korean Court में चुनौती देने की तैयारी कर रहा है।

Global Reactions:

  • अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दक्षिण कोरिया में लोकतंत्र के भविष्य पर चिंता व्यक्त की है।
  • UN Observations: संयुक्त राष्ट्र इस घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहा है।
मार्शल लॉ के संभावित परिणाम

Elections and Governance:

  • आगामी चुनावों में यह मुद्दा एक प्रमुख विवादास्पद विषय बन सकता है।
  • विपक्ष इसे Democracy Violation के रूप में पेश करेगा।

Military Involvement in Politics:

  • सैन्य हस्तक्षेप के कारण नागरिक प्रशासन पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है।

 

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