बर्फबारी और बारिश के बाद विंटर का बाउंसबैक : हिमाचल और कश्मीर में बर्फबारी, एमपी और दिल्ली-एनसीआर के कई शहरों में बारिश Read it later

 

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मौसम के अचानक करवट लेने के कारण शुक्रवार को कई राज्यों में फिर से ठंड महसूस की गई। हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में बर्फबारी हुई है। दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश के कुफरी और शिमला समेत कई शहरों में बर्फबारी हुई है।

हिमाचल प्रदेश: 7 जिलों में यलो अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को कई स्थानों पर आंधी और तेज हवाएं चलीं। तापमान में भी काफी गिरावट आई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला के 7 जिलों में पीला अलर्ट जारी किया। यह चेतावनी रविवार तक जारी रहेगी।

कश्मीर: बर्फ के कारण रास्ता ब्लॉक हुआ, सैनिकों ने गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में बर्फबारी ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। इसके चलते एक गर्भवती महिला को शुक्रवार को दूरदराज के इलाके में फंसा दिया गया। सेना के जवानों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। सेना के मुताबिक, दारदपुरा वार्ड के सदस्य गुलाम नबी ने सुबह करीब 11 बजे फोन किया और बताया कि भारी बर्फबारी और बारिश के कारण रास्ता बंद हो गया है। कोई भी वाहन नहीं निकल पा रहा है।

#WATCH: Army personnel help a pregnant woman reach hospital by carrying her on a cot amid snow-covered roads in Kupwara district of Jammu & Kashmir

(Source: Indian Army) pic.twitter.com/s74SINn2xO

— ANI (@ANI) March 12, 2021

एमपी: कुछ हिस्सों में भारी बारिश

राजधानी भोपाल सहित मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बादल छाए रहे। शाम को गरज के साथ बारिश हुई। कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे हैं। रीवा, इंदौर और उज्जैन संभागों को छोड़कर, राज्य के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है।

दिल्ली-एनसीआर: बारिश ने किसानों के आंदोलन को उग्र कर दिया

दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार सुबह से मौसम बदल गया। कुछ देर के लिए बारिश भी हुई। इसने कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर सीमा पर बैठे किसानों की मुश्किलें बढ़ा दीं। जैसे ही बारिश शुरू हुई, किसानों ने तम्बू में रखे खाद्य और पेय को भीगने से बचा लिया। टेंट में रखे सारे बिस्तर भी भीग गए थे। उन्हें बाद में बदल दिया गया ताकि किसानों को नुकसान न हो।

किसानों ने कहा कि वे मौसम में बदलाव के साथ अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऐसा ही उनके खेतों में रहने के दौरान हुआ है। उन्होंने कहा कि वे अपने जीवन में हर रोज ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं।

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