संजय जैन की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है
सूत्रों की मानें तो संजय जैन के फोन डिटेल की अब स्पेशल आॅपरेशन ग्रुप की टीम जांच कर रही है। ताकि उससे जुड़े लोगों का पता लगाया जा सके। जानकारी के अनुसार संजय जैन से जानकारी ली जा रही है कि वह विधायकों के साथ कितनी बार संपर्क में रहे। कौन हैं गजेंद्र सिंह? कभी भी भंवरलाल के संपर्क में रहे या उनसे बात की। पहली बार कब मिले? अगर मैं विधायकों से फोन पर बात करूं तो यह कब तक है। इसके साथ ही राज्यसभा चुनाव के दौरान की गई गतिविधियों के बारे में भी पूछा जा रहा है। क्या वे उस समय भी विधायकों के संपर्क में थे।
दिल्ली से भी संपर्क कर रहे हैं
संजय जैन से जांच में पता लगाया जा रहा है कि वह राज्य के नेताओं के संपर्क में कब आया। वहीं अन्य राज्यों के नेताओं और विधायकों की मिलिभगत के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा, क्या दिल्ली में किसी से कोई संपर्क है। एसओजी की टीम को संजय के मोबाइल की कॉल डिटेल मिली है, जिसमें कई नेताओं और अधिकारियों से लंबी बातचीत हुई है।
संजय पांच दिन पहले ही जयपुर आया था
सियासी उठापटक के बीच संजय बरडिया लूणकरनसर में रहे। वह पांच दिन पहले जयपुर आया था। पूछताछ में संजय ने एसओजी को बताया कि वह व्हाट्सएप कॉलिंग से बात करता था।
गिरफ्तार संजय जैन कौन है
संजय जैन उर्फ संजय बरडिया बीकानेर के लूणकरनसर का निवासी है। संजय ने करीब 20 साल पहले जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में रहना शुरू किया था। जयपुर आने के बाद, उनके कई नेताओं के साथ संपर्क थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री और कई भाजपा नेताओं के करीबी रहे हैं। होटल व्यवसाय से जुड़े होने के कारण, IPS और IAS के अच्छे संबंध हैं।
दो गिरफ्तार आरोपियों की आवाज की जांच के लिए अदालत में अपील
दूसरी ओर, एसओजी द्वारा घोड़ों के व्यापार के मामले में पहले से गिरफ्तार अशोक सिंह और भारत मैलानी की आवाज़ के नमूने के लिए अदालत में एक आवेदन दायर किया गया है। दोनों को पहले कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि इस मामले में तीन विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें महावा, जिला दौसा के विधायक, ओम प्रकाश हुडला, किशनगढ़, जिला अजमेर के विधायक सुरेश टांक और पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन से विधायक खुशवीर सिंह शामिल हैं। आरोप है कि इन तीनों एमएलए ने आरएस चुनाव से पहले बांसवाड़ा में कई एमएलए से संपर्क किया।
एसओजी का नोटिस पाकर सचिन नाराज
घोड़ों के व्यापार के लिए उन्हें करोड़ों रुपये देने का प्रलोभन दिया गया। तीनों विधायकों के संपर्क अशोक सिंह और भारत मालानी के साथ थे। इस मामले में, एसओजी का नोटिस मिलने के बाद सचिन गुस्से में हैं।