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स्पोर्टस न्यूज. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एंटी करप्शन यूनिट (ACU) के हेड अजीत सिंह ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भ्रष्टाचार को लेकर टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार टूर्नामेंट यूएई में तीन जगहों दुबई, शारजाह और अबू धाबी पर होगा। इससे मैच फिक्सिंग जैसे भ्रष्टाचार पर निगरानी रखना भारत के मुकाबले ज्यादा आसान होगा, क्योंकि इंडिया में टूर्नामेंट 8 जगहों पर होता है।
इस बार 51 दिन में 60 मैच
कोरोना के कारण अनिश्चितकाल के लिए टला आईपीएल अब 19 सितंबर से 8 नवंबर तक यूएई में हो सकता है। आईपीएल में इस बार 51 दिन में 60 मैच होंगे। आईपीएल के चेयरमैन ब्रजेश पटेल ने कहा था कि पूरा शेड्यूल तय कर लिया गया है। अगली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
BCCI के 8 एसीयू अधिकारी पैनी नजर रखेंगे
अजीत सिंह ने न्यूज एजेंसी से कहा, बीसीसीआई के 8 एसीयू अधिकारी पेरोल पर हैं। वे पैनी नजर रखेंगे। हालांकि, हमें यह देखना होगा कि यूएई में किस तरह के इंतजाम हो रहे हैं। हमें कोरोना के बीच खिलाड़ियों के रहने का इंतजाम करने के दौरान बायो-सिक्योर माहौल का भी ध्यान रखना होगा। ऐसे में यह बताना भी जल्दबाजी होगी कि एंटी करप्शन टीम किस तरह निगरानी रखेगी।
जरूरत पड़ने पर अधिकारियों की नियुक्ति होगी
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम निगरानी के लिए और ज्यादा अधिकारी नियुक्त करेंगे। यदि हो सका तो हम इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से भी मदद ले सकते हैं, क्योंकि इनका हेड ऑफिस दुबई में ही है। साथ ही आईसीसी में एसीयू का काफी बड़ा पैनल भी है।
ICC के एसीयू अधिकारियों का खर्च आईपीएल को उठाना होगा
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि आईपीएल एक निजी लीग है। इसमें आईसीसी के एसीयू अधिकारी नियुक्त करने के लिए पहले आईसीसी से परमीशन लेनी होगी। यदि आईसीसी इनकी नियुक्ति करने पर सहमत होता है तो आईपीएल को अधिकारियों का खर्च भी उठाना होगा।
BCCI हर टीम के साथ इंटीग्रिटी ऑफिसर नियुक्त करती है
IPL फ्रेंचाइजी टीम के एक अधिकारी ने बताया कि आईपीएल के दौरान BCCI को एक्स्ट्रा ऑफिसर्स की जरूरत होगी। क्योंकि IPL की हर टीम के साथ एक इंटीग्रिटी ऑफिसर नियुक्त होगा। नियम के मुताबिक, इंटीग्रिटी ऑफिसर फ्रेंचाइजी टीम के खर्चे पर ही होता है। हालांकि, आईपीएल बायो-सिक्योर माहौल में होगा या नहीं, इसके बारे में कहना मुश्किल है।
यूएई में बुकी और फिक्सर ज्यादा सक्रिय
यूएई में बुकी और फिक्सर ज्यादा सक्रिय होते हैं, लेकिन एसीयू हेड को विश्वास है कि उन पर नियंत्रण रखने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। अजीत सिंह ने कहा कि एसीयू के सूत्र इतने काबिल हैं कि बुकी और फिक्सर के बारे में पता कर ही लेंगे। सूत्रों को पता है कि यह लोग किस तरह से काम करेंगे। ऐसे में एसीयू को कोई दिक्कत नहीं होगी।