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नीतीश कुमार 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए। उनके साथ 14 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें जदयू से 5, भाजपा से 7 और हम-वीआईपी से एक-एक नेता को मंत्री बनाया गया। मंत्रिमंडल में सभी समुदायों को साधने की कोशिश की गई। नीतीश समेत 15 विधायकों में सवर्ण समुदाय से 5, पिछड़ा वर्ग से 7 और दलित समुदाय से 3 नेताओं को मंत्री बनाया गया है।
Congratulations to @NitishKumar Ji on taking oath as Bihar’s CM. I also congratulate all those who took oath as Ministers in the Bihar Government. The NDA family will work together for the progress of Bihar. I assure all possible support from the Centre for the welfare of Bihar.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 16, 2020
नीतीश की पहली कैबिनेट मीटिंग मंगलवार को होगी और विधानसभा का नया सत्र 23 नवंबर को शुरू होगा।
मंच पर तीन कुर्सियां, इसी से साफ हुआ कि डिप्टी सीएम कौन
नीतीश कुमार के शपथ लेने के बाद दूसरे नंबर पर तारकिशोर प्रसाद और तीसरे नंबर पर रेणु देवी ने शपथ ली। शपथ के बाद ये दोनों नेता भी मंच पर ही नीतीश के पास रखी दो कुर्सियों पर बैठ गए। पोर्टफोलियाे बंटने में भले ही देर थी, लेकिन इससे साफ हो गया कि नई सरकार में तारकिशोर और रेणु डिप्टी सीएम होंगे।
बिजेंद्र यादव सबसे उम्रदराज, सहनी सबसे युवा
जातिगत समीकरण: भाजपा से 2 पिछड़े, 4 अगड़े और एक दलित को मौका मिला है। जदयू से एक अगड़े, 4 पिछड़े और एक दलित को मंत्री बनाया गया है।
सबसे उम्रदराज: सुपौल से 8 बार से विधायक 74 साल के बिजेंद्र यादव सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। जदयू नेता बिजेंद्र पिछली सरकार में भी ऊर्जा मंत्री थे।
सबसे कम अनुभवी: फुलपरास से विधायक शीला कुमारी मंडल पहली बार जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीत गईं। उन्हें सीधे मंत्रिमंडल में मौका मिला है।
सबसे युवा: 41 साल के VIP चीफ मुकेश सहनी इस मत्रिमंडल में सबसे युवा हैं। वे इकलौते ऐसे मंत्री हैं जो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्होंने सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
सबसे अमीर: भाजपा के रामसूरत राय सबसे अमीर मंत्री हैं। उनकी संपत्ति 26.88 करोड़ रुपए है।
सबसे कम संपत्ति: रामप्रीत पासवान के पास सबसे कम 1.05 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
जो विधान परिषद से हैं: हम के संतोष मांझी और भाजपा के मंगल पांडे ने चुनाव नहीं लड़ा था। दोनों विधान परिषद के सदस्य हैं।
सबसे ज्यादा क्रिमिनल केसः मुकेश सहनी (VIP), अशोक चौधरी (जदयू) और जीवेश मिश्रा (भाजपा) पर 5-5 मामले दर्ज हैं।
शपथ: रामप्रीत पासवान और जीवेश मिश्र ने मैथिली में शपथ ली।
पहली पंक्ति में नहीं बैठ पाए सुशील मोदी
शपथ समारोह में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। शाह और नड्डा पहली पंक्ति में बैठे, पर इस कतार में बैठने वाले मेहमानों की लिस्ट में डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी का नाम नहीं था।
ताजपोशी में तेजस्वी नहीं पहुंचे
आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी को मुख्यमंत्री ‘मनोनीत’ होने पर शुभकामनाएँ। आशा करता हूँ कि कुर्सी की महत्वाकांक्षा की बजाय वो बिहार की जनाकांक्षा एवं NDA के 19 लाख नौकरी-रोजगार और पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई जैसे सकारात्मक मुद्दों को सरकार की प्राथमिकता बनायेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 16, 2020
राजद नेता तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी दो दिन से घर से बाहर ही नहीं निकले। वे चुनाव नतीजों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली में विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। इस वजह से महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) ने भी शपथ ग्रहण समारोह का बायकॉट किया। उधर, लोजपा को समारोह का न्योता नहीं दिया। इस वजह से चिराग पासवान और उनकी पार्टी के इकलौते विधायक शपथ ग्रहण में नहीं गए।
तेजस्वी का तंज- नीतीश मनोनीत मुख्यमंत्री हैं
स्पीकर भाजपा का होगा
इस बार स्पीकर भाजपा का होगा। सोमवार दोपहर तक अमरेंद्र प्रताप सिंह और नंदकिशोर यादव के नाम की चर्चा थी। अमरेंद्र को मंत्री बनाया जा चुका है। वे आरा से विधायक हैं। इससे पहले वे डिप्टी स्पीकर रह चुके हैं। अब रेस में अकेले नंदकिशोर यादव बचे हैं। यादव पटना साहिब से विधायक हैं। वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। पिछली बार स्पीकर रहे विजय कुमार चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है।