यूनियन बजट 2025: जानिए इससे जुड़ी अहम बातें जो आपको अपने पर्सनल फाइनेंस के लिए पता होनी चाहिए Read it later

Union Budget 2025: आज 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में 45 लाख करोड़ रुपए का आम बजट पेश करेंगी। यह उनका लगातार 8वां बजट होगा। इस बजट को तैयार करने में 6 महीने से अधिक का समय लगा है, जिसमें सरकार ने आर्थिक सुधारों, महंगाई, टैक्स स्ट्रक्चर, और सरकारी खर्च पर विशेष ध्यान दिया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से यह लगातार आठवां बजट होगा, जो सुबह 11 बजे लोकसभा में प्रस्तुत किया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार भी बजट पेपरलेस फॉर्मेट में होगा, जैसे कि पिछले चार आम बजट और एक अंतरिम बजट रहे हैं।

कैसे तय होता है बजट पेश करने का दिन और समय?

🔹 बजट परंपरागत रूप से 1 फरवरी को ही पेश किया जाता है, ताकि सरकार को नई वित्तीय योजनाओं को लागू करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके
🔹 बजट पेश करने का समय सुबह 11 बजे तय किया गया है। पहले यह 28 फरवरी को शाम 5 बजे पेश किया जाता था, लेकिन 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में इसे सुबह 11 बजे कर दिया गया
🔹 2017 से रेलवे बजट को भी आम बजट में मिला दिया गया, जिससे वित्तीय संतुलन बेहतर करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया।

बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री का कार्यक्रम

सुबह 8:45 बजे: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने आधिकारिक आवास से वित्त मंत्रालय के लिए रवाना हुईं
सुबह 9:15 बजे: वह वित्त मंत्रालय पहुंचीं और अधिकारियों से अंतिम चर्चा की।
सुबह 10:00 बजे: राष्ट्रपति भवन पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बजट की आधिकारिक कॉपी सौंपी
सुबह 10:30 बजे: राष्ट्रपति भवन से निकलकर वह संसद भवन पहुंचीं।
सुबह 11:00 बजे: संसद में बजट भाषण की शुरुआत होगी

बजट 2025 पेपरलेस होगा, जानिए इसके फायदे

बजट 2021 से भारत ने पेपरलेस बजट पेश करने की शुरुआत की थी। इस बार भी बजट डिजिटल फॉर्मेट में रहेगा, जिसे “Union Budget Mobile App” के जरिए डाउनलोड किया जा सकता है।

कागज की बचत होगी, जिससे पर्यावरण को नुकसान कम होगा।
डिजिटल डॉक्यूमेंट्स तुरंत उपलब्ध होंगे, जिससे सांसदों और जनता को तेजी से जानकारी मिलेगी।
बजट ऐप पर सभी भाषाओं में बजट दस्तावेज उपलब्ध होंगे, जिससे पारदर्शिता और सुगमता बढ़ेगी।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बजट हमेशा 1 फरवरी को ही सुबह 11 बजे क्यों पेश किया जाता है? इसके पीछे एक दिलचस्प इतिहास है।

बजट 1 फरवरी को ही क्यों पेश किया जाता है?

पहले भारत में बजट 28 फरवरी को शाम 5 बजे पेश किया जाता था। यह ब्रिटिश काल की परंपरा थी, ताकि ब्रिटेन के समयानुसार वहां के अधिकारी इसे आसानी से देख सकें

हालांकि, 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस परंपरा को बदल दिया और सुबह 11 बजे बजट पेश करने की शुरुआत की। उन्होंने कहा,

भारत अब ब्रिटिश कॉलोनी नहीं है, हम अपना टाइम-टेबल खुद तय कर सकते हैं।”

इसके बाद 2017 में नरेंद्र मोदी सरकार ने बजट पेश करने की तारीख को भी 28 फरवरी से बदलकर 1 फरवरी कर दिया। तब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसके पीछे दो कारण बताए:

1️⃣ बजट लागू करने में अधिक समय मिल सके: पहले बजट लागू होने में मई-जून तक का समय लग जाता था। 1 फरवरी को बजट पेश करने से इसे अप्रैल से लागू करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है

2️⃣ रेलवे बजट और आम बजट का विलय: 2017 में रेलवे बजट को आम बजट में शामिल कर दिया गया, जिससे वित्तीय संतुलन बेहतर करने की जरूरत थी। इससे सरकार को रेलवे और अन्य क्षेत्रों के लिए एक समग्र नीति बनाने में मदद मिलती है

बजट बनाने वाले अफसर तहखाने में क्यों कैद हो जाते हैं?

बजट बनाने की प्रक्रिया सुरक्षा और गोपनीयता से भरी होती है। जब बजट तैयार होता है, तब वित्त मंत्रालय के अधिकारी उत्तर ब्लॉक के तहखाने में बंद कर दिए जाते हैं

📌 इस प्रक्रिया के पीछे मुख्य कारण:
बजट से जुड़ी जानकारी लीक न हो
मार्केट में अस्थिरता न आए
कोई भी पॉलिसी पहले से सार्वजनिक न हो

इस दौरान अफसरों को बाहर जाने, फोन इस्तेमाल करने या बाहरी दुनिया से संपर्क करने की इजाजत नहीं होती। बजट तैयार होने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही इसे सार्वजनिक किया जाता है

बजट 2025 से क्या उम्मीदें हैं?

इस बार के बजट में टैक्स छूट, महंगाई नियंत्रण, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और रोजगार सृजन पर ध्यान दिया जा सकता है। कुछ संभावित बड़े ऐलान इस प्रकार हैं:

📌 इनकम टैक्स में राहत:
✔️ 10 लाख रुपए तक की आय टैक्स-फ्री हो सकती है (अभी 7 लाख तक टैक्स फ्री है)।
✔️ 15 से 20 लाख रुपए के लिए 25% का नया टैक्स ब्रैकेट लाया जा सकता है
✔️ बेसिक एग्जेम्प्शन लिमिट को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख किया जा सकता है

📌 PM किसान सम्मान निधि:
✔️ किसानों को मिलने वाली राशि 6,000 रुपए से बढ़कर 12,000 रुपए हो सकती है

📌 स्टार्टअप्स और रोजगार:
✔️ स्टार्टअप्स के लिए टैक्स छूट बढ़ सकती है।

✔️ ग्रामीण युवाओं के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया जा सकता है।

📌 हेल्थ सेक्टर:
✔️ MRI और अन्य मेडिकल उपकरणों पर कस्टम ड्यूटी कम की जा सकती है।
✔️ मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें जोड़ी जाएंगी।

📌 अफोर्डेबल हाउसिंग:
✔️ मेट्रो शहरों में अफोर्डेबल हाउसिंग लिमिट 45 लाख से बढ़कर 70 लाख हो सकती है।
✔️ होम लोन पर टैक्स छूट 2 लाख से बढ़कर 5 लाख की जा सकती है।

बजट 2025 से भारत को क्या मिलेगा?

बजट 2025 में मध्यम वर्ग, किसान, स्टार्टअप्स, हेल्थ और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा फोकस देखने को मिल सकता है।

🔹 टैक्स छूट से मिडिल क्लास को राहत मिलेगी
🔹 किसानों और स्टार्टअप्स को अधिक समर्थन मिलेगा
🔹 रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे
🔹 इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा

अब देखना होगा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती हैं और भारत की अर्थव्यवस्था को अगले वित्त वर्ष में कितनी मजबूती मिलती है

 

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