Britain’s Queen Elizabeth II Death: बकिंघम पैलेस ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन की आधिकारिक घोषणा कर दी है। गौरतलब है कि एलिजाबेथ ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी हैं। बाल्मोरल में एलिजाबेथ का निधन हो गया। वे 96 साल की थीं और बीते सत्तर साल तक ब्रिटेन की क्वीन के पद पर राज किया।
- सूचना के अनुसार “द किंग एंड क्वीन कंसोर्ट आज शाम बाल्मोरल में रहेंगे और कल लंदन लौट आएंगे।”
- 1952 में एलिजाबेथ ब्रिटेन की महारानी बनीं और सोलह महीने बाद जून 1953 में उन्हें ताज पहनाया गया।
The formal announcement of the death of Queen Elizabeth, Britain’s longest-reigning monarch, was placed outside the gates of Holyrood Palace in Edinburgh, Scotland https://t.co/uXoeWmDuVI pic.twitter.com/ztosklxe0j
— Reuters (@Reuters) September 8, 2022
क्वीन के निधन के बाद‚ शाही परिवार के सदस्य स्कॉटलैंड के एबरडीन एयरपोर्ट से निकलते हुए। Photo |Twitter |
- रानी की मृत्यु के बाद, उनके बड़े बेटे, प्रिंस चार्ल्स, ब्रिटेन के सम्राट के पद पर काबिज होंगे।
- बकिंघम पैलेस ने एक स्टेटमेंट में कहा, “आज दोपहर बाल्मोरल में महारानी का निधन शांतिपूर्वक हुआ।”
Photo |Twitter |
- डॉक्टरों द्वारा रानी को निगरानी में रखने के बाद उनके सभी बच्चे बाल्मोरल आए।
- महारानी के पोते प्रिंस विलियम भी अस्पताल में मौजूद रहे। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी भी पहुंच चुके हैं।
ये फोटो हाल ही 6 सितंबर मतलब कि 2 दिन पहले ली गई थी। जब ब्रिटेन की नई पीएम लिज ट्रस महारानी से शपथ लेने स्कॉटलैंड ही गई थीं। तब यह फोटो आधिकारिक रूप से जारी की गई थी। Photo | Twitter |
इस खबर पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भी चिंतन और दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- बकिंघम पैलेस की खबर से पूरा देश चिंतित है। मेरे विचार और हमारे यूनाइटेड किंगडम के लोगों के विचार इस समय महारानी के परिवार के साथ हैं।
Her Majesty Queen Elizabeth II pic.twitter.com/Acp3xy5kH4
— Liz Truss (@trussliz) September 8, 2022
Photo |Twitter |
पीएम मोदी ने दुख जताते हुए कहा – ब्रिटेन के लोगों के प्रति मेरी असीम संवेदनाएं
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि उनके निधन से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय के सबसे महान शासकों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपने देश और लोगों को प्रेरक नेतृत्व दिया। साथ ही लोगों को महारानी के सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता सीखनी चाहिए। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।
I had memorable meetings with Her Majesty Queen Elizabeth II during my UK visits in 2015 and 2018. I will never forget her warmth and kindness. During one of the meetings she showed me the handkerchief Mahatma Gandhi gifted her on her wedding. I will always cherish that gesture. pic.twitter.com/3aACbxhLgC
— Narendra Modi (@narendramodi) September 8, 2022
पीएम मोदी ने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा, “मैं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) से उनकी 2015 और 2018 में यूके की यात्रा के दौरान मिला था। मैं उनकी गर्मजोशी और दया को कभी नहीं भूल पाऊंगा। एक मुलाकात के दौरान उन्होंने मुझे एक रूमाल दिखाया, वो रुमाल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें उनकी शादी में रानी को उपहार स्वरूप दिया था।”
बकिंघम पैलेस का गार्ड चेंजिंग समारोह स्थगित
यह तस्वीर रायटर्स की ओर से जारी की गई है। स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसेल पर पर सिक्योरिटी गॉर्ड तैनात किए जा चुके हैं। Photo | Reuters |
लंदन के बकिंघम पैलेस में गार्ड चेंजिंग को स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले महारानी की प्रिवी काउंसिल यानी संबंधित मंत्रिपरिषद की गुप्त सूचना के लिए होने वाली वर्चुअल बैठक भी रद्द कर दी गई थी।
महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) 2 जून, 1953 को ब्रिटेन की गद्दी पर बैठी। एलिजाबेथ जब महारानी बनीं तो दुनिया में ही नहीं बल्कि ब्रिटेन में भी राजशाही को लेकर प्रश्न उठने लगे थे। लेकिन महारानी एलिजाबेथ ने तमाम विरोधों के बावजूद शाही परिवार की हैसियत और प्रभाव को बरकरार रखा।
In seven decades on the throne, Queen Elizabeth II saw 15 British prime ministers come and go, from Winston Churchill to Margaret Thatcher to Boris Johnson to Liz Truss.
Here is a list of the leaders who served under her. https://t.co/Cp3T1GLyLD
— The Associated Press (@AP) September 8, 2022
दरअसल, महारानी एलिजाबेथ के लगभग सत्तर साल के कार्यकाल के दौरान न केवल ब्रिटेन में बल्कि पूरी दुनिया में भारी बदलाव हुए। इस दौरान ब्रिटेन को न केवल आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा बल्कि राजनीतिक संकटों का भी सामना करना पड़ा। उतार-चढ़ाव के दौर में ब्रिटेन की महारानी अपने देश के लोगों के लिए भरोसे की प्रतीक बनी रहीं
जब 25 साल की एलिजाबेथ महारानी बनीं तो घट रहा था ब्रिटिश राज की हैसियत और रकबा
एक समय में, ब्रिटिश साम्राज्य दुनिया के एक बड़े हिस्से का एकमात्र शासन था। लेकिन जब एलिजाबेथ ने ताज संभाला, तब ब्रिटिश साम्राज्य की हैसियत और कद दोनों कम हो रहे थे। ब्रिटिश समाज क्रांतिकारी परिवर्तनों के दौर से गुजर रहा था।
एलिजाबेथ का बर्थ 21 अप्रैल 1926 को लंदन में ही हुआ था। उनके फादर अल्बर्ट ड्यूक ऑफ यॉर्क और उनकी मदर एलिजाबेथ बोवेस-लियोन शाही खानदान से ही थे। Photo | Getty Images |
एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) कभी स्कूल नहीं गई। उन्होंने अपनी पढ़ाई घर पर ही की। उन्होंने कई भाषाएं सीखीं। एलिजाबेथ का जन्म 21 अप्रैल 1926 को बर्कले में हुआ था। एलिजाबेथ के पिता, ड्यूक ऑफ आर्क अल्बर्ट, तत्कालीन ब्रिटिश राजा के दूसरे पुत्र थे, आर्क वी। एलिजाबेथ अपने पिता की सबसे बड़ी बेटी थीं। उस वक्त शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एलिजाबेथ क्वीन बनेगी।
2 साल की एलिजाबेथ। वे शाही घराने के अल्बर्ट और बोवेस-लियोन की पहली संतान थीं। Photo | Getty Images |
रानी कैसे बनी एलिजाबेथ द्वितीयॽ (How did Elizabeth II become Queen?)
1936 में ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद, उनके सबसे बड़े बेटे डेविड शाही सिंहासन पर बैठे। उन्होंने अपना शाही नाम एडवर्ड VIII रखा।
लेकिन अपने प्रेम प्रसंग के कारण एडवर्ड VIII को पद छोड़ना पड़ा। एडवर्ड ने एक तलाकशुदा अमेरिकी महिला से शादी की थी, जिसके कारण उनका कड़ा विरोध हुआ था।
चार साल की एलिजाबेथ ओलंपिया में अपने पेरेंट्रस के साथ रॉयल टूर्नामेंट में पहुंचीं थीं। ये तस्वीर उस दौरान ली गई थी। वे कई बार ओलंपिया इंटरनेशनल हॉर्स शो देखने जाती रहीं थीं। Photo | Getty Images |
एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) के पिता अल्बर्ट एडवर्ड के बाद संकोच कि स्थिति रहते हुए सिंहासन पर विराजित हुए‚ इस तरह एलिजाबेथ के रानी बनने का मार्ग बनता चला गया।
जीवनसाथी फिलिप से ऐसे मिलना हुआ
यह वह दौर था जब हिटलर की शक्ति बढ़ रही थी और अल्बर्ट देश का दौरा कर रहा था और राजशाही में लोगों के विश्वास को मजबूत कर रहा था। एलिजाबेथ भी परिवार के साथ दौरे पर थीं। वह केवल तेरह वर्ष की थी जब वह अपने भावी पति फिलिप से मिली। फिलिप यूनान यानी ग्रीस के राजकुमार थे।
फिलिप और एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) की कई मुलाकातें हुईं और 1944 में प्यार हो गया। एलिजाबेथ की फिलिप से निकटता किसी से छिपी नहीं थी।
द्वितीय विश्व युद्ध में प्रादेशिक सेवा में भाग लेने वाली एलिजाबेथ द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद फिलिप से शादी करना चाहती थी। कई हिचक के बाद, एलिजाबेथ ने 20 नवंबर 1947 को फिलिप से शादी की। 1948 में, एलिजाबेथ को अपना पहला बच्चा प्रिंस चार्ल्स के रूप में मिला। दो साल बाद उनकी बेटी एना का जन्म हुआ।
पिता की मृत्यु के बाद संभाली ब्रिटेन की महारानी की जिम्मेदारी
एलिजाबेथ अपने पति फिलिप के साथ अफ्रीका के दौरे पर थी जब उन्हें अपने पिता किंग अल्बर्ट की मृत्यु के बारे में पता चला। ब्रिटेन लौटने के कुछ समय बाद ही एलिजाबेथ को महारानी घोषित किया गया था।
एलिजाबेथ 1937 में गर्ल गाइड बनीं थीं। बता दें कि गर्ल गाइड एक चैरिटेबल संगठन है। Photo | Getty Images |
एलिजाबेथ का राज्याभिषेक जून 1953 में हुआ, उसके सोलह महीने बाद उसे रानी घोषित किया गया था, जिसे दुनिया भर में प्रसारित किया गया था। यह पहली बार था जब दुनिया में कई लोगों ने पहली बार टीवी पर सीधा प्रसारण देखा था।
इस फोटा में क्वीन एलिजाबेथ II पति फिलिप के साथ। ये 2 जून, 1953 को बकिंघम पैलेस में क्वीन एलिजाबथ की क्राउन सेरेमनी की। ये तस्वीर उसी दौरान ताजपोशी के बाद ली गई थी। Photo | Twitter |
यह वह दौर था जब द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन खड़े होने की कोशिश कर रहा था। खर्चों में कटौती की जा रही थी और देश कई चुनौतियों का सामना कर रहा था।
ब्रिटेन की राजशाही की गिरती स्थिति
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, दुनिया भर के देश ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हो रहे थे। भारतीय महाद्वीप समेत दुनिया के कई बड़े इलाके ब्रिटेन के हाथ से निकल गए। इससे ब्रिटेन की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति भी कम होती जा रही थी। तीन सदियों से एक महाशक्ति ब्रिटेन कमजोर होता जा रहा था।
इस अवधि के दौरान, महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) ने राष्ट्रमंडल के माध्यम से ब्रिटेन की स्थिति को बनाए रखने की कोशिश की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दौरा किया। हालाँकि, एलिजाबेथ के प्रयासों के बावजूद, ब्रिटेन का पतन नहीं रुका।
1956 में, मिस्र ने स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण करके ब्रिटिश साम्राज्य के सम्मान को चकनाचूर कर दिया। स्वेज पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए ब्रिटेन ने भी सेना भेजी, लेकिन वह भी कुछ नहीं कर सका। निराश ब्रिटिश प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।
क्वीन एलिजाबेथ की पहला बच्चा प्रिंस चार्ल्स का जन्म 1948 में हुआ। वहीं उनका दूसरा बच्चा बेटी के रूप में एनी का जन्म 1950 में हुआ। Photo |Twitter |
शाही परिवार का सम्मान बहुत‚ लेकिन अधिकार हैं सीमित
ब्रिटेन की महारानी की भूमिका अब प्रतीकात्मक से अधिक हो गई। ब्रिटेन में शाही परिवार का बहुत सम्मान है लेकिन संवैधानिक अधिकार सीमित हैं। ब्रिटेन में, सरकार प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जाती है, वह रानी को रिपोर्ट करता है, लेकिन रानी सत्ता के चलने में ज्यादा हस्तक्षेप नहीं करती है।
प्रथम प्रधानमंत्री थैचर के साथ तल्खियां रहीं
1979 में मार्गरेट थैचर ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। थैचर और एलिजाबेथ के संबंध बहुत अच्छे नहीं थे।
एलिजाबेथ ब्रिटिश राष्ट्रमंडल और अफ्रीका में निवेश बढ़ाना चाहती थी। थैचर इसके समर्थन में नहीं थे।
महल में लगी आग के बाद एक्सपेंसेज पर खड़े हुए थे सवाल
1992 में, शाही निवास विंडसर कैसल में आग लग गई। इस घटना ने शाही परिवार के खर्चे पर सवाल खड़े कर दिए थे। देश दो गुटों में बंटा हुआ था – एक ने तर्क दिया कि शाही परिवार को मरम्मत का खर्च खुद वहन करना चाहिए, और दूसरे ने कहा कि यह काम टैक्स के पैसे से किया जाना चाहिए।
बकिंघम पैलेस को मरम्मत की लागत को कवर करने और शाही परिवार के खर्चों को पूरा करने के लिए जनता के लिए खोला गया था। एलिजाबेथ ने यह भी घोषणा की कि वह और उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स अपनी आय पर कर का भुगतान करेंगे।
Queen Elizabeth II | Britain’s longest-serving monarch | The royal family of UK | King Charles | grandsons William and Harry | London | Prince Philip |
ये भी पढे़ं
इंडिया-पाक की ये दो लेस्बियन लड़कियां बन रहीं औरों के लिए प्रेरणाः ऐसे की थी दोनों ने शादी, लवस्टोरी वायरल
डोनाल्ड ट्रंप की पहली पत्नी IvanaTrump की मौत:20 साल छोटे मॉडल से चौथी शादी की, हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहीं
Baba Vanga Predictions : कौन थी बाबा वेंगा जिनकी दो भविष्यवाणी 2022 में सत्य हो रही
Like and Follow us on :
Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin