Gujarat Election: गुजरात के इतिहास में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। कांग्रेस यहां 20 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई। 182 विधानसभा सीटों वाले देश के पश्चिमी राज्य में कांग्रेस को महज 16 सीटों पर जीत का संतोष करना पड़ा। गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए किसी भी विपक्षी दल को सदन की कुल सीटों की कम से कम 10 प्रतिशत सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है, जो गुजरात की स्थिति में कम से कम 19 सीटों पर होगी।
बता दें कि केंद्र में पिछले दो लोकसभा चुनावों में भी खराब प्रदर्शन के चलते कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी नहीं मिल पाई है। 2014 में 543 सीटों वाली लोकसभा में कांग्रेस को केवल 44 सीटों पर जीत मिली थी और जब मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए विपक्ष के नेता का पद मांगा गया था, तब तत्कालीन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नियमों का हवाला देते हुए इनकार कर दिया था।
इसके बाद साल 2019 में भी कांग्रेस महज 52 सीटों पर जीत हासिल कर सकी थी, जबकि नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए लोकसभा में कम से कम 55 सीटों की जरूरत होती है।
Gujarat Election 2022: नेता प्रतिपक्ष कई संवैधानिक पदों पर नियुक्ति के लिए पैनल में शामिल होते हैं, जो अब नहीं होगा। नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकपाल नियुक्ति पैनल की बैठकों में विशेष आमंत्रित के तौर पर आमंत्रित किया था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिलने के विरोध में खड़गे ने इसका बहिष्कार कर दिया था।
Vote share difference
In Himachal Pradesh
43.9% Congress
43.0% BJP
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0.9% Vote difference————————–
In Gujarat
53% BJP
27% Congress
——-
26% Vote Difference— Rishi Bagree (@rishibagree) December 8, 2022
नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिलने पर क्या अधिकार व सुविधाएं मिलते हैंॽ
नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट मंत्री का दर्जा और उससे जुड़ी अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं, जो कांग्रेस विधायक दल के नेता को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा न मिलने पर शायद उपलब्ध न हो। इसके अलावा, विपक्ष के नेता को विधानसभा या संसद में अग्रिम पंक्ति की सीट आवंटित की जाती है, साथ ही साथ संसद भवन, विधानसभाओं में कमरे और अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं।
#WATCH | It's our record win in Gujarat under PM's leadership… We got 52.5% vote share. Congress's voting percentage dropped to 27.3. A new party came to insult Gujarat, leader of that party said that our govt is coming in Gujarat. He should now apologise to people: BJP chief pic.twitter.com/M8YaXDE4MU
— ANI (@ANI) December 8, 2022
कांग्रेस भी अपोजिशन के साथ ऐसा ही करती आई
इन तमाम खूबियों के अलावा अपोजिशन की पोस्ट के पीछे एक बड़ा पॉलिटिकल मैसेज भी है, लेकिन कांग्रेस ने भी अपोजिशन के साथ ऐसा ही व्यवहार किया है, जब 1980 और 1984 में बड़ी जीत हासिल करने के बाद भी विपक्ष के किसी दल को लोकसभा नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं दिया गया था।
इधर गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी ने गुरुवार शाम दिल्ली मुख्यालय से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने गुजरात में मिली जीत के बारे में कहा कि इस नरेंद्र ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी ताकि भूपेंद्र जीत के सारे रिकॉर्ड तोड़ सकें। पीएम मोदी ने चुनाव नतीजों के लिए जनता का शुक्रिया अदा करते हुए कहा- ‘मैं जनता जनार्दन के आगे नतमस्तक हूं। बीजेपी के पास बड़े से बड़ा और कड़ा फैसला लेने की ताकत है।
पीएम मोदी ने कहा कि नरेंद्र-भूपेंद्र ने गुजरात में भी रिकॉर्ड तोड़ने का रिकॉर्ड बनाया है. भाजपा को मिला जनसमर्थन नए भारत की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। भाजपा को मिला जनसमर्थन भारत के युवाओं की ‘युवा सोच’ का परिचायक है। भाजपा को मिला जनसमर्थन गरीबों, शोषितों, वंचितों, आदिवासियों के सशक्तिकरण के लिए मिला समर्थन है।
#WATCH | The last few elections should be analysed on a big canvas. Those who call themselves neutral, who need to be neutral, where they stand, when and how they change colours? And how they play the game, it is very important for the country to know this: PM Modi pic.twitter.com/Ygm927UhUU
— ANI (@ANI) December 8, 2022
पीएम ने जताया गुजरात, हिमाचल और दिल्ली की जनता का आभार
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह जनादेश भारी है। जहां भारतीय जनता पार्टी सीधे तौर पर नहीं जीत पाई वहां बीजेपी का वोट शेयर आपके स्नेह का प्रमाण है। मैं गुजरात, हिमाचल और दिल्ली की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। उपचुनाव में भी आपका प्यार दिखा। यूपी के रामपुर में बीजेपी की जीत हुई है। बिहार चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन आने वाले दिनों में दिख रहा है। मैं चुनाव आयोग का भी आभार व्यक्त करता हूं।