Char Dham Yatra 2024: इस दिन खुलेंगे चार धाम के कपाट Read it later

Char Dham Yatra 2024: उत्तरकाशी स्थित श्री गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 10 मई को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर खुुलेंगे। लेटेस्‍ट अपडेट के मुताबिक इस दिन गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12.25 बजे अभिजीत मुहूर्त में ही खोले जाएंगे। बता दें कि श्री पंच गंगोत्री मंदिर समिति के कार्यालय की ओर से मंगलवार को कपाटोद्घन का यह शुभ मुहूर्त तय किया गया है। इधर राज्य सरकार ने भी चारधाम यात्रा की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। जानकारी के अनुसार इस बार भी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को रजिस्‍ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा।

बता दें कि इस साल श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार के दिन 12 मई को सुबह 6 बजे खोले जाएंगे। वहीं श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। इसी तरह यमुनोत्री धाम के कपाट भी 10 मई को खुलने की बात कही जा रही है, लेकिन कपाट खुलने का समय अभी यमुनोत्री मंदिर समिति की ओर से तय नहीं किया गया है।

इधर पंच केदारों में द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट खुलने की दिनांक और तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुलने की दिनांक 13 अप्रैल शनिवार को बैसाखी के पावन अवसर पर तय होगी।

गंगोत्री धाम का पौराणिक महत्व

हिंदू धर्म की पौराणिक मान्यताओं की मानें तो गंगोत्री धाम वही स्थान है जहां मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। यहां मां गंगा मैया का पवित्र मंदिर भी है। यहां मौजूद एक चट्टान रूपी शीला को शिवलिंग के रूप में पूजा जाता है। और यह गंगा का जलस्तर कम होने पर ही दिखाई देता है। मान्‍यता के अनुसार इस स्थान का सीधा संबंध भगवान राम से भी है। पौराणिक कथाओं की मानें तो भगवान राम के पूर्वज राजा भगीरथ ने यहां भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी।

यमुनोत्री धाम का के बारे में

यमुनोत्री में यमुना देवी मां का मंदिर है। इसके आसपास गर्म पानी के कई प्राकृतिक जल स्रोत हैं, जो आसपास के कई तालाबों में गिरते हैं। रोचक तथ्‍य यह है कि यहां आने वाले लोग यहां के गर्म पानी के कुंड में खाना पका कर देवी मां को चढ़ाते हैं। इनमें सबसे प्रसिद्ध सूर्य कुंड ही है, जहां का पानी बेहद गर्म रहता है। इस तालाब के पास दिव्य शाला नाम की एक चट्टान है, लोग देवी मां की पूजा से पहले यहां आकर पूजा करते हैं।

 

ये भी पढ़ें –

Shani Asta 2024 :38 दिन तक इन जातकों के होंगे वारे न्‍यारे, जानें किन्‍हें संभलना होगा

 

Like and Follow us on :

Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *