चक दे इंडिया: Indian Hockey team मेडल से चंद कदम दूर : 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में एंट्री, क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 दी मात Read it later

चक दे इंडिया: हमारी हॉकी टीम ने रचा इतिहास
REUTERS/Bernadett Szabo(REUTERS)

हमारी Indian Hockey team ने टोकिया ओलंपिक में इतिहास बना दिया है। टीम ने 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है। भारत ने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा  दिया है। भारतीय टीम के लिए पहले 7वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने और 16वें मिनट में गुरजंत सिंह ने और 57वें मिनट में हार्दिक सिंह ने गोल दागे।

टीम इंडिया अब 3 अगस्त मंगलवार को सेमीफाइनल में बेल्जियम के विरुद्ध मैच खेलेगी। दूसरा सेमीफाइनल उसी दिन ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच टक्कर होगी। जबकि 5 अगस्त को फाइनल मैच में टॉप-2 टीमों की भिड आमना-सामना होगा।

मौजूदा भारतीय हॉकी टीम

गोलकीपर: पीआर श्रीजेश

डिफेंडर: हरमनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार, अमित रोहिदास, बीरेंद्र लाकड़ा।

मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह (कप्तान), हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, नीलकांत शर्मा, सुमित।

फॉरवर्ड: शमशेर सिंह, दिलप्रीत सिंह, गुरजंत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मनदीप सिंह।

स्टैंडबाय: कृष्ण पाठक (गोलकीपर), वरुण कुमार (डिफेंडर), सिमरनजीत सिंह (मिडफील्डर)।

1972 के ओलंपिक में हॉकी गेम सेमीफाइनल के फाॅर्मेट में खेला गया था। इसके उपरांत 1976 में Indian Hockey team  नॉकआउट में नहीं पहुंची। 

1980 में, इंडिया ने गोल्ड जीता, लेकिन उस दाैरान हुए ओलंपिक में किसी तरह का सेमीफाइनल फॉर्मेट नहीं था। ग्रुप स्टज के उपरांत  सबसे ज्यादा अंक वाली 2 टीमों ने सीधे फाइनल मैच खेला था।

1972 के बाद पहली दफा पूल लेग में 4 मैच जीते

Indian Hockey team ने 1972 के बाद पहली बार पूल स्टेज में चार या इससे अधिक मैच जीते थे। 1972 के ओलंपिक में, इंडिया ने पूल स्टेज में 7 में से 5 मैच जीते थे। इसके बाद भारतीय हॉकी टीम 2016 ओलंपिक तक ग्रुप स्टेज में 3 से अधिक मैच नहीं जीत पाई। बता दें कि 1984 से 2016 तक भारतीय हॉकी टीम कभी भी ग्रुप स्टेज में 2 से ज्यादा मैच नहीं जीत पाई।

 पुरुषों की हॉकी में भारत ने अब तक जीते 8 गोल्ड मेडल

भारत ने पुरुष हॉकी में ओलंपिक में सबसे अधिक पदक जीते हैं। टीम ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा उन्होंने 1960 में रजत और 1964 और 1972 में कांस्य पदक जीता। 1980 के मास्को ओलंपिक के बाद, भारत ने हॉकी में कोई पदक नहीं जीता है।

बीते पांच  साल में भारतीय टीम का प्रदर्शन  बेहतरीन रहा

1980 के बाद से Indian Hockey team के प्रदर्शन में लगातार गिरावट लगभग हर बड़े मैचों में देखी गई। वह 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में 5वें स्थान पर रहने के बाद अपने प्रदर्शन को बेहतरनहीं कर पाई। 2008 के बीजिंग ओलंपिक में तो टीम पहली बार क्वालीफाई भी नहीं कर पाई थी।

Indian Hockey team 2016 के रियो ओलंपिक में अंतिम स्थान पर रही थी। पिछले पांच साल में भारत के प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार हुआ है। यही वजह रही कि टीम विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गई। लेकिन अब सेमीफाइनल में पहुंचकर टीम इंडिया ने एक बार फिर इतिहास दोहरा दिया है.

India Vs Great Britain Tokyo Olympics Hockey Quarterfinals Match | Indian Hockey team Head to Head Record | All You Need To Know About Indian Hockey team | 

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