भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने लागातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीत कर इतिहास रच दिया है। ऐसा करने वाली वे भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं हैं। कुल मिलाकर, वह सुशील कुमार के बाद भारत की दूसरी एथलीट हैं।
सिंधु ने कांस्य पदक के मुकाबले में सिर्फ 52 मिनट में चीन की बिंगजियाओ को 21-13, 21-15 से हराया। बता दें कि सिंधु ने इससे पहले 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। सुशील ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक और 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था।
इस मैच के लिए मैंने अपनी इमोशंस पर काबू किया- जीत के बाद पीवी सिंधु
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद पी.वी. सिंधु ने कहा कि मैंने सालों से कड़ी मेहनत की है और मैं अब इस जीत के बाद सातवें आसमान पर हूं। मेरे अंदर बहुत सारी भावनाएं चल रही थीं… कि क्या मुझे कांस्य जीतकर खुश होना चाहिए … या यह दुख होना चाहिए कि मैंने फाइनल खेलने का मौका गंवा दिया’… कुल मिलाकर… इस मैच के लिए… मैंने अपनी भावनाओं पर काबू रखा।”
जीत के बाद सिंधु के पिता पी.वी. रमन्ना ने कहा‚ अब पीएम के साथ आइस्क्रीम खाएगी सिंधु…
टोक्यो ओलंपिक्स में सिंधु के कांस्य पदक जीतने पर उनके पिता पी.वी. रमन्ना ने कहा, “प्रधानमंत्री ने सिंधु को हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि टोक्यो से लौटने के बाद साथ मिलकर आइसक्रीम खाएंगे…अब वह पीएम के साथ आइसक्रीम खाएंगी।” रमन्ना ने कहा, “हमें ओलंपिक्स में देश के लिए ज्यादा से ज्यादा मेडल हासिल करने हैं।”
I think she’s coming on Aug 3. I’m planning to go to Delhi. We have to get as many medals as we can for country at Olympics. PM encouraged her & told Sindhu that we’ll eat ice-cream together after returning from Tokyo. Now, she’ll eat ice-cream with PM: PV Ramana, Sindhu’s father pic.twitter.com/5tChxNm3SG
— ANI (@ANI) August 1, 2021
ओवरऑल ओलंपिक खेल के दौरान बैडमिंटन में भारत का तीसरा पदक
साइना नेहवाल
कांस्य पदक: लंदन ओलंपिक (2012)
पीवी सिंधु
रजत पदक: रियो ओलंपिक (2016)
पीवी सिंधु
कांस्य पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)
टोक्यो ओलंपिक में भारत के अब तक 3 पदक
यह टोक्यो ओलंपिक में भारत का तीसरा पदक है। सबसे पहले मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन के 49 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता। वहीं बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने 69 किग्रा वेल्टरवेट वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए पदक पक्का कर लिया है।
सिंधु ने महज 52 मिनट में मैच जीत लिया
सिंधु ने मैच के दौरान स्मैश और लॉन्ग शॉट का शानदार इस्तेमाल किया। उन्होंने लंबी रैली कि जगह अटैकिंग गेम दिखाया। |
सिंधु ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की और 4-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद बिंगजियाओ 5-5 के लेवल पर लौट आई।
फिर खेल का पहला हाफ सिंधु के बेहतरीन शॉट्स के साथ 11-8 से खत्म हुआ। इसके बाद सिंधु ने अपनी बढ़त को कायम रखा। मात्र 23 मिनट में भारतीय स्टार शटलर सिंधु ने पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में भी सिंधु ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए 11-8 से बढ़त बना ली। हालांकि, चीनी खिलाड़ी ने लगातार 3 अंक बनाए और स्कोर को 11-11 से बराबर कर लिया। इसके बाद सिंधु ने स्मैश और लॉन्ग शॉट्स का अच्छा इस्तेमाल करते हुए 4 अंक बनाए और स्कोर 15-11 कर दिया।
इसके बाद बिंगजियाओ केवल 4 अंक ही बना सकी और सिंधु ने 6 अंक बनाकर दूसरा गेम और कांस्य पदक जीता। सिंधु ने महज 29 मिनट में यह गेम जीत लिया।
सिंधु-बिंगजियाओ के बीच अब तक 16 मैच खेले जा चुके
पीवी सिंधु और बिंगजियाओ के बीच अब तक टोटल 16 मैच खेल गए। इनमें से जिओ ने 9 मैच और सिंधु ने 7 मैच जीते। सिंधु ने पिछले दो मैचों में जिओ को हराया है। इस मैच से पहले सिंधु ने चीनी खिलाड़ी को 21-19, 21-19 से हराया था।
सेमीफाइनल मुकाबले में हारी सिंधु
सिंधु को सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ताइजु यिंग से 21-18, 21-13 से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में हारने के बाद वह गोल्ड और सिल्वर की रेस से बाहर हो गई थीं।
टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु का सफर ऐसा रहा
- पहले मैच में इजराइल की केसिया पोलिकारपोवा को 21-7, 21-10 से हराया
- दूसरे मैच में उसने हांगकांग की गन यी चिउंग को 21-9, 21-16 से हराया।
- प्री-क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ड को 21-15, 21-13 से हराया
- क्वार्टर फाइनल में जापान के अकाने यामागुची को 21-13, 22-20 से हराया
- सेमीफाइनल में चीनी ताइपे के ताइजू यिंग ने सिंधु को 21-18, 21-12 से हराया।
- उन्होंने कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की जिओ बिंग को 21-13, 21-15 से हराया।