Michael Jackson Death Anniversary: किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन की मृत्यु हुए 13 साल हो गए। 25 जून 2009 को जैक्सन की मौत की खबर सामने आते ही दुनिया में मानो मातम मच गया था। इस मौत की खबर को कंफर्म करने के लिए दुनिया भर के इतने लोगों ने गूगल पर सर्च किया कि गूगल ट्वीवीटर इतना सर्च किया इनका सर्वर ही क्रैश हो गया।
जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) ने वन मैन सोलो आर्टिस्ट के रूप में बड़ी सफलता हासिल की और निरंतर नए रिकॉर्ड बनाए। यही कारण है कि उन्हें बिना किसी विवाद के किंग ऑफ पॉप के नाम से जाना जाता है और हमेशा वे इसी उपाधि के हकदार रहेंगे। अपने जीवनकाल में उन्होंने इतने रिकॉर्ड बनाए थे कि उन्हें किंग ऑफ रिकॉर्ड्स भी कहा जाता है।
उन्हें विश्व इतिहास का सबसे सक्सेसफुल और प्रभावशाली एंटरटेनर कहा जाता है। 600 से अधिक पुरस्कार जीतने वाले जैक्सन ने संगीत के क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किए। एक माइलस्टोन यह भी है कि वे एक मात्र ऐसे कलाकार रहे जिसने मरणोपरांत सबसे ज्यादा कमाई अपने गीतों से की।
कुछ मौकों पर उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड तोड़ डाले, जबकि जैक्सन के जीवित रहते हुए उनके संगीत ने दुनिया भर में धूम मचाई, उनके मरणोपरांत रिलीज़ हुए उनके गीतों ने श्रोताओं को प्रभावित किया और संगीत के आनंद को कम करने की कोई गुंजाइश तक नहीं छोड़ी। उनके नाम कुछ अनोखे विश्व रिकॉर्ड हैं। उनकी तेरहवीं डैथ एनिवर्सरी पर हम आपको आज उनके जीवन के उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे ,लेकिन एक प्रशंसक के तौर पर उनसे जुड़ी बातें आप जरूर जानना चाहेंगे।
मौत के 10 साल बाद भी टॉप सिंगर के तौर पर काबिज रहे
फोर्ब्स के मुताबिक, माइकल ने अपनी मौत के बाद 17,110 करोड़ रुपए की कमाई की थी। 2019 की लिस्ट पर गौर करें तो मौत के 10 साल बाद भी माइकल सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर के तौर पर टॉप पर काबिज थे। जबकि दूसरे नंबर पर पॉपुलर सिंगर एल्विस प्रेस्ली थे। वहीं 2018 तक माइकल के नाम 28.40 बिलियन की कमाई हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, मौत से ठीक पहले माइकल दिवालिया होने की कगार पर थे। ऐसे में उनकी मौत के बाद की कमाई से परिवार ने उनका कर्ज चुकाया था।
माइकल के नाम 39 गीनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड
किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) दुनिया के बेहतरीन गायक रहे हैं। अपने गानों, मूनवॉक, डांसिंग स्टेप्स के अलावा माइकल अपने विश्व को देखने के तरीके और चुनौतीपूर्ण विज्ञान के लिए भी चर्चा में रहे हैं। माइकल मात्र 50 वर्ष की आयु में हो गई, लेकिन वे हमेशा से 150 वर्ष से अधिक जीने की तमन्ना रखते थे।
इसके लिए वह रोजाना ऑक्सीजन चैंबर में सोते थे और लंबी जिंदगी जीने के लिए घर पर ही प्रयोगशाला बनवाते थे और व्यक्तिगत शोध कराते थे। माइकल जैक्सन का यह भी मानना था कि दुनिया में एक समय ऐसा जरूर आएगा जब विज्ञान की मदद से मृतकों को पुनर्जीवित करना संभव होगा। माइकल जैक्सन दुनिया के सबसे मशहूर गायक माने जाते हैं, इनके नाम 39 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं।
माइकल 8 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे
29 अगस्त 1958 को गैरी, इंडियाना में जन्में माइकल जैक्सन माता-पिता की 8वीं संतान थे। उनका पूरा परिवार जैक्सन स्ट्रीट में 2 कमरों के घर में रहता था। पिता जोसेफ वाल्टर (जो जैक्सन) पूर्व मुक्केबाज थे, जो गिटार बजाते थे, जबकि माँ कैथरीन भी एक पियानो वादक थीं।
माइकल ने एक इंटरव्यू में बताया था- परफॉर्मेंस खराब होने पर पिता बेल्ट से पीटा करते थे (Michael Jackson Death Anniversary)
घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए माइकल के पिता ने 1964 में जैक्सन ब्रदर नाम से एक बैंड बनाया, जिसमें सभी भाई-बहन स्ट्रीट परफॉर्मेंस देकर पैसे कमाते थे। माइकल के पिता उसे खास पसंद नहीं करते थे. वह अक्सर माइकल की नाक और चेहरे की विशेषताओं का मज़ाक उड़ाकर उसे पीटता था। एक इंटरव्यू में माइकल ने बताया था कि उनकी परफॉर्मेंस खराब होने पर उनके पिता उन्हें बेल्ट से बुरी तरह पीटते थे। अपने पिता के रवैये से माइकल के मन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा।
1965 में, जैक्सन 7 वर्ष के थे, तो उनके समूह का नाम बदलकर जैक्सन 5 कर दिया गया और वे इसका नेतृत्व करने लगे। जैक्सन 5 ने अपने गाने लॉन्च करना जारी रखा और उन्हें अमेरिका में पहचान मिलनी शुरू हो गई। 1977 में जैक्सन 5 टूट गया और माइकल फिल्मों में काम करने के लिए न्यूयॉर्क शहर चले गए।
उनकी पहली फिल्म द विज थी, लेकिन वह फ्लॉप हो गई। इस फिल्म के संगीत निर्देशक क्विंसी जोन्स ने माइकल की प्रतिभा को परखते हुए उनके साथ 3 एकल संगीत एल्बम लॉन्च किए, जिन्हें खूब सराहा गया।
माइकल के साथ अंतिम वक्त में क्या हुआ था
25 जून 2009 को लॉस एंजिल्स में दोपहर करीब 2:26 बजे टीवी चैनल, वेबसाइट पर खबर आई कि किंग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) नहीं रहे। खबर आते ही सन्नाटा छा गया, कई लोग सड़कों पर ही सदमे में बेहोश होने लगे और पूरे लॉस एंजिल्स का खुशी का माहौल मातम के मंजर में बदल गया। दुनिया भर के लोग जानना चाहते थे कि 150 साल तक जीने की चाह रखने वाले माइकल जैक्सन 50 साल की उम्र में अचानक कैसे मर सकते हैं।
25 जून 2009 को दोपहर करीब 12 बजे माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) की मृत्यु हो चुकी थी, लेकिन इसे पब्लिकली डिक्लियर नहीं किया गया था। प्रोपोफोल और बेंज़ोडायजेपाइन जैसी हैवी डोज की दवाओं के ओवरडोज़ के कारण दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई थी। माइकल 150 साल से अधिक जीना चाहते थे और इसी के लिए उन्होंने अपने घर पर 12 निजी डॉक्टरों की एक टीम परमानेंट रखी थी, ये डॉक्टर्स उन्हें दवाएँ और सही आहार देते थे। माइकल के खाने की भी पहले प्रयोगशाला में जांच की जाती थी इसके बाद भी इस खाने को खाते थे।
उनकी मृत्यु के समय, उनके निजी डॉक्टर, कॉनराड मरे, लॉस एंजिल्स के होल्मली हिल्स में उनके साथ ही थे। जब माइकल को नींद नहीं आती थी तो इन डॉक्टर्स की ओर से उन्हें कई दवाओं की खुराक दी जाती थी, ताकि वह जल्दी सो सकें। उस आखिरी दिन भी ऐसा ही हुआ। उस दिन कुछ देर बाद डॉक्टर ने माइकल को कमरे में बेहोश पड़ा देखा और तुरंत उन्हें सीपीआर दिया। जब कुछ असर नहीं हुआ तो डॉक्टर ने चिकित्सा सहायता लेने के लिए घर में लैंडलाइन और मोबाइल फोन ढूंढे, लेकिन सुरक्षा के कारण घर के सभी लैंडलाइन बंद थे। वह तुरंत बाहर भागा और गार्ड से 911 पर कॉल करने को कहा।
मेडिकल हेल्पलाइन नंबर 911 पर कॉल 12:22 बजे की गई। इसके बाद महज 3 मिनट में डॉक्टरों को लेकर एंबुलेंस पहुंच गई थी। जब डॉक्टर पहुंचे तो माइकल की सांसें थम चुकी थीं। उन्हें सीपीआर दिया गया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उन्हें उसी दौरान रोनाल्ड रीगन यूसीएलए मेडिकल सेंटर ले जाया गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद भी जब उनकी सांसे नहीं आ पाई तो दोपहर 2:26 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) की मौत के सदमे में 13 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। ऑस्ट्रेलिया में आत्महत्या रोकथाम हॉटलाइन को उनकी मृत्यु के अगले दिन 50 कॉल प्राप्त हुईं। वे इतने सदमे में थे कि आत्महत्या करना चाहते थे. हॉटलाइन के सीईओ डॉन ओ’नील ने एक साक्षात्कार में कहा कि उनके पास अचानक कॉल करने वालों की संख्या बढ़ गई है।
परिवार के लोग बिना दिमाग के शव को दफनाने की जिद पर थे, अंतिम संस्कार में खर्च हुए 8 करोड़!
संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का सही कारण पता लगाने में पुलिस और डॉक्टरों को कई महीने लग गए। पोस्टमॉर्टम के लिए माइकल का दिमाग निकालकर उसकी जांच की गई। परिवार वाले अंतिम संस्कार करना चाहते थे, लेकिन 2 महीने तक कोई नतीजा नहीं निकल सका. ऐसे में परिवार बिना मन के माइकल के शव को दफनाना चाहता था. हालांकि लोगों के समझाने के बाद परिजन भी इंतजार करने को तैयार हो गये। माइकल जैक्सन का निजी अंतिम संस्कार उनकी मृत्यु के ठीक 39 दिन बाद 3 सितंबर 2009 को हुआ, जिसमें केवल 200 लोग शामिल हुए।
सोने के ताबूत में दफनाने पर परिवार को चोरी का डर था
माइकल (Michael Jackson Death Anniversary) के शव को सोने के ताबूत में रखा गया और कंक्रीट में दफनाया गया। उन्हें फ्यूनरल से पहले उनके मेकअप आर्टिस्ट ने वैसे ही तैयार किया जैसे वो परफॉर्मेंस से पहले तैयार होते थे। माइकल के परिवार को डर था कि यदि माइकल के शव का स्थान बताया गया तो उसके चाहने वाले कब्र खोदकर उसका शव चुरा सकते हैं।
इसी वजह से उनके शव को रहस्यमय तरीके से दफनाने का फैसला किया जा रहा था। हालाँकि, बाद में माइकल के शव को फॉरेस्ट लॉन के ग्रेट माइसेलियम में दफनाया गया, यहां क्लार्क गब्बल, जीन हार्लो, वॉल्ट डिज़नी जैसी हॉलीवुड हस्तियों को दफनाया गया है।
8 फरवरी 2010 को, माइकल की मृत्यु के आठ महीने बाद, उनके डॉक्टर कॉनराड मूर को गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया गया।
ममोरियल के टिकट खरीदने के लिए आए थे 16 लाख आवेदन, यह प्रोग्राम 300 करोड़ लोगों ने देखा
7 जुलाई 2009 को लॉस एंजिल्स के स्टेपल्स सेंटर में माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) का एक स्मारक बनाया गया था। इसके उद्घाटन में शामिल होने के लिए 1.6 मिलियन लोगों ने टिकट खरीदने के लिए आवेदन किया था। इसकी स्ट्रीमिंग को अमेरिका में 35 मिलियन लोगों ने देखा जबकि दुनिया भर में 300 मिलियन लोगों ने इसे देखा। यह अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली घटना है।
टूटी नाक से लग गया था करियर पर ब्रेक!
1978 में डांस करते वक्त माइकल की नाक टूट गई थी. उनकी राइनोप्लास्टी की गई, लेकिन उसके बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके चलते उन्हें कई दिनों तक सिंगिंग से दूर रहना पड़ा और करियर शुरू होने से पहले ही ब्रेक मिल गया। 1 साल के ब्रेक के बाद माइकल ने सिंगिंग में वापसी की और कई हिट गाने देकर अपनी पहचान बनाई।
विटिलिगो हुआ तो माइकल जैक्सन स्किन ब्लीचिंग से गोरे हुए और विवादों से घिर गए थे
1983 तक अफ्रीकी-अमेरिकी माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) गहरे रंग के थे, लेकिन उसके बाद से उनकी त्वचा का रंग अचानक गोरा होने लगा। विवादों में आने के बाद उनके स्किन डॉक्टर अर्नोल्ड क्लेन ने बताया कि उन्हें विटिलिगो (सफेद दाग) की समस्या है, जिसके कारण उनके शरीर में सफेद-काले दाग बन गए हैं। माइकल ने उन धब्बों को छुपाने के लिए सफेद मेकअप का इस्तेमाल किया।
विटिलिगो के इलाज के दौरान उन्हें त्वचा की ब्लीचिंग करानी पड़ी और वे गोरे हो गए। लोगों ने नस्लवाद का आरोप लगाया कि जैक्सन अफ्रीकी त्वचा का रंग बदलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ब्लीचिंग का सहारा लिया। कई लोगों का मानना था कि माइकल जैक्सन अपनी त्वचा और लुक को लेकर काफी चिंतित रहते हैं।
मां का दावा था कि माइकल को कॉस्मेटिक सर्जरी की लत लग गई थी
माइकल (Michael Jackson Death Anniversary) की मौत के बाद उनकी मां ने दावा किया कि माइकल ने विटिलिगो से छुटकारा पाने के लिए कुछ सर्जरी करवाई थी, लेकिन फिर खुद को खूबसूरत होता देख वह कॉस्मेटिक सर्जरी के आदी हो गए। माइकल ने अपनी 1988 की जीवनी में खुद कबूल किया था कि उन्होंने दो बार राइनोप्लास्टी और एक बार ठोड़ी की सर्जरी करवाई थी।
बढ़ती उम्र को रोकने के लिए माइकल जैक्सन ऑक्सीजन चैंबर पर सोते थे
1986 में, हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चैंबर में सोते हुए माइकल की एक तस्वीर सामने आई। दरअसल माइकल अपनी उम्र को रोकने के लिए ऑक्सीजन चैंबर में सोते थे। खास बात यह है कि ऑक्सीजन चैंबर अब वर्तमान में बेहतर स्वास्थ्य के लिए फेमस हो रहा है और इसीका इस्तेमाल माइकल 1986 में कर रहे थे। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि माइकल तकनीक के इस्तेमाल में कितने अपडेट थे।
माइकल जैक्सन महिलाओं के हार्मोनल इंजेक्शन लेते थे, फीमेल स्किन की थी चाहत
माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) अपनी आवाज को ऊंचा रखने के लिए महिलाओं के हार्मोनल इंजेक्शन लेते थे। इसका एक कारण यह भी था कि वे महिलाओं की तरह त्वचा और चेहरे पर कम बाल चाहते थे। माइकल की आंखों की भी सर्जरी हुई थी। साथ ही उन्हें लड़कियों की तरह सजना-संवरना भी पसंद था।
माइकल जैक्सन अपने चिंपैंजी के साथ मेयर के पास पहुंचे
माइकल जैक्सन के सफल होने के बाद उन्होंने बबल नाम के एक चिंपैंजी को गोद लिया। वह अपने हर दौरे और यात्रा के दौरान बबल को अपने साथ रखते थे। माइकल 1987 में अपने विश्व दौरे बैड के दौरान एक बार जापान के ओसाका के मेयर से मिलने के लिए बबल्स को भी अपने साथ ले गए थे।
माइकल जैक्सन 1890 में मरे एक आदमी की हड्डियाँ खरीद कर उस पर रिसर्च करवाना चाहते थे
शिकागो ट्रिब्यूनल के मुताबिक, 1987 में माइकल जोसेफ मेरिक का कंकाल खरीदना चाहते थे, जिनकी 1890 में मौत हो गई थी। उनके प्रचारक ने इसके लिए 8 करोड़ की बोली लगाई थी। दरअसल जोसेफ मेरिक को एक अजीब बीमारी थी, जिसके कारण उन्हें एलिफेंट मैन कहा जाता था। माइकल उसका कंकाल खरीदकर उस पर शोध करना चाहते थे, क्योंकि उन्हें विज्ञान में बहुत रुचि थी।
2700 एकड़ में बनावाया था आशियाना
मार्च 1988 में माइकल (Michael Jackson Death Anniversary) ने कैलिफोर्निया में 2700 एकड़ में अपना नया घर बनाया, जिसका नाम नेवरलैंड रखा गया। इस घर की कीमत 17 मिलियन डॉलर यानी 139 करोड़ रुपये थी. घर में एक बड़ा पहिया, बच्चों का झूला हिंडोला, एक सिनेमाघर और एक चिड़ियाघर था। इस घर के लिए ही उन्होंने 40 पेट्रोलिंग स्टाफ रखे थे।
13 साल के लड़के ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप तो कोर्ट के बाहर सैटलमेंट के 188 करोड़ रुपए दिए
अगस्त 1993 में, 13 वर्षीय जॉर्डन चांडलर ने माइकल पर बाल यौन शोषण का आरोप लगाया। (Michael Jackson Death Anniversary) मामले के दौरान, जॉर्डन और उसके पिता, इवांस ने माइकल के कुछ व्यक्तिगत विवरण भी साझा किए, जो उन्हें उत्पीड़न के दौरान पता चला। कुछ महीनों के बाद सबूतों की कमी के कारण मामला धीमा हो गया और इस बीच माइकल ने अदालत से बाहर समझौता कर लिया। इसके लिए उन्होंने जॉर्डन को 188 करोड़ रुपये दिए थे।
छवि खराब होने के कारण नशे का आदी हुए
पेप्सी ऐड के दौरान हुए हादसे के बाद माइकल को सिर की सर्जरी करानी पड़ी थी। सर्जरी के बाद माइकल कुछ दर्द निवारक दवाओं पर निर्भर रहने लगे, लेकिन जब बाल शोषण मामले के कारण उनकी छवि खराब हुई तो वह नशे के आदी हो गए। इससे उनकी सेहत पर ऐसा असर पड़ा कि 12 नवंबर 1993 को उन्होंने अपने सभी कॉन्सर्ट रद्द कर दिए।
ड्रग्स खरीदने के लिए बनाए गए थे 19 फर्जी आईकार्ड
टीएमजेड चैनल की डॉक्यूमेंट्री हू रियली किल्ड माइकल जैक्सन (Michael Jackson Death Anniversary) में दावा किया गया है कि माइकल ने ड्रग्स खरीदने के लिए 19 फर्जी आईडी कार्ड बनवाए थे। उनके पास निजी डॉक्टरों की एक टीम थी, जो उन्हें हर तरह की दवाओं के नुस्खे दिया करती थी। माइकल के स्किन डॉक्टर अर्नोल्ड क्लेन एक डायरी रखते थे, जिसमें यह नोट किया जाता था कि कौन सी दवा किस आईडी से ली जा रही है।
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