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पाकिस्तान की सियासत में उठापटक जारी है। (Pakistan Political Crisis) यहां नेशनल असेंबली में आज एक बड़ी उठा पठक हुई। उपसभापति ने विदेशी साजिश का आरोप लगाते हुए अनुच्छेद 5 के तहत अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने इमरान खान की मांग पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया। अब पाकिस्तान में 90 दिनों के भीतर आम चुनाव होंगे। इस दौरान इमरान कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा- ‘हम इंसाफ के लिए लोगों के बीच जाएंगे। हम लोगों से अगले चुनाव की तैयारी करने की अपील करते हैं। पूरे समुदाय के साथ विश्वासघात करने का प्रयास किया जा रहा था। थोड़ी देर में पाकिस्तानी सेना भी इस पूरे घटनाक्रम पर बयान जारी कर सकती है।
पाकिस्तान में इस तमाम राजनीतिक उठापटक (Pakistan Political Crisis) के बीच विपक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। जिसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए स्पेशल बेंच का गठन किया है। इसके साथ ही कोर्ट नेशनल असेंबली के फैसले पर भी सुनवाई करेगी।
इससे पहले विपक्षी दलों ने संसद अध्यक्ष असद कैसर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। विपक्षी दलों ने कहा कि कैसर निष्पक्ष रूप से काम नहीं कर रहे हैं। वहीं, राजधानी इस्लामाबाद में भी कर्फ्यू लगा दिया गया।
“I have already sent my advise to President to dissolve Assemblies”-@ImranKhanPTI #PrimeMinisterImranKhan pic.twitter.com/lctulMOg06
— PTI (@PTIofficial) April 3, 2022
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले नवाज शरीफ पर हमला
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर लंदन में हमला हुआ है। नवाज पर किसी अनजान शख्स ने उनके ऑफिस के सामने फोन फेंक दिया। इससे उनका बॉडीगार्ड घायल हो गया। नवाज की बेटी मरियम नवाज ने इस हमले के लिए पाकिस्तान के मौजूदा पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जिम्मेदार ठहराया है।
पाक के लोग सड़कों पर आए (Pakistan Political Crisis)
शनिवार शाम इमरान ने एक लाइव सेशन में अचानक लोगों से फोन पर बात की। (Pakistan Political Crisis) उनके सवालों के जवाब दिए। दिलचस्प बात यह है कि 11 फोन कॉलों में से 8 दूसरे देशों में रहने वाले लोगों के थे। सभी ने इमरान और उनकी सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़े। वजीर-ए-आज़म ने सेना के निष्प्रभावी होने पर तंज कसा।
नमाज का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा- या तो आप अच्छे के साथ हैं या बुरे के साथ। कोई न्यूट्रल नहीं रहता। अविश्वास प्रस्ताव अमेरिका और विपक्ष की साजिश है। रविवार को पूरा देश सड़कों पर उतर आया और इस साजिश के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हिंसा फैलने की संभावना
इस्लामाबाद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। संसद के आसपास करीब 3,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा रेंजर्स को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है।
एक तरफ राजधानी में इमरान खान के समर्थक जुट रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष भी अपने समर्थकों के साथ तैयार है। (Pakistan Political Crisis) खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले या बाद में दोनों पक्षों के समर्थक हिंसा फैला सकते हैं।
विपक्षी दलों ने इमरान खान पर संगीन आरोप लगाए
पाकिस्तान संसद में अविश्वास प्रस्ताव भंग होने के बाद संसद भंग हो गई है। ऐसे में विपक्षी दलों ने इमरान खान पर गंभीर आरोप लगाए। विपक्ष के नेता बिलावल भुट्टो ने बयान में कहा कि सरकार को पता था कि वो नहीं टिकने वाले इसलिए ऐसा कदम उठाया लेकिन हम इमरान खान को मनमानी नहीं करने देंगे।
صدر پاکستان اسمبلیاں تحلیل کر چکے ہیں اور ہم اس پر اپنے قانونی ماہرین کی رائے بھی لیں گے کہ کیسے کوئی مزاحیہ سیشن کر کے اسپیکر کی کرسی پر بیٹھ سکتا ہے۔ @Hammad_Azhar #بیرونی_سازش_ناکام#فیصلہ_عوام_کرے_گی pic.twitter.com/JPDrafhagY
— PTI (@PTIofficial) April 3, 2022
पाक में सियासी बवाल पर खास अपडेट्स..
- पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि आज जो हुआ, वो एक राजनीतिक प्रक्रिया है। इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है।
- पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल असेंबली भंग करने के मामले में खुद नोटिस लेकर एक स्पेशल बेंच बनाई है।
- स्पीकर के फैसले के खिलाफ विपक्ष के सांसदों ने नेशनल असेंबली पर कब्जा करके शहबाज शरीफ को PM चुन लिया।
- अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद इमरान ने देश को संबोधित करते हुए कहा- ‘हम इंसाफ के लिए अवाम के बीच जाएंगे।
- नवाज शरीफ की बेटी मरियमने इमरान को पागल और जुनूनी कहा है। उन्होंने कहा कि अगर इसे सजा नहीं मिली तो जंगल राज आएगा।
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने इमरान खान पर संविधान को तोड़ने का आरोप लगाया है।
फवाद चौधरी का कहना है कि वजीर ए आजम इमरान खान संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे, जो चुनाव और उपचुनाव से जुड़ा है। हुसैन ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत अपने कर्तव्यों को जारी रखेंगे। मंत्रिमंडल भंग कर दिया गया है।”
पाकिस्तान के संविधान का अनुच्छेद 224 क्या है?
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने रविवार को इमरान खान की सिफारिश के आधे घंटे के भीतर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग कर दिया और नए चुनाव का रास्ता साफ कर दिया। पाकिस्तान में अब अगले 90 दिनों के भीतर आम चुनाव होंगे, तब तक इमरान खान पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 के तहत पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान की कैबिनेट भंग कर दी गई है।
आर्टिकल 5 से मिला सका इमरान को जीवनदान
पाकिस्तान में इमरान सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद वहां के संविधान के आर्टिकल 5 की चर्चा है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने संविधान के आर्टिकल 5 को आधार बना कर ही अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया है। इसके लिए उन्होंने विदेशी साजिश का हवाला दिया है।
पाकिस्तान के संविधान में आर्टिकल 5 आखिर क्या कहता है?
- पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 5 में कहा गया है कि देश के प्रति वफादारी हर नागरिक का कर्तव्य है।
- साथ ही देश के कानून को हर नागरिक को मानना होगा। चाहे वह जहां भी रहें या फिर कुछ ही वक्त के लिए पाकिस्तान में रहा हो।
- पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रविवार को सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ कहा- आर्टिकल 5 के तहत देश के प्रति वफादारी हर पाकिस्तानी नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि देश का विपक्ष विदेशी ताकतों से गया है।
- इसके बाद डिप्टी स्पीकर कासिम सुरी ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया और सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।
- इसके बाद प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली भंग करने और नए सिरे से चुनाव कराने की सलाह दी। इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है। अब पाकिस्तान में अगले 90 दिन के अंदर आम चुनाव कराए जाएंगे। इमरान तब तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करना कितना कानूनी तौर पर सही है?
- पाकिस्तान के कानूनी विशेषज्ञ सरूप एजाज ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह कदम संविधान और लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है।
- अविश्वास प्रस्ताव पेश करते समय अटॉर्नी जनरल ने अदालत से कहा है कि मतदान होगा। ऐसे में यह एक चाल थी जो संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करती है।
- यदि सदन के भीतर अधिकार क्षेत्र से बाहर कोई कार्रवाई की जाती है तो न्यायालय हस्तक्षेप कर सकते हैं। ऐसा कोर्ट खुद कई बार कह चुका है।
- पाकिस्तान के और भी कई लोग इमरान के इस फैसले को संविधान का उल्लंघन बता रहे हैं।
- पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने ट्वीट किया कि नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने संविधान के अनुच्छेद 5 के तहत अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इसके बाद इमरान ने नेशनल असेंबली को भंग करने की घोषणा की। ये सभी फैसले संविधान का उल्लंघन हैं। पीटीआई ने पाकिस्तान को संवैधानिक संकट में धकेल दिया है। यह पाकिस्तान के संविधान के साथ विश्वासघात है।
- कानूनी विशेषज्ञ मुनीब फारूक ने इमरान के नेशनल असेंबली को भंग करने के कदम को पूरी तरह से असंवैधानिक करार दिया।
ऐसा होने की उम्मीद नहीं थी : शाहबाज शरीफ
रविवार को पाकिस्तान की संसद में जो हुआ वह विपक्ष की योजना के मुताबिक नहीं था. संसद से लौटकर विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने भी स्वीकार किया कि उन्हें इमरान खान के कदम की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन संसद में जो हुआ वह साबित करता है कि इमरान खान देश के गद्दार हैं और वह अब कानूनी रूप से आगे बढ़ेंगे। और वह इमरान को सत्ता से बेदखल करके ही मरेगा।
संसद की बिजली काटी दी गई
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद विपक्ष ने संसद पर कब्जा कर लिया (Pakistan Political Crisis) और अपने हिसाब से कार्यवाही चलाने लगे। इसी बीच पाकिस्तान की संसद में बिजली काट दी गई है। जिसके बाद संसद में अंधेरा छा गया।
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