ICC World Cup 2023: चार दिन बाद क्रिकेट विश्व कप यानी क्रिकेट का महाकुंभ शुरू होने वाला है और भारत देश अपने इतिहास में चौथी बार पुरुष विश्व कप की मेजबानी करने के लिए तैयार है, भले ही विश्व कप का परिणाम कुछ भी हो, चाहे भारत जीते या नहीं, लेकिन इसमें भारतीय इकोनॉमी निश्चित रूप से जबरदस्त रूप से बढ़ जाएगी। बीक्यू प्राइम की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व कप की मेजबानी करके ही हम इकोनॉमी के लिए लिहाज से विजेता बनने के लिए तैयार हैं। दरअसल भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने वाला है और विश्व कप के बाद इंडिया की इकोनॉमी 1.6 अरब डॉलर ज्यादा अमीर हो जाएगी।
यूं बढ़ेगी क्रिकेट वर्ल्डकप में भारत की इकोनॉमी
जब विश्व कप शुरू होगा तो इसका मतलब है कि दुनियाभर से हजारों प्रशंसक भारत ट्रेवल करेंगे कर रहे हैं, खेलों के लिए टिकट खरीद रहे हैं, होटलों में रुकेंगे, रेस्तरां और सड़क के किनारे के स्टालों पर खाना खाएंगे, मैचों के दौरान होम डिलीवरी के माध्यम से घर पर खाना ऑर्डर करेंगे। (ICC World Cup 2023) यादगार वस्तुएं, माॅल और सुविनियर खरीदना, लोकल मेमोरियल्स और टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स का दौरा करना और भी बहुत कुछ।
यह सब निश्चित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, क्योंकि इनमें से किसी की भी कोस्ट डिमांड और सप्लाई की सरल इकोनॉमिक कॉन्सेप्ट के कारण ज्यादा होगी जो कि विभिन्न इंडस्ट्रीज द्वारा प्राप्त कैपिटलिस्ट प्रॉफिट से मेल खाती है।
बीक्यू प्राइम रिपोर्ट के अनुसार, टूर्नामेंट के दौरान इस तरह से डायरेक्ट और इनडायरेक्ट एक्सपेंसेज का जॉइंट इकोनॉमिक इंम्पैक्ट कम से कम 1.64 बिलियन डॉलर होगा।
हवाई किराए, आवास, स्टेडियम टिकट, फूड और ड्रिंक्स, डोमेस्टिक और इंटरनेशनल ट्रेवलर्स की यात्रा पर खर्च में डायरेक्ट फाइनेंशियल इक्पैक्ट पड़ता है। (ICC World Cup 2023) इसमें स्टेडियम के रेनोवेशन और बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार पर बीसीसीआई का खर्च भी शामिल है।
30 प्रतिशत एयर ट्रेवलिंग व 70 प्रतिशत घूमने-फिरने में
ऊपर बताई कैटेगिरी की सभी कॉस्ट का योग एक व्यक्तिगत प्रशंसक के लिए प्रति मैच डायरेक्ट कॉस्ट लागत के रूप में गिना जाता है और अलग-अलग शहरों में अलग-अलग होता है।
रिपोर्ट में उन अंतर्राष्ट्रीय प्रशंसकों द्वारा किए गए खर्च को भी ध्यान में रखा गया है जो केवल मैच देखने के लिए भारत नहीं आते हैं। (ICC World Cup 2023) वे भारत के विभिन्न सुरम्य स्थानों के टूरिस्ट्स प्लेसेज के लिए भी आएंगे। भारत आने वाले पर्यटक अपने बजट का औसतन 30% हवाई किराए पर और 70% पर्यटन और उससे जुड़े खर्चों पर खर्च करते हैं।
भारत के अलावा नौ भाग लेने वाले देशों के यात्रियों के लिए औसत राउंड ट्रिप लागत 63,000 रुपये है। इसलिए, शेष 70% 1.47 लाख रुपये बैठता है। चूंकि 70% में मैच देखने का सीधा खर्च भी शामिल होता है, इसलिए उसे काट लिया जाता है। (ICC World Cup 2023 economy impact) एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी के पर्यटन पर कम से कम 1.14 लाख रुपये खर्च करने का अनुमान है।कुल मिलाकर, विश्व कप के दौरान अंतरराष्ट्रीय यात्रियों द्वारा भारत में पर्यटन पर लगभग 5,705 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है।
इंंफ्रास्ट्रक्चर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई विश्व कप के 10 स्टेडियमों में से प्रत्येक पर 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टेडियम-आधारित रेनोवेशन पर कुल 500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। तो, पर्यटन और बुनियादी ढांचे से कुल डायरेक्ट फाइनेंशियल इक्पैक्ट 6,200 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
विश्व कप का टोटल इकोनॉमी इम्पैक्ट
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव मिलाकर 11,750 करोड़ रुपये है। (ICC World Cup 2023 Impact) नाम न छापने की शर्त पर बात करने वाले एक अर्थशास्त्री के अनुमान के मुताबिक, इसके अलावा, स्थानीय विक्रेताओं से खरीदारी के लिए माल की बिक्री पर अन्य छोटे और विविध खर्चों के लिए अतिरिक्त 15% प्रभाव माना जाता है। इससे क्रिकेट विश्व कप 2023 का कुल अनुमानित आर्थिक प्रभाव 13,500 करोड़ रुपये या प्रिवेलिंग एक्सचेंज रेट पर लगभग 1.64 बिलियन डॉलर हो जाता है।
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