May 2025 thali cost: मई 2025 में आम उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू वेज थाली की कीमत सालाना आधार पर 5.76% घटकर 26.20 रुपये हो गई है, जबकि नॉन-वेज थाली की कीमत में 6% की कमी दर्ज की गई है। टमाटर, प्याज और आलू जैसी सब्जियों के सस्ते होने से वेज थाली की लागत घटी है, वहीं ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में गिरावट से नॉन-वेज थाली सस्ती हुई है। हालांकि, एलपीजी और वनस्पति तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने इस गिरावट को थोड़ा संतुलित किया है।
मुख्य बिंदु:
मई 2025 में घरेलू वेज और नॉन-वेज थाली की कीमतों में सालाना आधार पर 6% की गिरावट।
टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में कमी से वेज थाली सस्ती हुई।
ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में गिरावट से नॉन-वेज थाली की लागत घटी।
वनस्पति तेल और एलपीजी की कीमतों में वृद्धि ने थाली की लागत में और गिरावट को रोका।
वेज थाली की कीमतों में गिरावट के कारण
क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, मई 2025 में वेज थाली की कीमत 26.20 रुपये रही, जो पिछले साल मई में 27.80 रुपये थी। इस गिरावट का मुख्य कारण टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में कमी है। टमाटर की कीमत 29% घटकर 23 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि प्याज और आलू की कीमतों में क्रमशः 15% और 16% की गिरावट आई। वेज थाली की लागत में आलू और टमाटर की 24% हिस्सेदारी होती है।
नॉन-वेज थाली की कीमतों में गिरावट के कारण
नॉन-वेज थाली की कीमत मई 2025 में 52.6 रुपये रही, जो पिछले साल मई में 55.9 रुपये थी। इस गिरावट का मुख्य कारण ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में 6% की कमी है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में बर्ड फ्लू की रिपोर्ट के कारण मांग में कमी और आपूर्ति में वृद्धि हुई, जिससे कीमतों में गिरावट आई। नॉन-वेज थाली की लागत में ब्रॉयलर की 50% हिस्सेदारी होती है।
अन्य कारक: वनस्पति तेल और एलपीजी की कीमतों में वृद्धि
हालांकि सब्जियों और ब्रॉयलर की कीमतों में गिरावट से थाली की लागत में कमी आई, लेकिन वनस्पति तेल की कीमतों में 19% और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 6% की वृद्धि ने इस कमी को आंशिक रूप से संतुलित किया। वनस्पति तेल की कीमतों में वृद्धि का कारण आयात शुल्क में बढ़ोतरी है।
मासिक आधार पर कीमतों में बदलाव
वेज थाली की कीमत अप्रैल 2025 में 26.30 रुपये थी, जो मई में 26.20 रुपये हो गई, यानी 0.38% की गिरावट।
नॉन-वेज थाली की कीमत अप्रैल में 53.9 रुपये थी, जो मई में 52.6 रुपये हो गई, यानी 2.41% की गिरावट।
13 महीनों में थाली की लागत में उतार-चढ़ाव: Crisil डेटा रिपोर्ट
वेज और नॉन-वेज थाली की कीमतों में 13 महीने का बदलाव
Crisil द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2024 से मई 2025 तक वेज थाली और नॉन-वेज थाली की औसत कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इस दौरान अप्रैल और मई 2025 में इनकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
महीना दर महीना थाली की कीमतें (रुपयों में)
महीना | वेज थाली (₹) | नॉन-वेज थाली (₹) |
---|---|---|
मई 2024 | 27.8 | 55.9 |
जून 2024 | 29.4 | 58.3 |
जुलाई 2024 | 32.6 | 61.4 |
अगस्त 2024 | 31.2 | 59.3 |
सितंबर 2024 | 31.3 | 59.3 |
अक्टूबर 2024 | 33.3 | 61.6 |
नवंबर 2024 | 32.7 | 61.5 |
दिसंबर 2024 | 31.6 | 63.3 |
जनवरी 2025 | 28.7 | 60.6 |
फरवरी 2025 | 27.2 | 57.4 |
मार्च 2025 | 26.6 | 54.8 |
अप्रैल 2025 | 26.3 | 53.9 |
मई 2025 | 26.2 | 52.6 |
मासिक और वार्षिक आधार पर थाली की लागत में बदलाव
वेज थाली
मासिक बदलाव (अप्रैल से मई 2025): -0.38%
वार्षिक बदलाव (मई 2024 से मई 2025): -5.76%
नॉन-वेज थाली
मासिक बदलाव (अप्रैल से मई 2025): -2.41%
वार्षिक बदलाव (मई 2024 से मई 2025): -6%
महत्वपूर्ण जानकारी: थाली की गणना कैसे होती है?
यह लागत घरेलू स्तर पर पकाई गई थाली पर आधारित है जिसमें overhead costs, cooking fuel, spices, और basic nutrition items शामिल हैं।
वेज थाली में रोटी, चावल, दाल, दही, सलाद और मौसमी सब्जियां (जैसे आलू, प्याज, टमाटर) शामिल होती हैं।
नॉन-वेज थाली में दाल की जगह broiler chicken शामिल किया गया है।
फरवरी 2025 से नॉन-वेज थाली की गणना में ब्रॉयलर चिकन के दाम शामिल किए गए।
भविष्य की संभावनाएं
क्रिसिल के अनुसार, मौसमी बदलावों के कारण सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जबकि गेहूं और दालों की कीमतों में घरेलू उत्पादन के मजबूत होने से थोड़ी राहत मिल सकती है।
Crisil की रिपोर्ट में थाली की लागत और भावी बदलावों का अनुमान
मौसमी बदलावों से सब्जियों की कीमतों में संभावित वृद्धि
क्रिसिल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर पूषन शर्मा के अनुसार, आने वाले महीनों में मौसमी प्रभावों के कारण vegetable prices में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, घरेलू उत्पादन मजबूत रहने से wheat और pulses की कीमतों में कुछ कमी की उम्मीद है। इसके साथ ही, rice prices में बढ़ोतरी का संकेत भी नजर आ रहा है।
थाली की एवरेज कॉस्ट कैसे तय होती है?
Crisil ने भारत के चार मुख्य क्षेत्रों—उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में मौजूदा food prices के आधार पर घरेलू थाली की एवरेज लागत का आकलन किया है। यह मासिक बदलाव आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालते हैं।
किन आइटम्स से बनती है थाली की कॉस्ट
क्रिसिल का डेटा दिखाता है कि cereal grains, pulses, broilers, vegetables, spices, edible oil, और LPG (cooking gas) जैसी चीजें थाली की लागत को प्रभावित करती हैं।
वेज थाली में रोटी, चावल, दाल, दही, सलाद, और मौसमी सब्जियां (जैसे प्याज, टमाटर, आलू) शामिल होते हैं।
नॉन-वेज थाली में इन्हीं सामग्रियों के साथ दाल की जगह चिकन जोड़ा जाता है।
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