Gupta Brothers: साउथ अफ्रीका (South Africa) में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार करने वाले गुप्ता ब्रदर (Gupta brothers) राजेश-अतुल को आखिरकार (Atul and Rajesh Gupta) दुबई में अरेस्ट कर लिया गया है। गुप्ता ब्रदर्स के तीसरे भाई अजय की गिरफ्तारी की अपनी पुष्टि नहीं हुई है। इन्हें संयुक्त अरब अमीरात( UAE) की लॉ एनफोर्समेंट अथॉरिटी (law enforcement authorities) ने पकड़ा है।
गुप्ता बंधुओं ने दक्षिण अफ्रीका में अपने मित्र जैकब जुमा(Jacob Zuma) के राष्ट्रपति रहते 2,60,000 करोड़ से अधिक का फ्रॉड किया था। दक्षिण अफ्रीका ने दुबई में गुप्ता भाइयों राजेश और अतुल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
Gupta brothers | Image: BBC |
दरअसल साउथ अफ्रीका से फरार हुए गुप्ता ब्रदर्स (Gupta family) को कल सोमवार को UAE में गिरफ्तार कर लिया। राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता पर अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के शासन काल में करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप है। अब उनको इंटरपोल की मदद से पकड़ा गया है। साउथ अफ्रीका ने खुद इसकी जानकारी दी है।
गुप्ता बंधुओं पर दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपनी दोस्ती का लाभ उठाते हुए भ्रष्टाचार किया | Image: BBC |
फ्राड के बाद दुबई रह रहे थे
दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने सोमवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने गुप्ता परिवार के राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। यह साफ नहीं हुआ है कि तीसरे भाई अजय को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
गुप्ता बंधुओं पर दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपनी दोस्ती का लाभ उठाते हुए भ्रष्टाचार किया था। हालांकि वे इससे इनकार करते आए हैं। अधिकारियों ने कहा कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका में पैरास्टेटल संस्थानों से अरबों रैंड(rand-करेंसी) लूटने के बाद, गुप्ता परिवार दुबई में निर्वासन काट रहा था।
अब “संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका में विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच आगे के रास्ते पर चर्चा जारी है। दक्षिण अफ्रीकी सरकार यूएई के साथ सहयोग करना जारी रखेगी। इंटरपोल ने गुप्ता बंधुओं को रेड नोटिस जारी किया था, जिन्हें अमेरिका और ब्रिटेन ने भी गैर दया का पात्र व्यक्ति(non gracious person) घोषित किया था।
पूरा देश बर्बादी के कगार पर चला गया था
गुप्ता फैमिली 2018 में दक्षिण अफ्रीका से भाग गई थी। तब अफ्रिका में हिंसक आंदोलन के चलते इंटरनेट बंद हो गया था। आखिर में जुमा को हटा कर सिरिल रामफोसा(Cyril Ramaphosa) को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया था।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने भी संयुक्त राष्ट्र से गुप्ता को दक्षिण अफ्रीका वापस लाने की अपील की थी। हालांकि दोनों देशों के बीच कोई प्रत्यर्पण संधि(extradition treaty) नहीं थी। जून 2021 में संधि की पुष्टि कर दी गई, जब दक्षिण अफ्रीका ने सीक्रेट्ली फ्रेड्स के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की।
टैक्स एब्यूज को खत्म करने वाले संगठन के सीईओ वेन डुवेनहेज ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि देश से भागने से पहले गुप्ता ब्रदर्स की ओर से लगभग 15 बिलियन रैंड लूटे गए थे।
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सहारनपुर में जूते की दुकान थी
मूल रूप से भारत के यूपी के सहारनपुर के रहने वाले गुप्ता परिवार ने 1990 के दशक की शुरुआत में जूते की दुकान खोलकर दक्षिण अफ्रीका में प्रवेश किया था। उन्होंने जल्द ही आईटी, मीडिया और खनन कंपनियों को शामिल करने के लिए विस्तार किया, जिनमें से ज्यादातर अब बिक चुके हैं या बंद हो गए हैं।
उस दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) भी इस घोटाले में शामिल हो गया, जब यह सामने आया कि बैंक ने गुप्ता ब्रदर्स के लिए खाता खोलकर उनकी सहायता की थी जब सभी दक्षिण अफ्रीकी बैंकों ने परिवार के साथ लेन-देन बंद कर दिया था।
जैकब जुमा(Jacob Zuma) ने तीन गुप्ता बंधु-अतुल, अजय और राजेश की सहारा नाम से संचालित कम्प्यूटर फर्म को गैर कानूनी ढंग से 2,60,000 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ पहुंचाया | Image: BBC |
दक्षिण अफ्रीका में हुए थे दंगे
दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रपति रहते जैकब जुमा(Jacob Zuma) ने तीन गुप्ता बंधु-अतुल, अजय और राजेश की सहारा नाम से संचालित कम्प्यूटर फर्म को गैर कानूनी ढंग से 2,60,000 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ पहुंचाया था। यह मामला उनके कार्यकाल 2009-18 के बीच का है।
गुप्ता बंधु भारत में यूपी के सहारनपुर से ताल्लुक रखते हैं। वे 1993 में दक्षिण अफ्रीका जाकर बस गए थे। इस समय वे दुबई में स्वनिर्वासन में रह रहे थे। इधर दक्षिण अफ्रीका सरकार उनका प्रत्यर्पण करने की कार्यवाही में लगी है।
बता दें कि जैकब के करप्शन के कारण ही दक्षिण अफ्रीका की इकोनॉमी बर्बाद हो गई। लिहाजा जुलाई, 2021 में देश में दंगे तक भड़क उठे थे, इसके बाद जैकब को गिरफ्तार कर लिया गया था।
साल 1994 में गुप्ता ब्रदर्स ने 1.4 मिलियन रेंड से कंपनी की शुरुआत की थी। इसके बाद अगले तीन साल में यह कंपनी 97 मिलियन रेंड की बन गई। एक समय दक्षिण अफ्रीका के व्यापार जगत में तीनों भाइयों का बड़ा नाम बन चुका था। हालांकि गुप्ता बंधुओं के राजनीतिक संबंध उनके बिजनेस एंपायर पर भारी पड़ गए।
200 करोड़ में की थी बेटे की शादी
पैसे कमाने के साथ ही गुप्ता बंधु पैसे की होली खेलने के लिए भी मशहूर हैं। 2019 में उनके बेटों की शादी हुई थी। उत्तराखंड के औली में ये हाईप्रोफाइल शादी की गई थी।
इसमें पानी की तरह पैसा बहाया गया। बताया जाता है कि करीब 200 करोड़ रुपए इस शादी में खर्च हुए। स्विटजरलैंड से पांच करोड़ रुपए के विभिन्न तरह के फूल मंगवाए गए और शादी की जगह को सजाया गया।
जैकब के करप्शन के कारण ही दक्षिण अफ्रीका की इकोनॉमी बर्बाद हो गई | Image: BBC |
जब भारतीय मूल के वित्त मंत्री प्रवीण गोरधन ने आरोप लगाया कि गुप्ता ब्रदर्स के कारण ही उन्हें कैबिनेट से हटाया तो खुलती गई गुप्ता ब्रदर्स के काले कारनामों की पोल
2016 में दक्षिण अफ्रीका राजनीतिक विवाद देखने को मिला। कई लोगों ने इसे गुप्तागेट भी बताया। विवाद एक आरोप के बाद शुरू हुआ, जिसमें कहा गया कि गुप्ता ब्रदर्स ने तत्कालीन उप वित्त मंत्री को कैबिनेट पद दिलाने का वादा किया, लेकिन इसके लिए उन्होंने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए पैसे की मांग की।
लगभग इसी समय भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री प्रवीण गोरधन ने आरोप लगाया कि गुप्ता ब्रदर्स के कारण ही उन्हें कैबिनेट से हटाया गया। इन आरोपों के सामने आने के बाद ही पैसों की हेरा-फेरी को लेकर जांच शुरू हुई।
ब्रिटेन ने जब गुप्ता ब्रदर्स के खातों को सीज किया
जांच के बाद ब्रिटेन की ओर से गुप्ता बंधुओं के खातों को सीज कर दिया गया और उनके यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। 2018 में जब जैकब ज़ुमा की सरकार गिरी तो गुप्ता बंधु वहां से भाग निकले और तभी से वे फरार थे।
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