Asra Nomani on Operation Sindoor: अमेरिकी पत्रकार और लेखक असरा नोमानी ने भारत द्वारा ‘Operation Sindoor’ के तहत की गई एयर स्ट्राइक को आतंकवाद के खिलाफ साहसिक कदम बताया है। असरा नोमानी दिवंगत पत्रकार डैनियल पर्ल की करीबी मित्र और सहयोगी थीं। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक लंबा और भावनात्मक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि Bahawalpur किस तरह दो दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का गढ़ बन गया है।
Bahawalpur बना पाकिस्तान का आतंकी केंद्र, सेना और ISI का संरक्षित अड्डा
असरा ने याद दिलाया कि उन्होंने जनवरी 2002 से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के Bahawalpur शहर को कवर किया है, जहाँ पाकिस्तानी सेना और ISI ने मिलकर domestic terrorists के लिए सेफ ज़ोन बनाए। Operation Sindoor के तहत भारत की ओर से जब पहलगाम हमले के जवाब में Bahawalpur के टेररिस्ट कैंप्स पर स्ट्राइक हुई, तो नोमानी ने इसे strategic and necessary करार दिया।
डैनियल पर्ल की रिपोर्टिंग से हुआ था आतंक के इस अड्डे का खुलासा
असरा ने बताया कि 2001 में Wall Street Journal के पत्रकार डैनियल पर्ल ने Bahawalpur की यात्रा की थी। उसी दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने दुनिया के सामने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया था। लेकिन हकीकत यह थी कि वहीं खुलेआम terrorist offices काम कर रहे थे।
जनवरी 2002 में डैनियल का अपहरण हुआ और कुछ ही दिनों बाद उन्हें बर्बरतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया गया। असरा ने इस त्रासदी को अपनी आंखों से देखा और समझा कि आतंकवाद किस तरह पाकिस्तान की नीतियों में जड़ें जमा चुका था।
हरकत-उल-मुजाहिदीन और बाहावलपुर का लिंक: आरिफ से उमर शेख तक
असरा ने बताया कि डैनियल का इंटरव्यू बाहावलपुर निवासी आरिफ ने फिक्स किया था, जो हरकत-उल-मुजाहिदीन से जुड़ा था। यही आरिफ बाद में डैनियल को आतंकवादी उमर शेख के हवाले करता है। उमर वही शख्स है जिसे भारत ने 1999 के IC-814 hijacking के दौरान छोड़ा था। उसके साथ मसूद अजहर भी रिहा हुआ था, जिसकी हाल ही में Operation Sindoor के दौरान मौत की खबर सामने आई।
पाक सरकार ने आतंकियों को बनाया हथियार, असरा ने किया बेनकाब
असरा नोमानी ने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान की सरकार ने न तो उमर शेख और न ही मसूद अजहर को उनके देश लौटने पर जेल में डाला, बल्कि उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया। इन आतंकियों ने पाकिस्तान के आम नागरिकों, बच्चों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा।
भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक उस काम को अंजाम दे रही है जिसे पाकिस्तान को वर्षों पहले करना चाहिए था। असरा ने लिखा, “कश्मीर के नाम पर पाकिस्तान ने terrorism as policy को अपनाया और उसी आग में खुद भी जल रहा है।”
Asra Nomani ने किया भारत के स्ट्राइक का समर्थन, बताया मानवता की रक्षा का साहसिक फैसला
Asra Nomani on Operation Sindoor के तहत किए गए हमलों को मानवता की रक्षा की दिशा में जरूरी कदम बताया गया। उन्होंने कहा कि भारत ने यह कार्रवाई न केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए की, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में साहसिक पहल भी है।
Judea Pearl ने वायरल वीडियो पर दी सफाई, कहा- यह ‘Hatikvah’ गाने का गलत मतलब निकाला गया
Operation Sindoor के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें डैनियल पर्ल के पिता Judea Pearl को इजराइल का राष्ट्रीय गान ‘Hatikvah’ गाते हुए दिखाया गया। यह दावा किया गया कि वे अपने बेटे के हत्यारों को इंसाफ मिलने की खुशी मना रहे हैं।
Judea Pearl ने इस दावे को तुरंत खारिज करते हुए स्पष्ट किया, “यह वीडियो रोश हशाना के एक निजी पारिवारिक कार्यक्रम का है, जहाँ ‘Hatikvah’ ही एकमात्र गाना था जिसे सभी जानते थे। यह यहूदियों को एकजुट करने वाला गीत है, बस इतना ही।”
India’s military action पर Judea Pearl ने जताया आभार
हालांकि Judea Pearl ने भारत की कार्रवाई को हल्के में नहीं लिया। Abdul Rauf Azhar के मारे जाने की खबर पर उन्होंने एक भावुक संदेश साझा करते हुए कहा, “उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने आज मुझसे संपर्क किया, जब यह खबर आई कि India’s military forces ने अब्दुल रऊफ अजहर को मार गिराया — उस व्यक्ति को जो मेरे बेटे डैनियल के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार बताया गया।”
Abdul Rauf Azhar ने रचा था Omar Sheikh की रिहाई का षड्यंत्र
Judea Pearl ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही Abdul Rauf Azhar का समूह सीधे Daniel Pearl के अपहरण में शामिल नहीं था, लेकिन उसने उस साजिश को जन्म दिया जिससे यह अपहरण संभव हो सका।
उन्होंने बताया, “Abdul Rauf Azhar ने उस aircraft hijacking की योजना बनाई थी जिसकी वजह से Omar Sheikh को जेल से रिहा किया गया। वही Omar Sheikh था जिसने डैनियल को धोखे से कैद में ले लिया।” बाद में ओमर शेख को मृत्युदंड सुनाया गया, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने उसे गुपचुप तरीके से एक “Government Safe House” में रखा।
Daniel Pearl के लिए इंसाफ की दिशा में एक कदम
Judea Pearl के शब्दों में भावनाओं की गहराई झलकती है। उन्होंने दुनिया को यह याद दिलाया कि आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कदम न सिर्फ सुरक्षा का सवाल है, बल्कि न्याय और मानवता की भी मांग है। Abdul Rauf Azhar का सफाया उन परिवारों के लिए एक सांत्वना है जिन्होंने अपने प्रियजनों को आतंक के हाथों खोया है।
FAQs
असरा नोमानी कौन हैं?
असरा नोमानी एक अमेरिकी पत्रकार, लेखक और एक्टिविस्ट हैं, जो दिवंगत पत्रकार डैनियल पर्ल की करीबी सहयोगी थीं।
उन्होंने Operation Sindoor पर क्या कहा?
उन्होंने भारत की कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ उचित और आवश्यक बताया और इसे पाकिस्तान की नाकाम नीतियों की पोल खोलने वाला बताया।
Bahawalpur क्यों चर्चा में है?
Bahawalpur पाकिस्तान का वह शहर है जहाँ ISI और पाक सेना ने वर्षों से आतंकी ठिकाने बना रखे हैं।
क्या Operation Sindoor में मसूद अजहर मारा गया?
रिपोर्ट्स के अनुसार, हालिया स्ट्राइक्स में मसूद अजहर की मौत की संभावना जताई गई है।
उमर शेख का कौन सा लिंक है भारत से?
उमर शेख को भारत ने 1999 में IC-814 हाइजैक के दौरान छोड़ दिया था। बाद में उसने डैनियल पर्ल की हत्या की।
क्या असरा नोमानी की रिपोर्टिंग का कोई असर हुआ?
असरा की रिपोर्टिंग ने पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की सच्चाई को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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