BSF के डिप्टी कमांडेंट NSG में तैनात अफसर से 14 करोड़ कैश बरामद, जानिए कैसे फर्जी अफसर बनकर लोगों से ठगे 125 करोड़ रुपए Read it later

BSF के डिप्टी कमांडेंट NSG में तैनात अफसर से 14 करोड़ कैश बरामद

हरियाणा के गुरुग्राम पुलिस ने BSF के डिप्टी कमांडेंट प्रवीण यादव के घर से 14 करोड़ रुपये नकद, 1 करोड़ रुपये के आभूषण और लग्जरी बीएमडब्ल्यू, फोर बाय फोर जीप और मर्सिडीज जैसी विदेशी कंपनियों की कारों सहित सात लग्जरी कारें बरामद की हैं। जानकारी के अनुसार यादव और उसकी बहन दोनों पर एनएसजी परिसर में काम दिलाने को लेकर बिल्डरों से 125 करोड़ की राशि ठगने का आरोप है।  

यह बरामदगी गुरुग्राम पुलिस ने यादव की पत्नी ममता यादव, बहन रितु समेत अन्य साथियों को गिरफ्तार कर की है। बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट प्रवीण वर्तमान में गुरुग्राम के मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में डेपुटेशन पर तैनात हैं।

गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के के राव ने बताया कि यादव की बहन ऋतुराज यादव के अलावा, बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट प्रवीण यादव की पत्नी ममता यादव और हिसार निवासी सहयोगी दिनेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

राव ने बताया कि यादव ने गुरुग्राम जिले के मानेसर में एनएसजी मुख्यालय में तैनात भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के तौर पर खुद को कार्यरत बता कर लोगों को धोखा देकर राशि ठगता था। 

लोगों से करीब 125 करोड़ रुपये ठगने का आरोप


लोगों से करीब 125 करोड़ रुपये ठगने का आरोप
घर से बरामद 125 करोड़ कैश।


राव ने कहा कि पुलिस ने यादव और उसके साथियों के पास से 13 करोड़ रुपये और छह लग्जरी कारें भी बरामद की हैं, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

उन्होंने कहा कि बीएसएफ अधिकारी के खिलाफ पहली शिकायत स्थानीय बिल्डर मोनेश ईरानी ने 8 जनवरी को दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि यादव ने एनएसजी परिसर में निर्माण कार्य दिलाने के बहाने उससे 65 करोड़ रुपये की राशि ली थी। 

इसके बाद 9 जनवरी को एक अन्य बिल्डर दविंदर यादव ने एक और शिकायत दी‚ उसने  भी इसी तरह का आरोप लगा। उसने बताया कि यादव ने उससे एनएसजी में निर्माण का ठेका दिलाने के लिए 37 करोड़ रुपये लिए, गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के के राव ने बताया कि बाद में यादव के खिलाफ तीन और इसी तरह की शिकायतें दर्ज की गईं।

शिकायतों के आधार पर, यादव के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं और उसके अपराध की जांच के लिए एसीपी प्रीत पाल सिंह सांगवान के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया।

प्रवीण पर खुद को IPS अफसर बताकर बिल्डरों से करीब 125 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है। यह राशि एनएसजी परिसर में निर्माण का ठेका दिलाने के नाम पर ली गई थी। गुरुग्राम पुलिस के एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह ने बताया कि प्रवीण को शेयर बाजार में करीब 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ था ऐसे में उसने  घाटे की भरपाई करने के लिए लोगों को ठगने का प्लान बनाया। 

अगरतला में ट्रांसफर किया तो दे दिया इस्तीफा


लोगों से करीब 125 करोड़ रुपये ठगने का आरोप
प्रवीण के घर से बरामद लग्जरी जीप कार।


पुलिस के मुताबिक, यादव का ट्रांसफर हाल ही में त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में किया गया था। लेकिन लोगों को ठगने से मिली मोटी रकम के चलते उसने तबादले पर जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने कुछ दिन पहले ही अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था।

BSF Officer Fraud NSG Headquarter | 14 Crore Cash Received From Officer Posted In NSG | 7 BMW Mercedes Cars, Rs 125 Crore Cheated As Fake IPS | 

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