Javed Akhtar Statement: मुंबई में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने कहा कि अगर उन्हें पाकिस्तान और नरक के बीच चुनना हो, तो वे नरक को चुनना पसंद करेंगे। उन्होंने यह बयान कट्टरपंथियों से मिलने वाली आलोचनाओं के संदर्भ में दिया। अख्तर ने कहा कि उन्हें दोनों पक्षों से गालियाँ मिलती हैं—कुछ उन्हें “काफिर” कहते हैं, तो कुछ “जिहादी”। इसलिए, अगर विकल्प पाकिस्तान और नरक के बीच हो, तो वे नरक को चुनेंगे।
पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध का समर्थन
जावेद अख्तर ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद शुरू हुए “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तानी कलाकारों का स्वागत किया है, लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय कलाकारों को वह सम्मान नहीं दिया। इसलिए, वर्तमान परिस्थितियों में पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
“पाकिस्तान और नरक में से मैं नरक जाना पसंद करूंगा”
दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान पर बयान दिया… उन्होंने एक बार फिर कट्टरपंथ के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की.#OperationSindoor #JavedAkhtar #IndiaPakistan #IndiaPakistanConflict #IndiaPakistanTensions pic.twitter.com/tfzqi3vwUX
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) May 18, 2025
पाकिस्तानी सेना प्रमुख पर आलोचना
अख्तर ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हिंदुओं के खिलाफ दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें भारतीयों से समस्या है, तो वे भारतीयों को गाली दें, लेकिन हिंदुओं को क्यों? पाकिस्तान में भी हिंदू रहते हैं, क्या उनकी इज्जत नहीं होनी चाहिए?
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर विचार
अख्तर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में संतुलन और पारस्परिक सम्मान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में भारतीय कलाकारों को वह सम्मान नहीं मिलता, जो भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को मिलता है। यह एकतरफा संबंध है, और इसे बदलने की जरूरत है।
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