झालावाड़ में कौवे की मौत के बाद जयपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक हुई है। रविवार को शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल जयपुर-आमेर रोड पर स्थित जल महल के महल पर आठ कौवे की मौत की खबर आई। इसके बाद डिफेंस इंस्टीट्यूट की एंबुलेंस मौके पर पहुंची। यहां जलमहल की पाल पर मृत कौवों के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। यहां कौवे की मौत की खबर के बाद पक्षी विशेषज्ञ भी जयपुर में बर्ड फ्लू की आशंका जता रहे हैं।
अब तक राज्य में जयपुर सहित कई जिलों में 245 कौओं की मौत हो गई
वहीं, राज्य के कई जिलों में कौवे की मौत की खबर के बाद रविवार को पशुपालन विभाग के अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई गई थी। प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा और सचिव आरुषि मलिक इसमें उपस्थित थे। जिसमें उन्होंने मीडिया को बताया कि अब तक पूरे राज्य से 245 कौओं की मौत की खबर आ चुकी है। जयपुर सहित कोटा, झालावाड़, बारां, पाली से मामले सामने आए हैं। झालावाड़ में अब तक 100, बारां में 72, कोटा में 47, पाली में 19 पक्षियों की मौत हो चुकी है।
राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष बनाया गया
प्रमुख सचिव, कृषि और पशुपालन कुंजीलाल मीणा, सचिव पशुपालन आरुषि मलिक ने कहा कि 26 दिसंबर को झालावाड़ में कौवे की मौत की सूचना मिली थी। इसके बाद, उनके नमूने 27 दिसंबर को भोपाल भेजे गए। 29 दिसंबर को बर्ड फ्लू की एक रिपोर्ट सामने आई। इसके बाद, पशुपालन निदेशालय ने मामले की निगरानी और जांच के लिए एक राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष का गठन किया। यहां बर्ड फ्लू को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
गठित रिस्पॉन्स दल, सांभर और केवलादेव उद्यान सहित अन्य स्थानों पर भेजे जाएंगे
प्रमुख सचिव कुंजीलाल ने कहा कि कौवे की मौत के लिए प्रतिक्रिया टीमों का गठन किया गया है, जो राज्य में कौवे की मौत की खबर है। वह वहां पहुंचने के बाद नमूने ले रही है। वह आसपास के इलाकों में निगरानी कर रही है। इन दोनों अधिकारियों ने वर्तमान में बर्ड फ्लू के संबंध में मोर की मौत से इनकार किया है।
आम जनता को सचेत करने के लिए पम्पलेट और पोस्टर बनाए गए थे
कुंजीलाल मीणा ने कहा कि लोगों को सतर्क करने के लिए पंपलेट, पोस्टर बनाए गए हैं। सभी डिवीजनों को अलर्ट कर दिया गया है। सभी डिवीजनों में टीमें भेजी जा रही हैं। इनमें एक टीम सांभर और केवलादेव भी भेजी जा रही है। राजस्थान में पहली बार बर्ड फ्लू के कारण कौवे की मौत का मामला सामने आया है। लेकिन यह खतरा अभी बहुत बड़ा नहीं है। हम भारत सरकार के साथ भी जानकारी साझा कर रहे हैं, ताकि राजस्थान समन्वय में काम कर सके।