FASTag Annual Pass: सिर्फ ₹3000 में 200 टोल फ्री, अब हर ट्रिप पर होगी 7 हजार की बचत! Read it later

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने FASTag annual pass benefits को लेकर बड़ी घोषणा की है। अब ₹3000 का सालाना पास मिलेगा जिससे वाहन चालक 200 टोल क्रॉसिंग कर पाएंगे। यह पास 15 अगस्त 2024 से प्रभावी होगा और इसका लाभ non-commercial private vehicles को मिलेगा।

Table of Contents

कैसे काम करता है नया पास?

यह पास खरीदने के बाद या तो एक साल तक या 200 ट्रिप तक (जो पहले हो) वैध रहेगा। हर बार जब वाहन national highways या expressways पर टोल पार करेगा, एक ट्रिप गिनी जाएगी। इससे यात्रा होगी सुगम और टोल पर लाइनें भी कम होंगी।

क्या होगी असली बचत? (FASTag annual pass benefits)

गडकरी ने बताया कि औसतन एक टोल क्रॉसिंग पर ₹50 का शुल्क लगता है। इस हिसाब से 200 ट्रिप पर ₹10,000 का खर्च होता है, लेकिन पास से ये खर्च घटकर ₹3000 रह जाएगा। यानी सीधे ₹7000 की बचत। यह पास खासकर frequent highway travelers के लिए फायदे का सौदा है।

FASTag annual pass benefits

किन वाहनों को मिलेगा पास?

यह पास केवल निजी गैर-वाणिज्यिक वाहनों—जैसे कार, जीप, वैन—के लिए उपलब्ध होगा। अगर कोई व्यक्ति इसे commercial vehicle में प्रयोग करता है तो पास deactivate कर दिया जाएगा। यह सुविधा national highways और expressways पर मान्य होगी।

क्या फास्टैग खरीदना जरूरी होगा?

जो वाहन पहले से ही valid FASTag का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें नया फास्टैग खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी। अगर आपका फास्टैग ब्लैकलिस्ट नहीं है, वाहन की RC से लिंक है और विंडशील्ड पर सही से चिपका है, तो उसी पर नया पास सक्रिय किया जा सकेगा।

आवेदन कैसे करें?

गडकरी ने बताया कि FASTag annual pass के लिए आवेदन Highway Travel App, NHAI की वेबसाइट और Ministry of Road Transport & Highways के पोर्टल पर किया जा सकेगा। आवेदन प्रक्रिया सरल और user-friendly होगी।

वर्तमान में क्या विकल्प हैं?

अभी तक टोल प्लाजा पर monthly passes मिलते हैं जो 340 रुपये/महीना या ₹4080/साल में मिलते हैं। ये पास खासतौर पर उन लोगों के लिए होते हैं जो frequent toll route users हैं। नया सालाना पास अब ज्यादा सुविधाजनक और किफायती विकल्प बनकर सामने आया है।

सवाल 1: अगर FASTag पहले से है, तो फिर ये Annual Pass क्यों जरूरी है?

जवाब: FASTag से हर टोल क्रॉसिंग पर शुल्क कटता है, चाहे आप कितनी बार भी सफर करें। लेकिन अब सरकार ने जो FASTag Annual Pass शुरू किया है, उसमें एक बार ₹3000 देने के बाद आप पूरे साल या अधिकतम 200 ट्रिप्स तक बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के टोल क्रॉस कर सकते हैं। यह पास frequent highway users के लिए काफी किफायती है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि आमतौर पर 200 टोल ट्रांजैक्शन में करीब ₹10,000 तक खर्च होते हैं, जो इस पास से सिर्फ ₹3000 में पूरे हो जाएंगे।

सवाल 2: Annual Pass लेने की प्रक्रिया क्या होगी?

जवाब: यह पास लेना आसान रहेगा। जल्द ही NHAI (National Highways Authority of India) और Ministry of Road Transport & Highways अपनी ऑफिशियल वेबसाइट्स और Highway Travel App पर इसके लिए एक लिंक एक्टिव करेंगे। वहां से ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा।

सवाल 3: 60 किलोमीटर वाला नियम क्यों महत्वपूर्ण है?

जवाब: कई लोग अक्सर शिकायत करते थे कि उनके घर से 60 किलोमीटर के दायरे में टोल प्लाजा होने पर उन्हें रोज टोल चुकाना पड़ता है। यह पास उसी परेशानी को दूर करने के लिए है। जो लोग नियमित रूप से एक ही मार्ग पर ट्रैवल करते हैं, उनके लिए अब बार-बार भुगतान की जरूरत नहीं होगी।

सवाल 4: क्या ये पास हर टोल प्लाजा पर मान्य होगा?

जवाब: यह पास सभी नेशनल हाईवे (National Highways) के टोल प्लाजा पर मान्य होगा। आप चाहे दिल्ली से मुंबई जाएं या चेन्नई से बेंगलुरु, यह स्कैन होकर काम करेगा। लेकिन ध्यान दें, यह State Highways या लोकल टोल प्लाजा पर मान्य नहीं होगा।

सवाल 5: सरकार का उद्देश्य क्या है इस Annual Pass के पीछे?

जवाब: सरकार और NHAI की योजना है कि टोल कलेक्शन को और organized और contactless बनाया जाए। इस पास के माध्यम से:

  • टोल प्लाजा पर भीड़ और लाइनें कम होंगी।

  • लोग अधिक Digital Payment अपनाएंगे।

  • टोल स्टाफ और ड्राइवरों के बीच विवादों की संभावना कम होगी।

  • 60 किमी दायरे में ट्रैवल करने वालों को राहत मिलेगी।

  • यात्रा होगी तेज़, सरल और तनावमुक्त (Stress-Free Highway Travel)

फास्टैग क्या होता है?

जवाब: FASTag एक छोटा RFID (Radio Frequency Identification) स्टीकर होता है, जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। यह आपके बैंक अकाउंट या FASTag वॉलेट से जुड़ा होता है और टोल प्लाजा पर ऑटोमैटिक शुल्क कट जाता है। इससे न केवल समय बचता है, बल्कि फ्यूल की भी बचत होती है।

FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने लागू किया है। इसका मुख्य उद्देश्य टोल प्लाजा पर वाहनों की तेज़, कैशलेस और पारदर्शी टोल वसूली सुनिश्चित करना है।

💡 कैसे करता है FASTag काम?

FASTag एक छोटा सा री-लोड किया जा सकने वाला टैग होता है जो वाहन के विंडशील्ड पर लगाया जाता है। इसमें RFID (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक का उपयोग होता है, जिससे वाहन जब टोल प्लाजा से गुजरता है, टैग स्कैन होता है और टोल की राशि ऑटोमैटिकली कट जाती है

🧾 FASTag से होने वाले मुख्य फायदे
  • टोल प्लाजा पर बिना रुके टैक्स चुकाने की सुविधा

  • ट्रैफिक की भीड़ में कमी और समय की बचत

  • कैश की जरूरत नहीं — पूरा भुगतान डिजिटल

  • टोल वसूली में पारदर्शिता

  • फ्यूल की भी बचत

📅 कब से हुआ अनिवार्य?

15 फरवरी 2021 से भारत के सभी टोल प्लाजा पर चार पहिया निजी वाहनों के लिए FASTag लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।

🛣️ पास सुविधा भी है उपलब्ध

जो वाहन नियमित रूप से टोल प्लाजा से गुजरते हैं, उनके लिए FASTag आधारित मासिक पास की सुविधा उपलब्ध है, जिससे वे अधिक लाभ उठा सकते हैं।

🌍 दुनिया के अन्य देशों में कैसे है व्यवस्था?

ऑटोमैटिक टोल सिस्टम अन्य देशों में भी उपलब्ध है, जैसे:

  • दुबई में इसे Salik कहा जाता है

  • सिंगापुर में इसे ERP (Electronic Road Pricing) कहा जाता है

  • अमेरिका में यह EZPass के नाम से प्रचलित है

🏦 FASTag को कैसे रिचार्ज करें?

FASTag को आप अकाउंट या सभी UPI/नेट बैंकिंग ऐप्स से आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से भी बैलेंस चेक और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री देखी जा सकती है।

Image credit: freepik

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