फोटोः एएनआई। |
नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान आज 12 बजे से दिल्ली की 3 सीमाओं से Tractor Rally निकालेंगे। इससे पहले, सिंघू सीमा पर 35-40 किमी तक के ट्रैक्टरों की एक पंक्ति लगाई गई है। किसानों ने खुद ही बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया। पुलिस द्वारा खड़े किए गए ट्रकों को किसानों ने धक्का देकर हटा दिया।
पुलिस ने किसानों को सिर्फ 5000 ट्रैक्टरों के साथ रैली निकालने की अनुमति दी है। हालांकि, अकेले सिंहू सीमा पर 20 हजार से अधिक ट्रैक्टर पहुंच चुके हैं। किसानों ने दावा किया है कि सिंघू, टिकरी और गाजीपुर तक लगभग एक लाख ट्रैक्टर पहुंचेंगे।
पालकी साहिब, निहंग फौज और पंज प्यारे सिंघू बॉर्डर पर रैली में सबसे आगे रहेंगे। इसके बाद किसान नेताओं की गाड़ियां होंगी और फिर उनके पीछे ट्रैक्टर। ट्रैक्टरों पर तिरंगे के साथ खालसा के झंडे भी लगाए गए हैं।
सुबह 4 बजे से गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है। यहां के ज्यादातर किसान पश्चिमी यूपी से आए हैं। यहां पहुंचने वाले ट्रैक्टरों की संख्या 10 से 15 हजार के बीच बताई जाती है। मार्ग को लेकर किसानों में भ्रम की स्थिति है। लेकिन, भाकियू के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के बाद पुलिस द्वारा दिए गए मार्ग पर परेड निकाली जाएगी।
टिकरी सीमा पर मंच के पास युवाओं का एक समूह डटा हुआ है। सब कुछ शांति से चल रहा है। पुलिस ने अभी तक बैरिकेड नहीं हटाए हैं।
Tractor Rally गणतंत्र दिवस परेड के बाद शुरू होगी
गणतंत्र दिवस परेड सुबह 8 बजे शुरू होगी। पहले परेड 8.2 किमी लंबी हुआ करती थी। विजय चौक से लाल किला तक जाता था। इस बार यह 3.3 किमी लंबा होगी और विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक जाएगी। इसके खत्म होने के बाद ही किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दी जाएगी। किसान दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक रैली निकाल सकेंगे।
तीनों सीमाओं से रिपोर्ट
1. सिंघू बॉर्डर: ट्रैक्टरों की 25 से 30 किमी लंबी लाइन
देर रात तक ट्रैक्टर लगातार सिंघू बॉर्डर तक पहुंच रहे थे। 25 से 30 किमी लंबे ट्रैक्टरों की लाइन है। सूत्रों का कहना है कि 25 से 30 हजार Tractor Rally में शामिल होने के लिए यहां आ सकते हैं।
रात से ही सिंघू सीमा पर नारे लगाए गए। युवा किसान ‘ट्रेक्टर दे नाल ट्राली जाओ’ और ‘रैली करे रिंग रोड के’ जैसे नारे लगा रहे थे। दिल्ली पुलिस से बात करते हुए तय किया कि ट्राली परेड में भाग नहीं लेगी और किसानों को रिंग रोड के बजाय दिए गए मार्ग पर परेड करना होगा। युवा किसानों के नारे एक समय में इतने बढ़ गए थे कि युवा किसान नेता लक्खा सदाना को मंच से कहना पड़ा था कि यह आपकी इच्छानुसार होगा। हालांकि, सरकार के साथ बातचीत में शामिल किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस द्वारा दिए गए मार्ग पर परेड की जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था: सिंधु सीमा पर पुलिस बल पहले की तुलना में कम दिखाई दिया, लेकिन पुलिस ने अभी तक सड़क पर भारी बैरिकेड नहीं हटाए हैं।
2. टिकरी सीमा: 60 हजार ट्रैक्टर तक पहुंचने का दावा
60 हजार ट्रैक्टरों को टिकरी बॉर्डर तक पहुंचने का दावा किया जा रहा है। ट्रैक्टरों के अलावा, किसान भी बड़ी संख्या में दोपहिया वाहनों तक पहुंच गए हैं। परेड में दोपहिया वाहनों को अनुमति दी जाएगी या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है। परेड पर किसानों के भोजन के पैकेट तैयार किए और वितरित किए गए।
सुरक्षा व्यवस्था: टिकरी सीमा पर आरएएफ की दो टुकड़ियों को तैनात किया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि देर रात सुरक्षा बल बढ़ा दिया गया
3. गाजीपुर: 15 हजार ट्रैक्टर आने की उम्मीद
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है। इस रेंज से आने वाले ज्यादातर ट्रैक्टर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आए हैं। यहां 15,000 ट्रैक्टर तक पहुंचने का अनुमान है।
सुरक्षा: यूपी और दिल्ली दोनों पर आरएएफ का पुलिस बल तैनात है।