राफेल फाइटर प्लेन में बाकायदा एयर-टू-एयर रीफ्यूलिंग भी की गई |
वायुसेना प्रमुख राफेल को रिसीव करेंगे
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया बुधवार को अंबाला में रहेंगे। सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि राफेल यूएई के अल-धफरा एयरबेस से सुबह करीब 11 बजे उड़ान भरेगा और दोपहर 2 बजे अंबाला पहुंचेगा। वायुसेना प्रमुख इन लड़ाकू विमानों को अंबाला एयरबेस पर रिसीव करेंगे।
राफेल लड़ाकू विमान फिलहाल रास्ते में हैं। इन मल्टी-रोल फाइटर जेट्स के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी |
सोमवार को फ्रांस से हुआ था रवाना
फ्रांस के मेरिनेक एयरबेस से 5 राफेल फाइटर विमानों का पहला बैच सोमवार को भारत के लिए रवाना हुआ था। पायलटों को आराम देने के लिए विमान यूएई में रुके हैं। 7 हजार किमी की दूरी तय कर यह बैच बुधवार 29 जुलाई को भारत पहुंचेगा। इन मल्टी-रोल फाइटर जेट्स के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
Indian Air Force appreciates the support provided by French Air Force for our Rafale journey back home. @Armee_de_lair @Indian_Embassy @Dassault_OnAir #Rafale#IndianAirForce pic.twitter.com/7Ec8oqOJmr— Indian Air Force (@IAF_MCC) July 28, 2020
अंबाला में तैनाती होगी
पांचों राफेल की तैनाती अंबाला में होगी। यहां पर तैनाती से पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के खिलाफ तेजी से एक्शन लिया जा सकेगा। अंबाला में 17वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरोज राफेल की पहली स्क्वाड्रन होगी। मिराज 2000 जब भारत लाया गया था तो कई जगह रुका था, लेकिन राफेल एक स्टॉप के बाद सीधे अम्बाला एयरबेस पर उतरेगा।