Prashant Kishor on Nitish Kumar Meetings: भारत के इलेक्शन स्ट्रेटेजिस्ट के तौर पर पहचाने जाने वाले प्रशांत किशोर ने अन्य नेताओं के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार की बैठकों पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चारों नेताओं से मिलने से और उनके साथ चाय पीने से सत्ता परिवर्तन नहीं होते‚ इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इससे विपक्ष की एकता साबित नहीं हो जाती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के दिल्ली विजिट का महत्व जबरन निकालाना गलत है‚ क्योंकि सही मायनों में तो इस घटना का राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर होता नहीं नजर आ रह है।
पीके ने शनिवार को एक इंटरव्यू में कहा कि हमने बिहार में कई गठबंधन बनते और बिखरते देखे हैं। एक ही कड़ी नहीं टूटती – सीएम की कुर्सी और नीतीश कुमार की तशरीफ। नीतीश जिस तरह पहले बीजेपी के साथ थे, फिर साथ छोड़े, साथ आए, फिर अब साथ छोड़ गए। इस दौरान सीएम की कुर्सी और नीतीश कुमार का गठबंधन ज्योंत का त्यों बना रहा है। इसलिए उन्होंने नीतीश कुमार को फेविकॉल कॉ ब्रांड एंम्बेस्डर बनाने की बात कही थी।
उन्होंने कहा कि वह कुर्सी से चिपके हुए हैं। ऐसी तिकड़मबाजी तो नीतीश कुमार ही कर सकते हैं। गठबंधन कैसा भी हो, परिस्थिति कैसी भी हो, नीतीश और बिहारी की सीएम की कुर्सी का गठजोड़ नहीं टूटता। फेविकोल कंपनी को उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर इसीलिए बना लेना चाहिए।
नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर का हमला जारी, कहा – फेविकोल कंपनी को उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहिए..#PrashantKishor #NitishKumar #jdu #BJP pic.twitter.com/pLeIh0SMqO
— Abhishek kumar singh (@abhisheksing222) September 9, 2022
@PrashantKishor पहले 2 करोड़ वाले मोदी जी के खिलाफ भी अभियान चला लेते.. 🤔तो शायद हम लोग आपको या तो अभियान में देखते या राजनीति से बाहर..
2014 मे जो झूठ का मायाजाल बुना था और जो जनता को भ्रमित किया था हमारे जैसे करोड़ों लोग कभी आपको दिल से माफ नहीं कर पाएंगे… https://t.co/Qck7ZtOpcz— Vimal Chopra (@vimalchopra79) September 10, 2022
#WATCH Poll strategist Prashant Kishor, on being asked about Bihar CM N Kumar’s displeasure with him- stating BJP links, says “Nitish Ji isn’t angry with me, it’s his way of speaking. I’ve a kindred relation with him. Who’ll take his talks seriously? He was with BJP a month ago.” pic.twitter.com/LJxO62FKbQ
— ANI (@ANI) September 10, 2022
बिहार में सरकार बदलने से दूसरे राज्यों में किसी तरह का फर्क नहीं पड़ने वाला
नीतीश के बिहार में बीजेपी छोड़ने के फैसले पर प्रशांत किशोर बोले कि ये राज्य आधारित घटनाक्रम है। अन्य राज्यों पर इसका असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने महाराष्ट्र की बात कर कहा कि पहले महाराष्ट्र में महागठबंधन की सरकार थी, अब एनडीए की सरकार है। इसका बिहार पर कोई असर नहीं हुआ। ऐसे ही बिहार का कहीं असर नहीं होगा।
विपक्ष को साथ लाने में जुटे नीतीश
नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान 5 सितंबर से 7 सितंबर तक 10 से ज्यादा विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, लालू यादव, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी, आप नेता अरविंद केजरीवाल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव,
उनके पिता मुलायम सिंह यादव, भाकपा महासचिव डी राजा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, इनेलो के ओम प्रकाश चौटाला, राकांपा अध्यक्ष जैसे पॉलिटिशियंस शामिल हैं। शरद पवार और भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य भी हैं।
बता दें कि बिहार की राजनीति में बीजेपी छोड़कर राजद में शामिल होकर फिर सीएम बने नीतीश कुमार की निगाहें अब दिल्ली टिकी हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के चलते वे बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष को साथ लाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। उधर नीतीश का कहना है कि वह न तो प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं और न ही उनकी इसमें दिलचस्पी है।
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