![]() |
CM Ashok Gehlot | Photo PTI |
CM Ashok Gehlot attacked on BJP : कांग्रेस अध्यक्ष के लिए वोटिंग पूरी हो चुकी है, इसमें कांग्रेस (Congress Party) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य प्रतिनिधियों ने मतदान किया, जिसका परिणाम 19 अक्टूबर को आएगा। इस दौरान राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत ने अपने मताधिकार का प्रयोग पीसीसी जयपुर में किया।
मतदान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की, इस दौरान उन्होंने चुनावी बांड, सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई के छापे समेत चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। एक बार फिर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
आजादी के बाद चुनावी बांड सबसे बड़ा घोटाला
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- ‘इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral bond scheme) आजादी के बाद सबसे बड़ा घोटाला है, एनडीए सरकार चुनावी बॉन्ड (Electoral Bonds) के जरिए पैसे का इस्तेमाल कर सकती है, ताकि किसी पर दोषारोपण न हो और आराम से वो पैसे निकाल सके।
एनडीए सरकार ने ऐसे घोटाले को संस्थागत रूप दिया है, जो इतिहास में कहीं नहीं हुआ होगा, जिसके लिए उन्होंने काम किया है। साथ ही हम अभी भी सुप्रीम कोर्ट में कह रहे हैं कि हमने सही काम किया है…
जबकि 95% से अधिक पैसा भारतीय जनता पार्टी को मिल रहा है, बाकी पार्टियों को कोई पैसा नहीं मिल रहा है। सभी उद्योगपति डरे हुए हैं, चुपचाप चुनावी बांड दे रहे हैं, कोई नहीं पूछ रहा, किसी का कोई रिकॉर्ड नहीं है। मुझे लगता है कि यह सब अरुण जेटली जी के समय में हुआ था, यह घोटाला पूरी तरह से जानबूझकर दीर्घकालिक योजना के आधार पर किया गया है।
मैंने यह मामला जोधपुर में भारत के मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति जी के सामने उठाया था। हम इस मामले को बार-बार उठाते रहे हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है, इस मामले में न्यायपालिका क्या फैसला करती है, यह देखा जाना बाकी है।
सुप्रीम कोर्ट खुद इतने बड़े मामले में दो साल से उलझ कर रहे गया है
देश में हो रहे घोटालों को रोकने के बारे में सीएम ने कहा- ‘सुप्रीम कोर्ट को इलेक्टोरल बॉन्ड बंद कर देना चाहिए, सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट खुद देरी करके गलती कर रहा है, यह देश के लिए इतना बड़ा मुद्दा है और आप ने एक या दो साल की देरी कर डाली है।
बल्कि इस मुद्दे पर तो प्राथमिकता से फैसला होना चाहिये, नियमित सुनवाई होनी चाहिये। पूरे देशवासी हैरान हैं, कोई नहीं समझ पा रहा है कि इनका क्या करें? क्योंकि जो स्थिति देश के अंदर चल रही है, जब हम कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है। तो इसका मतलब यही है कि संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, कोई पूछने वाला नहीं है।
आप उन्हें चुनावी बांड एकतरफा कैसे दे सकते हैं? इसमें पारदर्शिता नहीं है, इसलिए ये हालात बहुत गंभीर हैं, मैं आपसे यह कह सकता हूं और उम्मीद करता हूं कि सुप्रीम कोर्ट सही फैसला देगा।
चुनाव आयोग को देशवासियों में विश्वास बनाने के लिए नजीर पेश करे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चुनाव आयोग पर निशाना साधा. जब चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की घोषणा नहीं की बल्कि हिमाचल में तारीख की घोषणा की, हालांकि दोनों मतों की गिनती एक साथ की जाएगी। इस पर सीएम गहलोत ने कहा- ‘आपको यह भी समझना चाहिए कि भारत के चुनाव आयोग को जनता के विश्वास की जरूरत है, उनकी साख पर प्रहार हो रहा है।
जिस तरह से उन्होंने खाली हिमाचल के चुनाव की घोषणा की है, मैं चाहता हूं कि भारत का चुनाव आयोग पूरे देशवासियों को विश्वास में ले, समझाएं कि आपने खाली हिमाचल के चुनाव की घोषणा क्यों की है, मतगणना एक साथ की जाएगी, लेकिन अलग चुनाव। आप इसे क्यों कर रहे हैं?
आप भाजपा को क्या सुविधा देना चाहते हैं, यह बताइये…। हमारा आरोप है कि यह प्रधानमंत्री मोदी जी के बिना, अमित शाह जी के कहने के बिना संभव नहीं होता। यदि भारत का चुनाव आयोग उनके इशारे पर चलेगा तो आप सोच सकते हैं कि निष्पक्ष चुनाव कैसे होंगे?
ED, CBI और आयकर का दुरुपयोग किया जा रहा…
इस दौरान मुख्यमंत्री ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई के बारे में भी बोलते नजर आए। आज सुबह मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस
के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा- देखिए, उन्हें आज मेरे विचार से बुलाया गया है, इसलिए आज मैं यह टिप्पणी नहीं कर सकता कि आज मुझे नहीं पता कि वह 11 बजे जाने वाले थे, मुझे उनके बारे में पता नहीं है, लेकिन सिर्फ मनीष सिसोदिया की बात ही क्यों करें?
देशभर में कई मनीष सिसोदिया हो गए हैं, जहां देशभर में ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई की छापेमारी हो रही है। जब हमारे यहां संकट आया, छापे एक साथ पड़े, हम जिस होटल में थे, हम ऊपर होटल में हैं, नीचे छापेमारी हो रही है, वह धर्मेंद्र राठौड़ के यहां क्यों आए?
क्या ऐ उद्योगपति हैं? उन्होंने छापेमारी की, जोधपुर के अंदर मेरे भाई के घर गए, जबकि हमारा उनसे कोई संबंध नहीं है, खाली भाई का रिश्ता, वे क्या कारोबार करते हैं? आप कौन सा व्यवसाय करते हैं? लेकिन फिर भी वे वहां गए, फिर सीबीआई के पास गए।
इस तरह ये लोग जो डरा-धमका कर राजनीति कर रहे हैं, देश बेहद खतरनाक मोड़ पर चल रहा है। राहुल गांधी का सफर इसलिए है कि बीजेपी की ये सारी हरकतें बंद हों। देश में वापस यूपीए सरकार में जो माहौल था, वह होना चाहिए। 2जी स्पेक्ट्रम कहां गया, लोकपाल कहां गया, कोलगेट कहां गया, देश भर में चर्चा हुई, सत्ता में आए मुद्दों पर देश में चर्चा नहीं हो रही है।
अब आप सोच सकते हैं कि कैसे धर्म के नाम पर देश को धोखा देकर और चुनाव जीतकर सत्ता में आए हैं। आज भी हम धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, जो खतरनाक है।
हालांकि मुख्यमंत्री के इन बयानों के बाद अब बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतजार है। अब देखना ये है कि इस पर भाजपा के कौन से नेता अपनी प्रतिक्रिया देंगे।
BJP Rajasthan | rajasthan news | Rajasthan News In hindi | Rajasthan Political News | satish poonia | CM Ashok Gehlot attacked on BJP | Electoral bond scheme |