Apple Threat Notification क्‍या है? यूं रखें अपने फोन काे सेफ Read it later

Apple Threat Notification : टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस नेता शशि थरूर, विपक्षी दलों के कई नेताओं और कुछ पत्रकारों को मंगलवार सुबह एप्पल से एक अधिसूचना मिली। इसमें कहा गया- एप्पल को लगता है कि राज्य प्रायोजित हमलावर आपको निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. आपके Apple ID से जुड़े iPhone को दूरस्थ रूप से खतरे में डालने का प्रयास किया जा रहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कई विपक्षी नेताओं को उनके आईफोन से ‘कॉम्‍प्रोमाइज रिमोटली’ करने की कोशिश करने वाले ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स’ (State-sponsored attackers) के बारे में एप्पल की चेतावनी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वे फोन टैपिंग से नहीं डरते हैं।

राहुल ने दिल्‍ली में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि सभी विपक्षी नेताओं को नोटिस मिला है और हमारे कार्यालय के सभी लोगों को यह मिल है। केसी वेणुगोपाल, पवन खेड़ा, सीताराम येचुरी, प्रियंका चतुर्वेदी टीएस सिंह देव, महुआ मोइत्रा, राघव चड्ढा को एक ही नोटिस मिला… राहुल ने कहा कि आप (फोन) जितना चाहें टैप कर सकते हैं। मुझे परवाह नहीं है। अगर आप चाहो तो मैं अपना फोन आपको दे सकता हूं। हम चिंतित नहीं है। हम लड़ रहे हैं।

अब जानिए कि आप अपने फोन को कैसे सुरक्षित रखे

यदि आपके डिवाइस पर किसी राज्य-प्रायोजित हमले से छेड़छाड़ की गई है, तो वे आपके संवेदनशील डेटा, संचार और कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक पहुंच सकते हैं। संभव है कि यह गलत अलार्म हो, लेकिन इस चेतावनी को गंभीरता से लें.” ऐसे में यहां हम आपको बता रहे हैं कि क्या है एप्पल का खतरा नोटिफिकेशन और आप कैसे अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं.

सूचित करने और सहायता करने के लिए धमकी अधिसूचना

ऐपल की वेबसाइट के अनुसार, खतरे की सूचनाएं उन उपयोगकर्ताओं को सूचित करने और सहायता करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं जिन्हें राज्य-प्रायोजित हमलावरों द्वारा लक्षित किया जा सकता है। इस नोटिफिकेशन में यह भी जानकारी दी गई है कि लॉकडाउन मोड को इनेबल करने समेत फोन को सुरक्षित करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

लॉकडाउन मोड डिवाइस को एक्‍सट्रीम रेयर और हाइली सोफेस्टिकेटेड साइबर अटैक्स से बचाने में मदद करता है। जब लॉकडाउन मोड सक्षम होता है, तो आपका डिवाइस सामान्य रूप से काम नहीं करेगा। हमलों को रोकने के लिए, कुछ ऐप्स, वेबसाइट और सुविधाएं सीमित हैं।

इन्फॉर्म और असिस्ट करने के लिए थ्रेट नोटिफिकेशन (Apple Threat Notification Alert)

एपल की वेबसाइट के की मानें तो थ्रेट नोटिफिकेशन उन यूजर्स को इन्फॉर्म और असिस्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स की ओर से टारगेट करने की कोशिश की गई हो। इस नोटिफिकेशन में लॉकडाउन मोड इनेबल करने समेत फोन को सिक्योर करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं इसकी भी जानकारी दी जाती है।

लॉकडाउन मोड डिवाइसेज को एक्सट्रीमली रेयर और हाइली सोफेस्टिकेटेड साइबर अटैक्स से बचाने में मदद करता है। जब लॉकडाउन मोड इनेबल होता है, तो आपका डिवाइस उस तरह काम नहीं करेगा जैसा वह आमतौर पर करता है। अटैक को रोकने के लिए कुछ ऐप्स, वेबसाइट और फिचर्स को लिमिटेड कर दिया जाता है।

मजबूत फंडेड होते हैं स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स

स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स स्‍ट्रॉन्‍गली फंडेड और सोफिस्टिकेटेड होते हैं। वे अपने अटैक ड्यूयूरेशन के दौरान ही खुद को इम्प्रू्व करते जाते हैं। ऐसे हमलों का पता लगाना थ्रेट इंटेलिजेंस सिग्नल्स (what is Apple Threat Notification) पर डिपेंड करता है जो अक्सर इमपरफैक्ट और इनकम्प्लीट हो सकते हैं। एपल ये भी कहता है कि यह संभव है कि कुछ नोटिफिकेशन गलत हो, लेकिन हम इस बारे में जानकारी नहीं दे सकते कि किस वजह कंपनी को ये नोटिफिकेशन भेजना पड़ता है।

एपल के अनुसार यदि हम इसकी वजह बता देंगे तो अटैकर्स को डिटेक्शन फीचर से बचने के लिए अपने बिहेवियर को बदलने अच्‍छा खासा समय मिल सकता है।

आप एपल यूजर है और आप इस तरह के अटैक से बचपा चाहते हैं तो एपल नोटिफिकेशन असली है या नहीं यह वैरिफाई करने के लिए appleid.apple.com पर साइन इन कर सकते हैं। यदि Apple ने आपको कोई नोटिफिकेशन भेजा है, तो आपके साइन इन करने के बाद यह पेज के टॉप पर यह आपको प्रमुखता से दिखाई देगा।

सिक्योटी के लिए तीन स्टेप्स फॉलो करें… (Apple Threat Notification)

  • लेटेस्ट सॉफ्टवेयर में अपने एपल डिवाइज अपडेट करें, वजह यह कि इसमें लेटेस्ट सिक्योरिटी फिक्सेज शामिल हो सकते हैं।
  • डिवाइसेज को आप पासकोड से प्रोटेक्ट कर के रखें। एपल ID के लिए टु फैक्ट ऑथेंटिकेशन और स्‍ट्रॉन्‍ग पासवर्ड यूज करें।
  • ऐप स्टोर से ही ऐप्स को इंस्टॉल करें। अननोन सेंडर के एपीके लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। स्टॉन्ग और यूनीक पासवर्ड हमेशा यूज करें।

 

ये भी पढ़ें –

Net Speed: इंटरनेट स्पीड में भारत ने लगाई छलांग, 72 पायदान चढक़र 47वें नंबर पर पहुंचा

 

Like and Follow us on :

Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *