Shani Margi: Before Deepawali, Saturn Will Change Its Move : 23 अक्टूबर को शनि ग्रह मकर राशि में रहते हुए अपनी चाल बदल लेंगे। बता दें कि ये बीते चार महीनों से प्रतिगामी यानी वक्री थे। आसान भाषा में समझें तो टेढ़ी चाल चल रहे थे। अब शनि ग्रह सीधे चलते हुए पूरे वर्ष मकर राशि में विराजेंगे।
ऐसे में इसका असर देश और दुनिया समेत सभी राशियों पर पड़ेगा। जिन राशियों पर साढ़े साती और ढैया चल रही थी। ये उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव का समय होगा। शनि की सीधी चाल का सिंह, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बाकि अन्य राशियों के जातकों को सावधानी बरतनी होगी
जानिए किन पर रहेगी शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती
बनारस के के ज्योतिषी डॉ. पुरुषोत्तम शर्मा के अनुसार शनि की मकर राशि में सीधी चाल से धनु राशि के जातकों पर शनि की उतरती साढ़े साती का शुभ प्रभाव पड़ेगा। मीन राशि के लोगों को इससे राहत मिलेगी। वहीं साढ़े साती का पूर्ण प्रभाव मकर और कुंभ राशि के जातकों पर शुरू होगा। इन दोनों राशि के लोगों को नौकरी, व्यवसाय और स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा।
मिथुन और तुला राशि के जातकों पर शनि की ढैया शुरू हो चुकी है। यानीकि मिथुन राशि के जातकों की गोचर कुंडली में शनि अष्टम भाव में आ रहा है और तुला राशि के लोगों की नजर शनि पर टेढ़ी रहने वाली है। इस वजह से इन 2 राशियों के लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
12 में से 7 राशियों पर पड़ेगा सीधा असर
अब कुंभ राशि पर साढ़े साती शुरू हो गई है। धनु और मकर राशि में पहले से ही साढ़े साती चल रही है। इसके अलावा मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या रहेगी। यानी तुला राशि पर शनि की कुटिल नजर रहेगी और मिथुन राशि के साथ षडाष्टक योग बनेगा। शनि की दृष्टि मीन और कर्क राशि पर भी रहेगी। इस तरह 12 में से 7 राशियां शनि से पूरी तरह प्रभावित होंगी।
शनि का प्रभाव बढ़ेगा
डॉ मिश्र कहते हैं कि इस वर्ष के राजा शनि हैं। जो पहले कुम्भ राशि में था फिर मकर राशि में आया। ये दोनों ही शनि की निशानी हैं। इसलिए यदि आप सीधी गति से चलते हैं तो इसका प्रभाव और बढ़ जाएगा। शनि की अपनी राशि यानि मकर राशि में होने से उसकी शक्ति में वृद्धि होगी। इसलिए शनि का प्रभाव और बढ़ेगा।
शनि की चाल बदलते ही देश में न्याय प्रक्रिया को बल मिलेगा और गति मिलेगी। भारत समेत अन्य देशों में धर्म, अध्यात्म, शिक्षा और संस्कृति से जुड़े लोगों के सम्मान में वृद्धि होगी। निचले तबके के लोगों को प्रगति और आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। मेहनत करने वालों को पूरा फायदा मिलेगा। आमदनी के नए रास्ते भी खुलेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा।
शनि के मकर राशि में होने के कारण धनु, मकर और कुंभ राशि में साढ़ेसाती चल रही है, जबकि मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। इसके अलावा शनि की तुला, मीन और कर्क राशि पर भी कुटिल नजर रहेगी। शनि पहले कुंभ राशि में थे और फिर मकर राशि में वक्री हो गए। कुंभ और मकर दोनों राशियां स्वयं शनि देव की हैं। ऐसे में शनि के अपनी राशि में होने और सीधा चलने से इनके प्रभाव में वृद्धि होगी।
Shani dev | Shani Margi means | Shani margi