PUBG गेम के चलते अपनी मां की हत्या करने वाले हत्यारोपी बेट (Pubg Killer Boy Lucknow) के खिलाफ उसकी दादी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, अपनी पत्नी के शव को अंतिम संस्कार करने के बाद गुरुवार को नवीन सिंह अपने घर वाराणसी चले गए। उनके साथ उनकी 10 साल की मासूम बेटी भी थी, जो फिलहाल पिछले मंगलवार की रात से शांत है।
वाराणसी जाने से पहले नवीन ने कहा कि हर इंसान चाहता है कि उसकी औलाद हंसती खेलती जिंदगी गुजारे। लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहे। इससे हर बेटे को सबक मिले और कोई अपनी मां की जान न ले। ये वही अभागे पिता फौजी नवीन हैं, जिनके 16 साल के बेटे ने PUBG गेम खेलने के लिए अपनी मां को लाइसेंसी पिस्टल से 6 गोलियां मारी थीं।
नवीन की मां नीरजा देवी ने पोते के खिलाफ बहू की हत्या का केस दर्ज करवाया है। आरोपी बेटे को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। नवीन का कहना है कि उनकी पोस्टिंग बाहर है। इसलिए केस की पैरवी और हर तारीख पर मौजूद नहीं रह पाएंगे। इसलिए मां से तहरीर दिलाई है। नवीन का कहना है कि बेटे को उसके गुनाह की पूरी सजा मिले। इसके लिए हर प्रयास करेंगे। 10 वर्षीय बेटी ने सब कुछ अपनी आंखों से देखा है। वो कोर्ट में बतौर चश्मदीद गवाह पेश होगी। बेटी को कोई बरगला न सके और वो इस मेंटल ट्रॉमा से बाहर निकले इसलिए उसे अपने साथ रखेंगे। (सोशल एप)
दाह संस्कार के बाद परिवार वाराणसी गया
नवीन ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही जिद्दी रहा है। घटना से करीब 10 दिन पहले उसने जिद करके 8 हजार रुपए की क्रिकेट किट खरीदी थी। यह उसी मां ने दिए थे। जिसका उसने कत्ल कर दिया। वो अक्सर अपनी मां से कहता था कि पापा घर आते हैं। तो मैं जो कुछ मांगता हूं, सब मिलता है। फिर तुम क्यों नहीं सब कुछ देती हो। ये रुपए तो पापा की कमाई के हैं।
बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद साधना का शव उनके परिजनों को दिया गया। परिवार ने लखनऊ के गुलाला घाट पर दाह संस्कार किया। नवीन ने पत्नी को मुखाग्नि दी। इसके बाद परिवार बनारस चला गया।
मां को गोली मारने के बाद 3 दिन लाश छिपाके रखी
वाराणसी के रहने वाले नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशंड ऑफिसर हैं। उनकी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है। लखनऊ के पीजीआई इलाके की यमुनापुरम कॉलोनी में उनका मकान है। यहां उनकी पत्नी साधना (40 साल) अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थी।
सीरियल देखकर रची हत्या की साजिश
सीरियल देखकर उसने हत्या की कई कहानियां बनाई थीं। उसके फौजी पिता जब घर आते थे, तब अपनी पिस्टल साफ करते थे। इसके बाद वह इसे आलमारी में बंद करके चले जाते थे। किशोर कई दिनों से आलमारी की चाभी तलाश रहा था। इस कोशिश में उसने एक डुप्लीकेट चाभी बनवा ली थी। मां कई दिनों से उसे पबजी खेलने से रोक रही थीं, जिसको लेकर उसमें गुस्सा भरता जा रहा था। एक दिन मां ने उसका फोन छीन लिया था, जिसकी शिकायत उसने अपने नाना से की थी। नाना के कहने पर मां ने फोन उसे लौटा दिया।
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(फोटो: इंडिया टुडे/आजतक) |
यूट्यूब पर देखकर गोली चलाना सीखा
बताया गया कि इस घटना के बाद से ही युवक ने मां की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी थी। फिर एक दिन पबजी के लिए टोकने पर उसने पिता की बंदूक से मां को कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। काफी नजदीक से लगने के कारण गोली खोपड़ी के आर-पार हो गई थी और आसपास की त्वचा भी झुलस गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर गोली चलाना सीखा था।
हत्या के अगले दिन बहन को घर में बंद कर दोस्तों के घर गया, रात में दोस्तों को घर लाया, ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर खाया, रात को लैपटॉप पर मूव देखी
बेटे ने मंगलवार रात अपने पिता नवीन को वीडियो कॉल करके बताया कि उसने मां की हत्या कर दी है। उसने पिता को शव भी दिखाया। इस मामले में जो शुरुआती बात सामने आई है उसमें PUBG न खेलने देने से नाराज बेटे ने मां की गोली मारकर हत्या की है।
तीन दिनों तक उसने घर में ही मां की लाश को छिपाए रखा। हत्या के बाद उसी रात को बेटे ने 10 साल की बहन के साथ घर में रात गुजारी। दूसरे दिन, यानी बीते रविवार को बहन को घर में बंद कर दोस्त के घर गया। रात में दोस्त को साथ लेकर आया और ऑनलाइन ऑर्डर करके खाना मंगवाया। खाना खाने के बाद लैपटॉप पर मूवी देखी थी।
पिता को मां की हत्या की अलग कहानी बताई
पिता नवीन ने 7 जून को दिनभर फोन और मैसेज किया, तो कोई जवाब नहीं मिला। इधर शव से बदबू फैलने लगी थी। लड़के इसका भी उपाय निकाला था। घर में रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल करता रहा. जब लगने लगा कि मामला हाथ से बाहर हो चुका है, तो उसने पिता को खुद फोन किया. शाम 7:30 बजे उसने फोन पर बताया कि इलेक्ट्रीशियन ने मम्मी की हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस की टीम उसी रात वहां पहुंचती है और छानबीन शुरू करती है। लड़के ने पुलिस को भी इलेक्ट्रीशियन वाला बयान दिया। लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद पूरी कहानी बताई।
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सांकेतिक तस्वीर |
पिता को शक हुआ तो 2 हजार से ज्यादा बार कॉल किया
जब नवीन का शक गहराया, तो उन्होंने 6 जून को बेटे के ट्यूशन टीचर को भी घर भेजा। लेकिन घर अंदर से लॉक था। टीचर ने साधना के वॉट्सऐप पर मैसेज किया, तो जवाब आया कि वो बाहर हैं। नवीन ने बताया कि उन्होंने किसी तरह एक और रात गुजार दी। 7 जून तक 2 हजार से ज्यादा बार कॉल कर दिया। पिता ने बताया…
“शाम करीब 7:30 बजे साधना के नंबर से कॉल आई। बेटे ने दबी आवाज में बताया कि मम्मी की किसी ने हत्या कर दी है यह सुनते ही मेरा कलेजा बैठ गया मेरे मुंह से उसी वक्त निकला- अपनी मां को मार डाला।”
पत्नी की हत्या के बावजूद पिता ने पुलिस से बेटे को माफ करने की गुजारिश की है। उन्होंने कहा कि पत्नी चली गई, कम से कम इकलौता बेटा ना जाए। रिपोट्स के मुताबिक बुधवार, 9 जून को नवीन अपने बेटे से मिलने पीजीआई थाने पहुंचे थे। उस वक्त भी बेटे ने पिता से मां की शिकायत की। उसने पिता से कहा कि मां उसे भूखा रखती थी, पिटाई करती थी और आप कभी ध्यान नहीं देते थे।
कभी बेटे को माफ नहीं कर पाऊंगा
नवीन ने कहा कि पत्नी को खो चुका हूं और वो अपने बच्चों को बेपनाह प्यार करते हैं। लेकिन जो उनके बेटे ने किया है। उसके लिए कोई माफी नहीं है। इसलिए उन्होंने अपनी मां नीरजा देवी से पीजीआई थाने में बेटे के खिलाफ साधना की हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने आरोपी बेटे को बाल सुधार गृह भेज दिया था।
मां को मारकर स्कूटी चलाने का शौक भी पूरा किया
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