KK की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद उनकी मौत की वजह साफ हो गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि मंगलवार को कॉन्सर्ट में ज्यादा एक्साइटेड होने के कारण उनके दिल में 80% ब्लॉकेज हो गया था, जिसके चलते उनकी जान गई। बेहोश होने के बाद अगर उन्हें तुरंत CPR दिया जाता, तो उनकी जान बच सकती थी।
KK के केस में सबसे बड़ी गलती
KK को सीने में दर्द हो रहा था, लेकिन उन्होंने इसे डाइजेस्टिव प्रॉब्लम समझकर एंटासिड दवाएं ले लीं। वहीं, KK की पत्नी ने भी कोलकाता पुलिस के सीनियर ऑफिसर को बताया कि उनके पति अक्सर दर्द होने पर एंटासिड लिया करते थे। कॉन्सर्ट के आसपास के वक्त भी केके ने अपनी पत्नी से कंधे और हाथ में दर्द की शिकायत की थी। इसके अलावा उनके होटल रूम से भी एंटासिड दवाएं मिली हैं।
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लाइव शो के दौरान केके (KK) का हार्ट ब्लड फ्लो रुक गया था
पोस्टमॉर्टम के परिणा में आईं 3 बड़ी बातें
1. न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में डॉक्टर ने बताया कि केके को हार्ट के बाईं ओर 80% ब्लॉकेज था और बाकी जगहों पर छोटे-छोटे ब्लॉकेज थे।
2. लाइव शो में केके घूम-घूमकर भीड़ के साथ डांस भी कर रहे थे। इससे उन्हें ज्यादा एक्साइटमेंट हुई, जिसके चलते उनके दिल में ब्लड फ्लो रुक गया। यही कार्डिएक अरेस्ट का कारण बना। कार्डिएक अरेस्ट में इंसान का दिल तुरंत धड़कना बंद कर देता है।
3. डॉक्टर ने बताया कि ब्लड फ्लो रुकने की वजह से केके के दिल की धड़कन अनियमित हो गई थी और थोड़ी ही देर में केके बेहोश होकर गिर पड़े और उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हो गया। यदि उन्हें उसी समय CPR दिया जाता तो शायद आज वो जिंदा हमारे बीच होते
क्या है CPR?
CPR यानी कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन मरीज को इमरजेंसी में देने वाली एक मेडिकल प्रक्रिया है। इसके जरिए कार्डिएक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी स्थितियों में इंसान की जान बचाई जा सकती है। इस प्रक्रिया में मरीज के दिल की धड़कन वापस लाने के लिए उसकी छाती को बार-बार दबाया जाता है। साथ ही मरीज को मुंह से मुंह में सांस दी जाती है।
केके पंचतत्व में विलीन
गुरुवार को 53 साल के केके पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनके बेटे नकुल ने मुखाग्नि दी। इस दौरान म्यूजिक इंडस्ट्री से कई सेलेब्स भी मौजूद रहे। केके की बेटी तमारा ने पापा के फ्यूनरल कार्ड के साथ नोट शेयर किया है। उन्होंने ‘लव यू फॉरएवर डैड’ लिखा है। घर वालों ने उनके अंतिम दर्शन के लिए 10:30 से 12:30 बजे तक का समय रखा था।
अब उनकी यादें रह गई हैं‚ वे हमेशा अपने लाइव कॉन्सर्ट की जानकारी वीडियो के जरिए अपने फेंस को देते रहते थे ‚ देखिए उनके VIDEO‚ अपने आखिरी लाइव कॉन्सर्अ कोलकाता की जानकारी भी उन्होंने वीडियो के जरिए साझा की थी।
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सवाल: कैसे पता करें कि हार्ट की बीमारी है?
जवाब: यह पता लगाना आसान नहीं है। परिवार में किसी को है, तो सतर्क रहें। खासकर पेट के आसपास का मोटापा दिल की बीमारी की एक बड़ा कारण हो सकता है। धूम्रपान और अल्कोहल के ज्यादा सेवन से भी ये हार्ट की बीमार ही सकती है। जिसकी दिनचर्या ठीक न हो उसे भी खतरा है। छाती में भारीपन, जलन व पसीना आए और ये स्थिति 10-15 मिनट रहती है, तब उसे हार्ट अटैक कहा जाता है। ऐसे मामलों में एंजियोग्राफी कर एंजियोप्लास्टी जरूरी होती है।
सवाल: किस जांच के बाद पता लगेगा कि हार्ट डिजीज का खतरा है?
जवाब: ब्लड टेस्ट जिसमें लिपिड प्रोफाइल, शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच के साथ ईको के बाद डॉक्टर बता सकते हैं कि आगे दिल की बीमारी का खतरा रहेगा।
सवाल: क्या अटैक का स्ट्रेस से संबंध है?
जवाब: 50% हृदय रोग और हार्ट अटैक में तनाव का रोल होता है। तनाव से मानसिक और शारीरिक दोनों परेशानी होती हैं, जो शरीर के सभी अंगों और हॉरमोन्स में बदलाव करता है। देर रात तक काम करना और पूरी नींद न लेने से पूरी दिनचर्या खराब हो जाती है।
सवाल: किसे और किन परिस्थितियों में हार्ट अटैक का खतरा रहता है?
जवाब: ऐसे लोग जिनका बीपी कंट्रोल में नहीं है। लिपिड प्रोफाइल बढ़ा हो और पेट के आसपास चर्बी ज्यादा हो। यदि ऐसे लोगों को ज्यादा तनाव होता है तो नसों के अंदर के ब्लॉकेज फटने का डर रहता है, जिससे दिल में चोट का खतरा रहता है। दरअसल, नसों में ब्लॉकेज आम बात है, लेकिन जब बीपी में उतार-चढ़ाव होता है तो इससे खतरा बढ़ जाता है।
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