Pregnancy hormones:प्रेग्नेंट मादा चूहों पर स्‍टडी में हैरान करने वाला खुलासा Read it later

Pregnancy Hormones: गर्भावस्था के दौरान हार्मोन से मादा की दिमागी संरचना प्रभावित होती है। ये उसे बदलाव के लिए तैयार करते हैं। यह खुलासा लंदन के फ्रांसिस क्रिक (Francis Crick) इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने किया है। उन्होंने मादा चूहों के मस्तिष्क पर गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के प्रभाव का पता लगाया।
साइंस जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक इन दोनों हार्मोन के कारण बच्चे के जन्म से पहले ही मादा के व्यवहार में परिवर्तन होने लगता है। वह मातृत्व के लिए तैयार होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि चूहों और मानव में हार्मोन का प्रभाव एक जैसा होता है। फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट (पूर्व में यूके सेंटर फॉर मेडिकल रिसर्च एंड इनोवेशन) बायो-मेडिकल रिसर्च सेंटर है, जिसकी स्थापना 2010 में की गई थी।

ऐसे किया गया प्रयोग (Pregnancy Hormones)

शोधकर्ताओं ने बताया कि पहले माना जाता था कि बच्चे को जन्म देते समय पैदा होने वाले हार्मोन के कारण मातृत्व के भाव पैदा होते हैं। कुछ चूहों में सिजेरियन तरीके से बच्चे पैदा हुए। इसमें भी मादा के व्यवहार में मातृत्व के रूप में परिवर्तन देखा गया। इससे साफ है कि यह परिवर्तन गर्भावस्था के दौरान ही होने लगता है।

जन्म से पहले होते हैं बदलाव

शोधकर्ताओं में शामिल लीडर जॉनी कोहल (Jonny Kohl) ने बताया कि हार्मोन के कारण ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में बदलाव होते हैं, (Pregnancy Hormones) ताकि वे खुद को बच्चों के पालन-पोषण के लिए तैयार कर सकें। यह बदलाव बच्चे के जन्म से पहले शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह तैयारियां मस्तिष्क में भी चल रही होती हैं।

 

शोधकर्ताओं का मानना है कि मनुष्यों में गर्भावस्था के दौरान मस्तिष्क की इसी तरह की रीवायरिंग हो सकती है, क्योंकि समान हार्मोनल परिवर्तनों (Pregnancy Hormones) से मस्तिष्क के समान क्षेत्रों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद होती है। यह पर्यावरण और सामाजिक संकेतों के साथ मिलकर संभावित रूप से माता-पिता के व्यवहार को प्रभावित कर सकता है।

क्रिक में पोस्टडॉक्टरल फेलो और पीएचडी छात्र फ्रांसेस्को मोनाका के साथ अध्ययन की पहली लेखिका रचिदा अम्मारी कहती हैं, “हमने प्रदर्शित किया है कि भविष्य की व्यवहार संबंधी चुनौतियों के लिए तैयारी के लिए मस्तिष्क में प्लास्टिसिटी है। (Pregnancy Hormones) इन न्यूरॉन्स को बड़ी संख्या में प्राप्त होता है मस्तिष्क में कहीं और से इनपुट, इसलिए अब हम यह समझने की उम्मीद कर रहे हैं कि यह नई जानकारी कहां से आती है।”

 

ये भी पढ़ें –

New Destination: उदयपुर के ये नए डेस्टिनेशंस जीत लेंगे दिल, एक्सप्लोर करना न भूलें

 

 

Like and Follow us on :

Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *