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Hundreds of protesters storm Iraq parliament : बीत कुछ समय से आर्थिक संकट झेल रहे रहे श्रीलंका(Economic Crisis) में हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारियों ने संसद से लेकर सभी मुख्य सरकारी कार्यालयों पर कब्जा कर डाला था। अब ऐसी स्थिति इराक में देखने का मिल रही है। श्रीलंका में जनता की बगावत की तरह यहां भी सरकर के भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है।
दरअसल बगदाद में पीएम पद के दावेदार मोहम्मद अल सुदानी के नामांकन के विरुद्ध हजारों इराकियों ने संसद भवन पर कब्जा कर लिया। ये (support of cleric Moqtada al-Sadr) मौलवी मुक्तदा अल-सदर के समर्थक बताए जा रहे हैं। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने संसद में तोड़फोड़ भी की। स्थानीय न्यूज एजेंसी शफाक के मुताबिक आकाेशित लोगों ने इराक की राजधानी बगदाद में संसद भवन में जमकर उत्पात मचाया।
Photograph: Ahmed Saad/Reuters |
भ्रष्टाचार और कुशासन का विरोध
यहां की जनता भी श्रीलंका की तरह इराक में भ्रष्टाचार और कुशासन का विरोध कर रहे हैं। विरोध कर रहे लोगों हाथों में शिया नेता अल-सदर की तस्वीर पकड़ रखी थी। ज्ञात हो कि बीते साल अक्टूबर 2021 के शुरुआती संसदीय चुनावों के 9 माह बाद इराक अपने राजनीतिक संकट से उबर नहीं पा रहा है। इससे यहां बेतहाशा विरोध देखने को मिल रहा है।
People are protesting inside Iraq’s parliament. In the so-called largest democracy, even MPs are not even allowed to protest! pic.twitter.com/PFMFvkUI52
— Ashok Swain (@ashoswai) July 27, 2022
Supporters of #Iraq‘s Shia cleric Muqtada al-Sadr stormed on Wednesday the #Iraqi parliament. #بغداد pic.twitter.com/JjLgj9f7uq
— Raul Pintilie 📚 (@RaulPintilie) July 28, 2022
दीवार तोड़ कर अंदर घुसे
सदर आंदोलन के नेता मुक्तदा अल-सदर(Sadrist movement’s leader Muqtada Al-Sadr) के सैकड़ों सपोर्ट ने पीएम पद के लिए को-ऑर्डिनेशन फ्रेम वर्क के कैंडिडेट के विरुद्ध बुधवार को इराक के कैपिटल बगदाद के ग्रीन जोन में संसद मुख्यालय में घुस तोड़फोड़ को अंजाम दिया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने संसद की चारों ओर की दीवारों को गिरा डाला और चौकियों और सुरक्षा व्यवस्था को पार कर लिया। जिसके बाद इराकी संसद के मुख्यालय की तरफ बढ़े। दरअसल, को-ऑर्डिनेशन फ्रेमवर्क (The Coordination Framework) जो यहां की संसद का सबसे बड़ा ब्लॉक है, ने मोहम्मद शिया अल-सुदानी को पएम पद के लिए नामित किया है।
Photograph: Ahmed Jalil/EPA |
सिक्योरिटी फोर्स ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े
सूत्र की मानें तो प्रदर्शनकारियों ने ग्रीन जोन को पार करते हुए संसद तक पहुंचने का प्रयास किया। आक्रोशित लोगों को रोकने के लिए सिक्योरिटी फोर्स ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। लेकिन सुरक्षा उपायों को इस्तेमाल करने के बाद भी आक्रोशित लोग संसद परिसर में घुसने में कामयाब रहे। सुरक्षा बलों ने शुरुआत में वाटर कैनन का यूज कर आक्रोशित लागों को ग्रीन जोन में घुसने से रोकने का प्रयास किया था।
Photograph: Ahmed Jalil/EPA |
इराकी झंडे लहराते हुए मुक्तदा अल-सदर की तस्वीरें उठाईं
विरोध की शुरुआत राजधानी बगदाद के सेंटर तहरीर (लिबरेशन) स्क्वायर से हुई। यहां विरोधी जनता ने इराकी झंडे और मुक्तदा अल-सदर की तस्वीरें हाथों में थाम रखी थी। इसके बाद प्रदर्शनकारी अल-जुम्हुरिया पुल से ग्रीन जो के द्वार तक पहुंचे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने पीएम पद के लिए अल-सुदानी की दावेदारी को गलत ठहराने के नारे लिख बैनर ले रखे थे।
इराकी पीएम मुस्तफा अल-कदीमी(Mustafa Al-Kadhimi) ने बगदाद में आक्रोशित जनता से शांति बनाए रखने और सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ न करने की अपील की। पीएम के प्रेस कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अल-कदीमी ने आक्रोशित लोगों से उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करने को कहा है। वहीं उनसे नियमों और कानूनों के मुताबिक ग्रीन जोन से तुरंत हटने काे भी कहा गया है।
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