Former Chief Minister buddhadeb: फ्लफी इंग्लिश, वायरोलॉजी में पीएचडी, लेकिन फुटपाथ पर रहने को मजबूर। ये है इरा बसु की कहानी। इरा बसु पश्चिम बंगाल के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके बुद्धदेव भट्टाचार्य की पत्नी मीरा भट्टाचार्य की बहन हैं। भट्टाचार्य 34 साल पुरानी वाम मोर्चा सरकार में पिछले 10 साल (2000-2011) तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री थे।
इरा बसु पिछले दो साल से फुटपाथ पर रह रही हैं। वह मानसिक रूप से बीमार बताई जा रही है। सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद प्रशासन उन्हें बेहतर इलाज के लिए कोलकाता के एक अस्पताल में ले गया।
बुद्ध से संबंध पर कहा- मुझे इससे परेशानी होती है
बुद्धदेव भट्टाचार्जी के परिवार के साथ संबंधों पर इरा कहती हैं, ‘यह रिश्ता मुझे बहुत परेशान करता है, क्योंकि मुझे उनसे कभी कोई फायदा नहीं हुआ, मैं वीआईपी के साथ नहीं बैठना चाहती, हमारे पारिवारिक रिश्ते के बारे में बहुत से लोग जानते हैं। जानना।’ इरा को कई बार बुद्धदेव भट्टाचार्जी की जनसभाओं में भी देखा गया था।
कभी भीख नहीं माँगता, बैंक खाते का इस्तेमाल करता है
स्थानीय लोगों का कहना है कि फुटपाथ पर रहने के बावजूद इरा इतनी खुद्दार है कि कभी किसी से भीख नहीं मांगी। वे चाय भी खरीद कर अपने पैसे से पीती हैं। वह अपने पैसे से कई दुकानदारों को बिरयानी भी खिलाती रहती हैं।
एक होटल से रोजाना अपने लिए चावल, दाल, सब्जी खरीदती हैं। कोई खाना देता है तो लेने से साफ मना कर देती हैं। IRA का अपना एक Bank Account भी है, जहां से वे समय समय पर जरूरत के हिसाब से पैसे विड्रॉ कराती है।
कागजात जमा नहीं कर पाईं तो पेंशन रुक गई
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के डनलप क्षेत्र के प्रियनाथ गर्ल्स हाई स्कूल में जीवन विज्ञान के शिक्षक रहे बसु को सेवानिवृत्ति के बाद पीएफ का पैसा मिला. हालांकि जरूरी दस्तावेज जमा नहीं कर पाने के कारण अब तक उनकी पेंशन शुरू नहीं हो पाई है.
72 वर्षीय इरा इसी जिले के डनलप मोड़ के पास स्थित एटीएम के कोने में रहती हैं। उनके बारे में यहां बहुत कम लोग जानते हैं। इरा ने 1976 में एक शिक्षक के रूप में अपनी नौकरी शुरू की। उन्होंने 28 जून 2009 को सेवानिवृत्ति ले ली। एक समय वह जिले के बारानगर में रहती थीं। बाद में वह खरदाह के लिचु बागान इलाके में रहने चली गईं। इसके बाद से वह डनलप में नजर आईं।
स्टेट एथलेटिक्स में भी जीता खिताब
इरा बसु ने इस स्कूल में एक शिक्षिका के रूप में 34 साल बिताए, लेकिन वह अकेली शिक्षिका नहीं हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय एथलेटिक्स में 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता। इसके अलावा उन्होंने टेबल टेनिस और क्रिकेट भी खेला।
Fluent English | PhD In Virology | Former Chief Minister Buddhadeb Bhattacharjee | Sister in law’s Life Is Passing On The Footpath |
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