Noida Porn Racket Exposed: नोएडा सेक्टर-105 के एक आलीशान बंगले में 28 मार्च को Enforcement Directorate (ED) की छापेमारी में एक अंतरराष्ट्रीय online pornography racket का भंडाफोड़ हुआ है। छापेमारी के दौरान बंगले में चल रहे एक हाईटेक वेबकैम स्टूडियो और चल रहे अश्लील वीडियो शूट का पर्दाफाश हुआ।
बंगले में मिले प्रमाणों और पूछताछ के आधार पर सामने आया कि यह रैकेट पति-पत्नी की जोड़ी चला रही थी, जो social media ads के जरिए models recruitment कर अश्लील कंटेंट बनवाकर उन्हें foreign porn websites पर अपलोड करते थे।
कैसे हुआ रैकेट का खुलासा? (Noida Porn Racket Exposed)
ED को पहले से ₹22 करोड़ की संदिग्ध विदेशी फंडिंग की सूचना मिली थी। इसी कड़ी में जब जांच एजेंसी सेक्टर-105 स्थित बंगले तक पहुंची, तो वहां एक professional webcam studio ऑपरेट होता मिला। जांच के दौरान मॉडल्स मौके पर शूटिंग करती मिलीं, जिससे पूरा मामला सामने आया।
पति-पत्नी चला रहे थे ऑनलाइन पोर्नोग्राफी बिजनेस
जांच में खुलासा हुआ कि बंगले का मालिक उज्ज्वल किशोर है, जिसने अपनी पत्नी नीलू श्रीवास्तव के साथ मिलकर Sub-Digi Ventures Pvt Ltd नाम की एक कंपनी बनाई थी। इस कंपनी का डायरेक्टर उज्ज्वल खुद है।
वे इस कंपनी के जरिए adult webcam business को अंजाम दे रहे थे। मॉडल्स को सोशल मीडिया के माध्यम से हायर किया जाता था और उन्हें लाइव अश्लील वीडियो शूट करने के लिए कहा जाता था। इन वीडियोज को फिर Stripchat, XHamster जैसी वेबसाइट्स पर अपलोड किया जाता था।
टेक्नियस लिमिटेड से डील और क्रिप्टो के जरिए पेमेंट
उज्ज्वल किशोर ने ED को बताया कि उसने साइप्रस की एक कंपनी Technius Limited के साथ समझौता किया था, जो प्रमुख पोर्न वेबसाइट्स ऑपरेट करती है। Customer payments पहले क्रिप्टो करेंसी के रूप में Technius के पास जाते थे, और वहां से भारत में उज्ज्वल के अकाउंट में ट्रांसफर होते थे।
500 से ज्यादा मॉडल्स हायर, 22 करोड़ की कमाई
अब तक की जांच में यह सामने आया है कि कपल ने 500 से अधिक मॉडल्स को हायर कर अश्लील कंटेंट तैयार कराया और इससे ₹22 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। इसमें से केवल 25% हिस्सा मॉडल्स को दिया जाता था, बाकी खुद रखते थे।
स्टूडियो में हाईटेक सेटअप, लाइव ब्रॉडकास्ट का इंतजाम
बंगले के ऊपरी फ्लोर पर बना स्टूडियो पूरी तरह soundproof और high-tech equipment से लैस था। इसमें lighting, camera angles, green screen, और लाइव ब्रॉडकास्ट के लिए सॉफ्टवेयर सिस्टम शामिल थे।

सरकार को दिया गया था मार्केट रिसर्च का बहाना
कंपनी की ओर से सरकार को यह बताया गया था कि वो advertising, market research और public opinion polls जैसे काम करती है। लेकिन असल में, कंपनी के खातों में लगातार आ रही foreign income का उपयोग illegal pornography business के लिए किया जा रहा था।
ED को मिले ठोस सबूत: कैश, इंटरनेशनल अकाउंट्स और ट्रांजैक्शन
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₹15.66 करोड़ सीधे भारत के अकाउंट्स में आए
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नीदरलैंड्स में एक अकाउंट में ₹7 करोड़ जमा हुए
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International debit cards के जरिए यह राशि भारत में कैश कराई गई
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छापे के दौरान घर से ₹8 लाख कैश भी बरामद किया गया
कड़े कानूनों के घेरे में अब पूरा रैकेट
ED अब इस मामले में FEMA violation, Money Laundering, और Cyber Crime से जुड़े अन्य कानूनों के तहत आगे की कार्रवाई कर रही है। सब-डिजी वेंचर्स और उसके डायरेक्टर्स के सभी बैंक खातों की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर किया जाता था लड़कियों को टारगेट
सूत्रों के अनुसार, उज्ज्वल ने Facebook पर Chepto.com नाम से एक पेज बनाया था, जहां modeling offers के नाम पर लड़कियों को लुभाया जाता था। इस पेज के जरिए खासतौर पर Delhi-NCR की युवतियों को टारगेट किया गया।
लड़कियों को ₹1 से ₹2 लाख प्रति माह की मोटी कमाई का झांसा देकर नोएडा स्थित फ्लैट पर audition के बहाने बुलाया जाता था। जब वे वहां पहुंचती थीं, तो आरोपी की पत्नी उन्हें इस porn racket में शामिल होने का प्रस्ताव देती थी।
जांच एजेंसियों को शक है कि अब तक इस रैकेट के जरिए 500 से अधिक लड़कियों को हायर किया जा चुका है।
इस पूरे नेटवर्क में high salary promise, fake modeling auditions, और online recruitment through Facebook जैसे ट्रेंडिंग तरीकों का इस्तेमाल किया गया था।
Online Pornography के लिए क्लासिफाइड टास्क, पैसे के हिसाब से होती थी डीलिंग
Enforcement Directorate (ED) की जांच में सामने आया है कि इस online porn racket में लड़कियों को अलग-अलग टास्क दिए जाते थे, जो पूरी तरह से customer payment amount पर आधारित होते थे।
उदाहरण के तौर पर:
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Half Face Show – इसमें मॉडल्स का चेहरा आंशिक रूप से दिखाया जाता था।
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Full Face Show – इसमें पूरा चेहरा दिखाई देता था।
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Nude Category – इसमें पूरी तरह नग्नता दिखाई जाती थी।
हर कैटेगरी की अलग-अलग रेटिंग थी और कस्टमर से उसी के अनुसार पैसे वसूले जाते थे। इस कमाई का 75% हिस्सा आरोपी कपल के पास जाता था और केवल 25% हिस्सा मॉडल्स को दिया जाता था।
रूस से शुरू, भारत में सेटअप तैयार
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी पहले रूस में एक international pornography syndicate का हिस्सा रह चुका है। भारत आने के बाद उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर इसी तरह का illegal adult business नोएडा में शुरू किया।
इस पूरे मामले में FEMA violation के तहत ED कार्रवाई कर रही है और जल्द ही अन्य arrests possible हैं। फिलहाल ED की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन Noida Police भी इस केस की जांच में जल्द शामिल हो सकती है।
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