कांग्रेस नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी के बयान ने बवाल मचा दिया है। उत्तर और दक्षिण भारत की राजनीति पर राहुल के बयान पर बीजेपी ने उन्हें एहसान फरामोश बताया। कई केंद्रीय मंत्रियों ने राहुल पर निशाना साधते हुए उन्हें अपॉर्च्यूनिस्ट कहा और कहा कि उन्होंने उत्तर भारतीयों का अपमान किया है। इस बीच, कांग्रेस ने राहुल का बचाव करते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय थी। वह अपने निजी अनुभव को लोगों के साथ साझा कर रहे थे।
वहीं, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राहुल को सलाह दे डाली। उन्होंने भाजपा पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि उत्तर भारत के सभी मतदाताओं या दक्षिण भारत के मतदाताओं में मतदान करने की समझ है। मैं कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहता। वह जहां का भी हो, मतदाता का सम्मान किया जाना चाहिए।
राहुल के इस बयान पर हंगामा
राहुल ने मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में कहा कि पहले 15 वर्षों तक मैं उत्तर भारत से सांसद था। मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत थी। केरल में आना मेरे लिए बहुत रिफ्रेशिंग था, क्योंकि मुझे अचानक पता चला कि यहाँ के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और न केवल सतही बल्कि मुद्दों के बारे में विस्तार से भी जानते हैं। राहुल के इस बयान से उत्तर भारत बनाम दक्षिण भारत की बहस छिड़ गई है।
भाजपा नेताओं तंज कसा
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ऐसे व्यक्ति के बारे में लोकप्रिय कहावत है- थोथा चना बाजे घना। स्मृति ने राहुल को उनके परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी में 2019 में पिछले आम चुनाव में हराया था। हालांकि, वे केरल के वायनाड से जीत गए थे।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल कुछ दिनों पहले पूर्वोत्तर में थे और भारत के पश्चिमी हिस्से के खिलाफ जहर उगल रहे थे। वे अब दक्षिण में उत्तर के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। विभाजन और शासन की राजनीति काम नहीं करेगी राहुल गांधी जी…. लोगों ने इस राजनीति को खारिज कर दिया है। देखिए गुजरात में क्या हुआ!
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अमेठी के लोगों ने आपके पूरे परिवार को बहुत सारे अवसर दिए हैं। अगर आप अच्छे हैं तो भारत के हर हिस्से के लोग अच्छे हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जिन लोगों को अपनी लोकसभा सीट बचाने के लिए केरल जाना पड़ा था, उन्होंने उत्तर भारतीयों की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाए। इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने ईमानदारी से गांधी परिवार को पीढ़ियों से वोट दिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मैं दक्षिण से आता हूं। मैं पश्चिमी राज्य से एक सांसद हूं। मैं नॉर्थ में पैदा हुआ, शिक्षित हुआ और काम किया। मैंने दुनिया के सामने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व किया। भारत एक है। किसी भी क्षेत्र को कम न समझें। हमें कभी मत बांटो।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरा देश हमारे और जनता के लिए एक है। कांग्रेस भारत को उत्तर और दक्षिण में विभाजित करना चाहती है, लोग ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे। राहुल जी ने पहले कांग्रेस को उत्तर भारत से मुक्त कराया, अब वे दक्षिण की ओर बढ़ गए हैं।
राहुल जनता से माफी मांगें – अदिति सिंह
रायबरेली से कांग्रेस के बागी विधायक अदिति सिंह ने भी राहुल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमेठी जहां से आपने राजनीति की एबीसीडी सिखी। जिसने आपको दिल्ली पहुंचाया और आपके पूर्वजों का सम्मान किया। उस अमेठी और खासकर उत्तर भारत के बारे में आपका बयान निंदनीय है। आप दूसर पार्टियों पर विभाजन के आरोप लगाते हैं, लेकिन आप यह काम खुद कर रहे हैं। गलती इंसान से ही होती है। राहुल को अमेठी और उत्तर भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस ने किया बचाव
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने भारत की जनता से एक स्पष्ट आह्वान किया है कि वह राज्य या केंद्र में लोगों के लिए सर्वोपरि मुद्दों के बारे में सरकार से सवाल करे और भाजपा द्वारा बेची जा रहे सतही ‘टूलकिट’ स्टोरी को नजरअंदाज करे।
उन्होंने कहा कि देश के सामने मुद्दा यह है कि जीडीपी शून्य है, सभी छोटे और मध्यम व्यवसाय समाप्त हो रहे हैं, संविधान पर हमला हो रहा है, लोगों ने विरोध करने का अधिकार खो दिया है। सरकार को मुद्दों पर जवाब देना होगा।
वहीं, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि राहुल शायद अपना निजी अनुभव साझा कर रहे थे। वे भारत के किसी पार्ट का अपमान नहीं कर रहे थे। उन्होंने किस संदर्भ में यह बात कही, यह वह ही स्पष्ट कर सकते हैं। इसके बाद ही सारी गलतफहमी दूर होगी।