17 दिसंबर को बुध धनु राशि में है। इससे पहले 15 तारीख को सूर्य इस राशि में आया था। अब 5 जनवरी 2021 तक धनु राशि में बुधादित्य योग रहेगा। काशी के ज्योतिषी के अनुसार, ये 18 दिन कर्क, वृश्चिक, कन्या और मीन राशि के जातकों के लिए अच्छे हैं। लेकिन तुला, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा। वहीं, मेष वृष, मिथुन, सिंह और धनु राशि वालों के लिए मिला-जुला समय रहेगा। इस ग्रह के शुभ प्रभावों से देश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत होगी। शेयर बाजार और कीमती धातुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।
बुध का चिन्ह बदलने से पत्रकारिता, शिक्षा, लेखन, भाषण और भाषण से जुड़े लोगों की तर्क शक्ति बढ़ेगी। इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों के जीवन में बड़े बदलाव हो रहे हैं। कुछ लोगों के कामकाज में अचानक बदलाव की भी संभावना है। बृहस्पति के चिन्ह में सूर्य के साथ बुध की उपस्थिति से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होगी। इन ग्रहों के प्रभाव से कई लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। कुछ लोग नए और बड़े निवेश करने के लिए बड़ी योजनाएँ बनाएंगे। बुध के प्रभाव से खरीदारी बढ़ेगी। इससे शेयर बाजार में तेजी आने की संभावना है।
शुभ: कर्क, वृश्चिक, कन्या और मीन
धनु राशि में बुध के आने से कर्क, वृश्चिक, कन्या और मीन राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा। इन राशियों के लोगों को नौकरी और व्यवसाय में प्रगति के अवसर मिलेंगे। रुका हुआ पैसा मिलने की भी संभावना है। लेन-देन और निवेश में लाभ हो सकता है। इसके अलावा, इन राशियों के लोग बड़ी व्यावसायिक योजनाएँ बनाएंगे। इन लोगों की तर्क शक्ति भी बढ़ेगी।
आम: मेष वृष, मिथुन, सिंह और धनु
बुध के राशि परिवर्तन के कारण मेष वृष, मिथुन, सिंह और धनु राशि वाले लोगों के लिए समय सामान्य रहेगा। इन 5 राशियों के सोचे हुए काम पूरे हो सकते हैं। नए और पुराने लोगों से काम के लिए मुलाकात हो सकती है। रोजमर्रा के कामों में भी मेहनत करनी पड़ेगी। दौड़ बनी रहेगी। साथ ही, लेनदेन और निवेश को सावधानीपूर्वक करना होगा। स्वास्थ्य के मामले में इन लोगों को संभलकर रहना होगा।
अशुभ: तुला, मकर और कुंभ राशि
धनु राशि में बुध के आने से तुला, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा। इन 3 राशियों के लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। बचत और निवेश के नुकसान को खत्म करने की संभावना है। लेन-देन में भी सावधानी रखनी होगी। किस्मत आपका साथ नहीं देगी। तंत्रिका संबंधी रोग हो सकते हैं। कामकाजी लोगों के कामकाज में बदलाव और स्थान परिवर्तन संभव हो रहे हैं।