BJP Parliamentary Board Members List Updates: बीजेपी ने बुधवार को नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति की घोषणा कर दी। बड़ी खबर ये है कि एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को 11 सदस्यीय संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है। शिवराज सिंह चौहान को साल 2013 के दौरान बोर्ड में शामिल किया गया था।
नए संसदीय बोर्ड में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह, सर्बानंद सोनोवाल, बीएस येदियुरप्पा, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और पार्टी सचिव बीएल संतोष को जगह दी गई है। बता दें की बीजेपी के नए संसदीय बोर्ड और इलेकशन कमेटी में किसी भी सीएम को शामिल नहीं किया गया है।
BJP releases a list of members of the party’s Central Election Committee (CEC).
Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis included in the Committee. pic.twitter.com/wvUJAvoNzA
— ANI (@ANI) August 17, 2022
इसके साथ ही बीजेपी ने 15 सदस्यीय केंद्रीय चुनाव कमेटी का भी गठन किया है। पीएम मोदी सहित इसमें जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह, बीएस येदियुरप्पा, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष और वनथी श्रीनिवास को स्थान दिया गया है।
Photo Credit | Getty Images |
भाजपा संसदीय बोर्ड (BJP Parliamentary Board) के गठन की भावी योजना के मायने क्या हैंॽ
पहली दफा नॉर्थ ईस्ट से आने वाले नेता को उच्च स्तर पर कमान
पूर्वोत्तर से सर्बानंद सोनोवाल को कमान मिली है। वह असम के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और मौजूदा समय में केंद्र में मंत्री पद पर हैं। पूर्वोत्तर में राजनीतिक स्तर पर उनका काफी दबदबा है। अगले साल पूर्वोत्तर के कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं‚ इसका सीधा फायदा बीजेपी को होने वाला है। ऐसे में चुनावी रणनीति के तहत पार्टी की ओर से पहली दफा पूर्वोत्तर के किसी राजनीतिक हस्ती को भाजपा में उच्च पद देते हुए संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है।
सुषमा स्वराज की भरपाई की कोशिश सुधा यादव से
दिवंगत सुषमा स्वराज के बाद बीजेपी संसदीय बोर्ड (BJP Parliamentary Board) में महिला नेतृत्व की कमी खल रही थी। इस ड्रॉबैक को पूरा करने के लिए पार्टी ने हरियाणा की सुधा यादव को बोर्ड में शामिल किया है। सुधा यादव ओबीसी कैटेगिरी से आती हैं। ऐसे में पार्टी का पूरा फोकस हरियाणा में ओबीसी वर्ग पर माना जा रहा है।
इसी रणनीति के तहत सुधा यादव को संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है। बता दें कि सुधा यादव कारगिल शहीद पत्नी भी हैं। ऐसे में सैन्य परिवारों में भी भाजपा की मैसेज देने की कोशिश है। सुधा यादव अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान सांसद थीं।
तेलंगाना से ताल्लुक रखने वाले डॉ. के लक्ष्मण वर्तमान में भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वे तेलंगाना राज्य इकाई के प्रेसीडेंट की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं।
दरअसल बीजेपी तेलंगाना में चंद्रशेखर राव को चुनौती देकर राज्य में आने वाले समय में सत्तासीन होना चाहती है। इसके लिए के लक्ष्मण की भूमिका अहम मानी जा रही है। के लक्ष्मण के जरिए पार्टी की ओबीसी वोट बैंक पर भी नजर है।
दलित वर्ग में का भी विश्वास कायम रखने की रणनीति
एमपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में पार्टी ने मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद सत्यनारायण जटिया को संसदीय बोर्ड में जगह देकर दलित वर्ग को बड़ा मैसेज देने का प्रयास किय है। बता दें कि इससे पहले थावर चंद गहलोत एमपी से संसदीय बोर्ड (BJP Parliamentary Board) में दलित फेस थे, पार्टी अब गहलोत का गवर्नर बना चुकी है। दूसरी ओर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी बोर्ड में थे, लेकिन उन्हें पार्टी ने हटा दिया है।
सिख समुदाय का भी खयाल
इकबाल सिंह पूर्व में आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं, वे 2012 में भाजपा से जुड़े थे। इससे पहले वे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के प्रेसीडेंट भी थे। वे भाजपा के नेशनल स्पोक्स पर्सन रह चुके हैं। जब पंजाब आतंकवाद से जूझ रहा था तब इकबाल सिंह एक सक्रिय पुलिस अधिकारी के रूप में राज्य में कार्यरत थे।
भाजपा संसदीय बोर्ड (BJP Parliamentary Board) में इकबाल को जगह मिलने से पंजाब के मतदाताओं का पार्टी विश्वास जीतना चाहती है। उधर देशभर में फैले सिख समुदाय को भी पार्टी की ओर से संदेश देने का प्रयास किया गया है।
BS Yediyurappa who has built BJP in Karnataka has been named as a member of the BJP Parliamentary Board & Central Election Committee. It has given a big boost to BJP in Karnataka. We are confident that we will come back to power in 2023: Karnataka CM & BJP leader Basavaraj Bommai pic.twitter.com/H3vhG3daBJ
— ANI (@ANI) August 17, 2022
येदियुरप्पा को संतुष्ट करने के साथ दक्षिण में पैठ बनाने की रणनीति
येदियुरप्पा सबसे ज्यादा बार कर्नाटक सीएम पद पर रहने वाले शख्स हैं। वे तीन बार विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं। सबसे अधिक बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं। और तीन बार विपक्ष में भी बैठ चुक हैं। कर्नाटक के अलावा दक्षिण में येदियुरप्पा दबदबा रखते हैं।
Photo Credit | Getty Images |
सीएम पद से हटने के बाद अब येदियुरप्पा को संसदीय बोर्ड में जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें संतुष्ट करने के लिए ये जगह दी गई है। दूसर बात ये कि उन्हें जगह देकर पार्टी दक्षिण में अपनी मजबूत पैठ बनाने का प्रयास कर रही है।
मैं राजनीति छोड़ना चाहता हूं… वाले बयान के बाद गडकरी संसदीय बोर्ड से बाहर
पिछले माह एक सार्वजनिक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि कभी-कभी उनका मन राजनीति छोड़ने का होता है। उन्हाेंने कहा था कि समाज में कई और कार्य हैं जाे राजनीति के बगैर भी किए जा सकते हैं।
गडकरी बोले थे कि महात्मा गांधी के समय की राजनीति और आज की राजनीति में काफी परिवर्तन आ गया है। बापू के समय में राजनीति देश, समाज और विकास के लिए की जाती थी, लेकिन आज के दौरान में राजनीति केवल सत्ता के लिए ही की जाती है।
BJP Parliamentary Board Members List Updates | BJP Parliamentary Board And Election Committee | Shivraj Singh Chouhan | Nitin Gadkari | Amit Shah | PM Modi | BJP parliamentary board | JP Nadda | BJP Parliamentary Board Members | BJP National President