Sun Transit Impact : 15 जून को सूर्य गृह मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं। (Sun Transit Impact) जिससे पिछले एक महीने से बन रहा बुधादित्य योग समाप्त हो जाएगा। लेकिन सूर्य देवता अपने मित्र बुध की राशि में है। ये यहां 15 जुलाई तक रहेंगे। सूर्य के राशि परिवर्तन (Zodiac Signs) से प्रशासनिक स्तर और बड़े स्तर पर मौसम को लेकर बदलाव होंगे। इस राशि परिवर्तन का असर देश और दुनिया के साथ-साथ सभी राशियों के जातकों पर पड़ेगा।
ज्योतिष में सूर्य (Sun Transit Impact) को सभी ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य देवता गृह के शुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होती हैं वहीं आत्मविश्वास भी बढ़ता है। सरकारी काम पूर्ण होते हैं। नौकरी और व्यापार में तरक्की के साथ बड़े लोगों और अधिकारियों का सहयोग मिलता है।
इसके अशुभ प्रभाव से नौकरी और व्यापार में रुकावटें आती हैं। बड़े लोगों से नुकसान और विवाद होता है। आंखों से संबंधित समस्याएं और सिरदर्द की समस्या आती है। कार्यक्षेत्र में विवाद और तनाव उत्पन्न होता है।
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर से खुलेंगे इन राशियों की किस्मत के ताले। |
मेष और कन्या राशि सहित इन चार राशियों के लिए अच्छा और तरक्की का दौर रहेगा (Sun Transit Impact)
मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि के लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। इन लोगों को भाग्य का साथ मिल सकता है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। रुका हुआ धन मिल सकता है। जिस काम के पूरा होने को लेकर लंबे समय से सोच रहे हैं वे कार्य अब पूरे हो सकते हैं। संपत्ति और आर्थिक मामलों में समय लाभकारी बना रहेगा। नौकरी और व्यापार में आपको पदोन्नति मिलने के योग बन रहे है। सेहत के लिए भी समय बेहतर रहेगा।
मिथुन, तुला, धनु और कुंभ राशि के जातकों के लिए मिला-जुला
जब सूर्य राशि परिवर्तन करेगा तब मिथुन, तुला, धनु और कुंभ राशि के लिए समय मिला-जुला समय रहेगा। इन 4 राशियों के कार्य पूरे होंगे, लेकिन मेहनत भी अधिक करनी पड़ सकती है। खर्च और तनाव बढ़ सकता है। रोजमर्रा के कार्यों में विवाद की संभावना हो सकती है। तो वहीं धन लाभ भी हो सकता है। कई मामलों में सितारों का साथ मिल सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी हो सकती है।
वृश्चिक और मीन सहित चार राशियों के जातक सावधान रहें
वृष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को सूर्य के राशि परिवर्तन के कारण नौकरी और व्यवसाय में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य के कारण विवाद और तनाव बढ़ सकता है। ऐसे में इन 5 राशियों को इस समय में संभल कर रहना होगा। सूर्य के अशुभ प्रभाव से कार्य में रुकावट आ सकती है।
विवाद की संभावना है। धन हानि और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। नया काम शुरू करने से आपको बचना होगा। इस दौरान कर्ज न लें और किसी काम में लापरवाही व जल्दबाजी दोनों से बचते हुए अपने कार्य सोच समझ कर सावधानी पूर्वक पूरे करें।
बुरे प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय करें?
सूर्य के अशुभ असर से बचने के लिए पीपल और मदार के पौधों में जल अर्पित करना चाहिए। शुभ फल बढ़ाने के लिए सूर्योदय से पूर्व उठकर सूर्य को प्रणाम करें। तांबे के बर्तन में सूर्य को जल अर्घ्य दें। जिन राशियों के जातकों पर सूर्य का मिश्रित प्रभाव पड़ेगा, उन जातकों को जल में लाल चंदन मिलाकर सूर्य को अर्पित करने की सलाह है। हो सके तो सूर्य को लाल फूल अर्पित करें। गुड़हल का फूल चढ़ाने से सूर्य संबंधी दोष समाप्त होते हैं। ऐसे मान्यता है।
आषाढ़ में सूर्य अराधना का महत्व
आषाढ़ का महीना 15 जून से 13 जुलाई तक रहेगा। इस महीने में उगते सूरज (Sun Transit Impact) को अर्घ्य देने की मान्यता है। आषाढ़ के समय सूर्य देवता मित्र ग्रह की राशि में निवास करते है। इससे सूर्य के शुभ प्रभाव में वृद्धि होती है। स्कंद पुराण के अनुसार इस माह में भगवान विष्णु और सूर्य की पूजा करने से रोग दूर हो जाते हैं और आयु में भी वृद्धि होती है।
रविवार का व्रत और आषाढ़ में सप्तमी तिथि को रखने से भी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भविष्य पुराण में कहा गया है कि सूर्य को जल चढ़ाने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
संक्रांति के दिन आषाढ़ मास की शुरुआत, ये शुभ संयोग 19 साल बाद
इस बार मिथुन संक्रांति से आषाढ़ का महीना शुरू हो गया है। ऐसा शुभ संयोग 19 साल बाद हो रहा है। इससे पहले 2003 में ऐसा संयोग 15 जून, रविवार को बना था। अब 19 साल बाद मिथुन संक्रांति के त्योहार के साथ आषाढ़ का महीना फिर से शुरू हो रहा है। शुभ संयोग के प्रभाव से इस मास में की जाने वाली सूर्य पूजा विशेष फलदायी होती है। इस महीने भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से रोग और परेशानियां दूर हो जाती हैं।