Muhurt Without Pandit : ज्यादातर सभी लोग नए काम के शुभ मुहूर्त में ही काम की शुरुआत करना चाहते हैं, लेकिन किसी वजह से आप अपने पंडितजी से नहीं मिल पा रहे हैं और आपको अपनी ही राशि और नक्षत्र या कहें कि जन्मपत्री दिखाने का समय नहीं मिल रहा है या फिर पंचाग भी नहीं देख पा रहे हैं तो आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित उमाशंकर आपको बता रहे हैं कि आप किस दिन बिना किसी मुहूर्त के अपना कार्य कर सकते हैं और ऐसा कौनसा समय होता है जब आप बिना कोई चौघड़िया देखे अपने कार्य की शुरुआत कर सकते हैं।
अगर आप खाने-पीने से जुड़ा काम शुरू करने का प्लान बना रहे हैं, उदाहरण के तौर पर यदि आप रेस्टोरेंट या मिष्ठान यानि मिठाई का बिजनेस की योजना बना रहे हैं, पानी से जुड़ा काम जैसे कि वॉटर बोटल, कोल्ड्रींक्स ज्यूस आदि का कार्य शुरू करना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत आप सोमवार को शुरू करेंगे तो ये आपके लिए बेहद अच्छा रहेगा। सोमवार से इस तरह के कार्य शुरू करने से आपको बेहतर परिणाम ही मिलेंगे।
यदि आप भूमि, घर या फिर अन्य निर्माण से जुड़ा कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन ये कार्य शुरू करना अपके लिए ज्यादा फायदेमंद रह सकता है। क्योंकि मंगल ग्रह भूमि से जुड़े कार्य को इंगित करता है। ऐसे में इस दिन आप भूमि से जुड़ा कार्य शुरू करते हैं तो मंगलवार के दिन कार्य को शुरू करना आपको असीमित लाभ देगा।
वहीं पैसों के लेन-देन, शेयर मार्केट या फिर कोई कंसल्टेंसी सर्विस यानी सलाह देने का कार्य आप शुरू करना चाह रह हैं और नए काम का शुभ मुहूर्त आपको नहीं मिल पा रहा है तो आप बुधवार के दिन इस कार्य को शुरू कर सकते हैं। ऐसा इसलिए की बुध का संबंध रोकड़ यानि धन से होता है, ऐसे में इस दिन पैसों से जुड़े कार्य करने के परिणाम आपको बेहतर मिल सकते हैं।
इसी तरह आप एजुकेशन, धर्म और अनाज से संबंधित कोई कार्य शुरू करना चाह रहे हैं तो गुरुवार का दिन आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। बृहस्पति के दिन ये कार्य शुरू करने से आपका कार्य लंबे समय तक चलेगा और आपको इसके परिणाभी शुभ मिलेंगे।
वहीं दूसरी ओर यदि आप ब्यूटी, कॉस्मेटिक, कपड़ा, कैमिकल, मेडिसिन या फिर पार्लर शुरू कर रहे हैं तो आप इसकी शुरुआत शुक्रवार को करें। क्योंकि शुक्र ग्रह को प्रतिभा, कला और सौन्दर्य का कारक माना जाता है।
इसी तरह यदि जो भी काम आप लंबे समय तक निर्बाध रूप से करना चाहते है तो जैसे अपनी नौकरी या कोई धंधा तसल्ली से करना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत आप शनिवार से करें, इस दिन कोई भी कार्य शुरू करने से उस कार्य की निरंतरता बढ़ जाती है।
वहीं लकड़ी का कार्य जैसे कोई टिंबर वर्क , अस्पताल से जुड़ा कार्य, या किसी संस्थान या कंपनी में सरकारी नौकरी में पद ग्रहण या फिर कोई भी सरकारी कार्य करना चाहते हैं इसकी शुरुआत आप रविवार को करे। क्योकि यह सूर्य का वार होता है जो शासन, सत्ता, सरकारी कामकाज और लकड़ी से ताल्लुक रखता है। इसलिए ये समस्त कार्य रविवार के दिन करने चाहिए। अमूमन इस दिन छुट्टी होती है ऐसे में यदि आप नौकरी या कोई पद ग्रहण रविवार को करना चाहते हैं तो रविवार के दिन अपने कार्यालय पहुंच कर लौटाएं फिर आपको जो दिन भी पद ग्रहण करने का दिया गया है उस दिन जॉइन कर लें।
हर दिन 11.30 से दोपहर 12.30 तक का समय अभिजीत मुहूर्त
नक्षत्रों के बारे में यह जानकारी देखें
रोहिणी, पुष्य, अश्लेषा, माघ, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तरशाद, उत्तर भाद्रपद, स्वाति, हस्तचित्र, रेवती, शतभिषा, धनिष्ठा किसी भी शुभ महीने के सर्वश्रेष्ठ और पवित्र नक्षत्र हैं। इन नक्षत्रों में गृह निर्माण या कोई शुभ कार्य करना शुभ होता है। अन्य सभी नक्षत्र सामान्य नक्षत्रों की श्रेणी में आते हैं।
Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। थम्सअप भारत किसी भी तरह की मान्यता की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी धार्मिक कर्मकांड को करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।
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