Amphan Cyclone: बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अब तेज हो रहा है। खाड़ी के मध्य भाग में रविवार रात ढाई बजे से इसका स्वरूप बड़ा होने लगा। अब यह सुपर साइक्लोन में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 6 घंटे में तूफान खाड़ी के दक्षिणी इलाके से उत्तर-पूर्व की तरफ मुड़ चुका है। यहीं पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाके हैं। सोमवार शाम 5.30 से रात 11.30 बजे के बीच (6 घंटे में) तूफान 11 किमी/घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ा। शाम को ओडिशा तट से इसकी दूरी 700 किलोमीटर थी।
मौसम विभाग के मुताबिक- ओडिशा और प. बंगाल के कुछ तटीय इलाकों में 130 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी
प. बंगाल के 24 उत्तर और दक्षिण परगना, कोलकाता, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा-हुगली में तेज बारिश हो सकती है
सोमवार शाम 5.30 बजे तूफान ओडिशा तट से 700 किमी दूर था, इसके बाद 6 घंटे में 11 किमी/घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ा
20 मई की दोपहर तक यह (Amphan Cyclone) तूफान पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के पास टकरा सकता है। इस दौरान इसकी रफ्तार 195 किलोमीटर प्रति घंटे होने का अनुमान है। च्रकवात के असर से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने और भारी बारिश की आशंका है। चक्रवाती तूफान उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों जगतसिंहपुर, केंद्रापरा, भद्रक और बालासोर को भी प्रभावित करेगा।
मोदी ने बैठक में तूफान से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया
फोटो साभार : एजेंसी |
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान से निपटने की
तैयारियों और इससे पैदा होने वाले हालात का जायजा लेने के लिए गृह मंत्रालय और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) की हाई लेवल बैठक बुलाई। इसके बाद मोदी ने कहा- मैं सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं। केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।
एनडीआरएफ ने कहा- ओडिशा में 13 और बंगाल में 17 टीमें तैनात
एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा- चक्रवात अम्फान से ओडिशा और पश्चिम बंगाल सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इससे निपटने के लिए ओडिशा में 13 और पश्चिम बंगाल में 17 टीमें तैनात की गई हैं। प्रधानमंत्री के साथ हुई रिव्यु मीटिंग में यह तय किया गया है कि एनडीआरएफ की कुछ टीमें एयरलिफ्ट करने के लिए भी तैयार रहेंगी ताकि आपातकालीन स्थिति में लोगों की मदद की जा सके।
12 घंटे में और तेज हो जाएगी रफ्तार
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा के मुताबिक, 12 घंटे में यह पूरी तरह से तेज तूफान में बदल जाएगा। अगले 6 घंटों में इसका असर तटीय इलाकों में दिखने लगेगा।
तूफान का केंद्र ओडिशा के पारादीप से 980 किमी. दक्षिण,पश्चिम बंगाल के दीघा से 1,30 किमी. दक्षिण-पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 1,250 किमी. दक्षिण पश्चिम में है। इसके असर से बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में सोमवार सुबह 150 किमी प्रति घंटा, मध्य हिस्से में 190 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।