Varicose Veins: क्या आपकी नसें भी हैं सूजी? वैरिकोज वेन्स के लक्षण और इलाज जानें Read it later

Varicose Veins: क्या आपने कभी अपने पैरों में नीली या बैंगनी रंग की टेढ़ी-मेढ़ी नसें देखी हैं? यह एक स्वास्थ्य स्थिति है जिसके कारण ये नसें इस तरह उभरी हुई दिखाई देने लगती हैं। इसे वैरिकोज वेन्स कहते हैं।

वैरिकोज वेन्स का मतलब है कि हृदय तक रक्त ले जाने वाली नसें सूज गई हैं। इन नसों की दीवारें कमजोर हो गई हैं और उनके वाल्व ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। इस कारण जो रक्त हृदय की ओर जाना चाहिए, वह वापस लौटकर नसों में कहीं जमा हो रहा है। आमतौर पर यह समस्या शरीर के निचले हिस्से में होती है। यही कारण है कि पैरों और टखनों पर नीले और बैंगनी रंग के उभार दिखाई देने लगते हैं।

हमारे शरीर में रक्त के प्रवाह के लिए दो तरह की रक्त वाहिकाएँ काम करती हैं- धमनियाँ और शिराएँ। धमनियाँ हृदय से रक्त को शरीर के सभी अंगों तक पहुँचाती हैं, जबकि शिराएँ रक्त को बाकी अंगों से हृदय तक वापस लाती हैं।

वैरिकोज वेन्स की स्थिति होने पर पैरों पर काले धब्बे पड़ सकते हैं। घाव हो सकते हैं, उनसे खून बहने की समस्या हो सकती है। इससे दर्द और सूजन भी हो सकती है।

इस आर्टिकल में हम वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) डिजीज के बारे में आपको बताएंगे। इसमें हम आपको बताएंगे कि-
  • वैरिकोज वेन्स और स्पाइडर वेन्स के बीच क्या अंतर है?
  • वैरिकोज वेन्स से किस तरह का खतरा है?
  • इसके लक्षण और कारण क्या हैं?
  • इसका इलाज क्या है?
40 से 60% महिलाओं को वैरिकोज वेन्स की समस्या होती है

विज्ञान पत्रिका ‘स्प्रिंगर लिंक’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, पूरी दुनिया में 40% से 60% महिलाओं को वैरिकोज वेन्स की समस्या होती है। जबकि लगभग 15% से 30% पुरुष इस स्थिति से प्रभावित होते हैं।

वैरिकोज वेन्स क्या हैं?

वैरिकोज वेन्स को ऐसे समझें जैसे नसें सूज गई हों। उनके वाल्व क्षतिग्रस्त हो गए हों। इसके कारण ऐसी स्थिति बनती है जिसमें नसें सूजी हुई और उभरी हुई दिखाई देती हैं। प्रभावित व्यक्ति के पैरों की त्वचा काली पड़ सकती है। उन्हें दर्द या खुजली भी हो सकती है।

  • उम्र: बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर के कई अंग कमजोर होने लगते हैं। वे अपने काम में पहले की तरह सक्रिय नहीं रहते। उम्र बढ़ने के कारण नसों की दीवारें और वाल्व पहले की तरह काम नहीं करते। नसें अपनी लोच खो देती हैं और सख्त हो जाती हैं। इससे वैरिकोज वेंस की समस्या होती है।
  • लिंग: महिलाओं के हॉरमोन नसों की दीवारों को थोड़ा और फैलने दे सकते हैं। खास तौर पर वे महिलाएं जो गर्भवती हैं या गर्भनिरोधक गोलियां ले रही हैं या पीरियड्स से गुज़र रही हैं। हॉरमोन के स्तर में बदलाव के कारण उन्हें वैरिकोज वेंस का ज़्यादा जोखिम हो सकता है।
  • पारिवारिक इतिहास: हमें अपने परिवार और पूर्वजों से कई चीज़ें विरासत में मिलती हैं। ज़मीन, जायदाद और तमाम सुख-सुविधाओं के अलावा कुछ बीमारियाँ भी इसमें शामिल हो सकती हैं। वैरिकोज वेंस की समस्या विरासत में भी मिल सकती है।
  • जीवनशैली: गतिहीन जीवनशैली कई खतरनाक बीमारियों के लिए ज़िम्मेदार है। जो लोग लंबे समय तक एक ही जगह पर खड़े रहते हैं या बैठते हैं, उनके शरीर में रक्त संचार कम हो जाता है। इसलिए वैरिकोज वेंस की स्थिति का जोखिम बढ़ जाता है। बहुत टाइट कपड़े पहनने से भी यह समस्या हो सकती है।
  • समग्र स्वास्थ्य: कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ भी वैरिकोज वेन्स का कारण बन सकती हैं। गंभीर कब्ज और कुछ ट्यूमर नसों में दबाव बढ़ा सकते हैं। हमें इस बारे में सावधान रहना चाहिए।
  • तम्बाकू का सेवन: जो लोग तम्बाकू उत्पादों (खैनी, सिगरेट) का सेवन करते हैं, उनमें दूसरों की तुलना में वैरिकोज वेन्स विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
  • अधिक वजन: अधिक वजन होने से कई स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। दरअसल, अधिक वजन रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, जिसके कारण वैरिकोज वेन्स की स्थिति विकसित हो सकती है।
वैरिकोज वेन्स और स्पाइडर वेन्स में क्या डिफ्रेंस होता है (Spider Veins vs Varicose Veins)

वैरिकोज वेन्स और स्पाइडर वेन्स दोनों लगभग एक जैसी बीमारियाँ हैं, लेकिन वे अलग दिखती हैं। स्पाइडर वेन्स वैरिकोज वेन्स से छोटी और पतली होती हैं। वे लाल या नीले रंग के मकड़ी के जाले या पेड़ की शाखाओं की तरह दिखती हैं और त्वचा की सतह के बहुत करीब होती हैं।

स्पाइडर वेन्स आमतौर पर दर्द का कारण नहीं बनती हैं। वे हमारे शरीर पर कहीं भी दिखाई दे सकती हैं। वे अक्सर हमारे घुटनों के पीछे, पैरों पर या चेहरे पर दिखाई देती हैं।

वैरिकोज वेन्स का इलाज क्या है? (Varicose Veins Treatment Options)

वैरिकोज वेन्स का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, कुछ उपचारों की मदद से इस स्थिति को कम किया जा सकता है।

इसके लिए नसों को ऊपर उठाया जाता है, ताकि उनका दबाव कम हो और रक्त प्रवाहित हो सके।

इसके लिए डॉक्‍टर्स मरीज को इलास्टिक स्टॉकिंग्स थैरेपी देते हैं। इसमें नसों की चौड़ाई डिक्रीज करके इस स्थिति को सामान्य पर लाने के लिए प्रयास किया जाता है।

इसके लिए इंजेक्शन थैरेपी और लेजर थेरेपी का भी सहारा लिया जा सकता है।

समस्या अधिक गंभीर होने पर लोग नसों की सर्जरी का भी विकल्प चुनते हैं।

ये लक्षण आपको दे सकते हैं वैरिकोज वेन्स के संकेत  (Symptoms of Varicose Veins)

पैरों में भारीपन
नसों में उभार
खुजली
दर्द
घाव
सूजन

किन लोगों को होता है वैरिकोज वेन्स का ज्‍यादा जोखिम (Varicose Veins Causes)

उम्रदराज लोगों को
महिलाओं को
जिनका वजन बहुत अधिक है
उन लोगों को, जो बहुत देर तक बैठे या खड़े रहते हैं
जो तंबाकू का सेवन करते हैं
वैरिकोज वेन्स की फैमिली हिस्ट्री होने पर
सोर्सः क्लीवलैंड क्लिनिक

” वैरिकोज वेन्स आमतौर पर खतरनाक नहीं होती हैं। हालांकि कुछ मामलों में गंभीर कंडीशन होने पर पैरों की चमड़ी काली पड़ सकती है। इसमें छाले पड़ सकते हैं और घाव भी हो सकता है, जिससे खून बहता रहता है। इंजेक्शन, लेजर थेरेपी या सर्जरी से इसका इलाज किया जा सकता है। नसों में उभार, पैरों में भारीपन और काले-नीले धब्बे इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।”

डॉ. आशीष गोयल कंसल्टेंट, लेजर एंड लेप्रोस्कोपिक जनरल सर्जरी, नारायणा हॉस्पिटल

 

ये भी पढ़ें –

Hearing Loss: ईयरफोन का लगातार उपयोग करते हैं तो हो जाएं सावधान

 

Like and Follow us on :

Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin

Was This Article Helpful?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *