What is Hamas: हमास सबसे बड़ा फिलिस्तीनी चरमपंथी इस्लामी समूह है और क्षेत्र के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक है। वर्तमान में, यह गाजा पट्टी में 20 लाख से अधिक फिलिस्तीनियों पर शासन करता है। साथ ही इस, संगठन (Hamas) को इजरायल के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध के लिए भी जाना जाता है। हमास या कुछ मामलों में इसकी सैन्य शाखा (इज्ज अद-दीन अल-कसम ब्रिगेड) को इजरायल, अमरीका, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और अन्य देशों द्वारा एक आतंकवादी समूह नामित किया गया है।
ये क्यों है बड़ा हमला? इजरायल व अरब देशों में 1973 के बाद से कोई बड़ा संघर्ष नहीं हुआ है। हमास (Hamas) ने जरूर इस बीच कई हमले यहूदी देश पर किए, पर उसे कोई बड़ी सफलता नहीं मिली। हमास कैसे इजरायल की अचूक इंटेलीजेंस और सुरक्षा पंक्ति भेद इतना बड़ा हमला कर सका, ये बड़ा सवाल बन गया है।
7 अक्टूबर को हुए हमास के इजराइल पर हुए बड़े अटैक के 3 अहम कारण…
1. इज़राइल अभी भी घरेलू मोर्चे पर व्यस्त था। जनता न्यायिक प्रणाली की शक्तियों को कम करने के कदम के खिलाफ थी।
2. यह यहूदियों के पवित्र त्योहार सिमचट तोरा का आखिरी दिन था और लोग जश्न में डूबे हुए थे।
3. 6 अक्टूबर को 1973 में हुए युद्ध की 50वीं सालगिरह थी। 6 अक्टूबर 73 को पड़ोसी देशों ने इजराइल पर हमला कर दिया था. यहूदी अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए इस दिन उपवास रखते हैं। यानी उनकी आस्था पर हमला किया गया है।
#WATCH | Visuals from the Gaza skyline after Israeli airstrikes bombard Gaza following Hamas' attack on Israel (ANI)#IsraelUnderAttack #Israel_under_attack #IsraelPalestineWar pic.twitter.com/BsFiUgsZm9
— Argus News (@ArgusNews_in) October 8, 2023
इजरायल और अरब के बीच तनाव की मूल वजह
संयुक्त राष्ट्र में 1947 में इस इलाके को यहूदियों और अरबों के बीच अलग-अलग राष्ट्रों में बांटे जाने और यरूशलम को अंतरराष्ट्रीय शहर बनाए जाने को यहूदियों ने स्वीकार कर लिया जबकि अरब पक्ष ने इसे खारिज कर दिया था। 1948 में ब्रिटिश शासक चले गए। आखिर 14 मई, 1948 को इजरायल की स्थापना हुई। अगले ही दिन मिस्र, जॉर्डन, सीरिया और इराक ने हमला कर दिया। यह पहला अरब-इजरायल युद्ध था। इसके बाद 1967 और 1973 में भी इजरायल और अरब देशों में युद्ध हुए। पर इसमें अरब देश हारे। इजरायल को गाजा पट्टी के बड़े हिस्से, वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलम पर कब्जा कर लिया।
हमास (Hamas) आतंकी संगठन में करीब 27 हजार लोग
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की मानें तो, हमास में करीब 27 हजार लोग हैं। इन्हें 6 क्षेत्रीय ब्रिगेडों में विभाजित किया गया है। इसमें 25 बटालियन और 106 कंपनियां हैं। उनके सेनापति बदलते रहते हैं।
- हमास के 4 पंख हैं। सैन्य विंग के प्रमुख इस अद-दीन अल कासिम हैं। राजनीतिक विंग की कमान इस्माइल हानिया के हाथ में है। इस विंग में दूसरे नंबर पर हैं मूसा अबू मरज़ूक। दूसरे नेता हैं खालिद मशाल। यह अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए मुस्लिम ब्रदरहुड पर निर्भर है। एक सोशल विंग भी है।
- इजराइल के उन हिस्सों पर कब्जा कर रहा है जो ज्यादातर फिलिस्तीनी हैं। स्वयं को एक स्वतंत्र देश के रूप में स्थापित करना।
- कई सालों के बाद अब हमास इजराइल को परेशान करने में सक्षम हो गया है. इसके सदस्य आम लोगों की भीड़ में शामिल हो जाते हैं और इजरायली सैनिकों पर हमला कर देते हैं। इजराइल की ताकत के कारण अभी ज्यादा मदद नहीं मिल पाती। हर झड़प में हमास को नुकसान उठाना पड़ा।
हमास (Hamas) ने गाजा पर यूं किया कब्जा
हमास (Hamas) के कब्जे वाली गाजा पट्टी पूर्वी भूमध्यसागरीय तट पर एक फिलिस्तीनी क्षेत्र है। 2006 के फिलिस्तीनी विधायी चुनाव जीतने के बाद, इसने अपने प्रतिद्वंद्वी फतह के साथ हिंसक झड़पों के बाद 2007 में गाजा पर नियंत्रण कर लिया। तब से, हमास (Hamas) गाजा पर शासन कर रहा है, जबकि फतह वेस्ट बैंक पर शासन करता है। हमास ने पिछले कुछ वर्षों में इजरायली ठिकानों पर कई हमले किए हैं, जिनमें आत्मघाती बम विस्फोट, रॉकेट लॉन्च और अन्य हमले शामिल हैं। इन हमलों में हमास और इजराइल दोनों ने बड़ी संख्या में लोगों की जान गंवाई है. हमास (Hamas) द्वारा शनिवार को किया गया रॉकेट हमला पिछले कुछ सालों का सबसे बड़ा हमला है, जिसमें 450 लोगों की जान चली गई है।
नेतन्याहू ने कहा- ये जंग लंबे समय तक चल सकती है, हम इसे जरूर जीतेंगे
बहरहाल मौजूदा हालात को लेकर युद्ध के बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार रात जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा- ये जंग लंबे समय तक चल सकती है। हम अपने रक्षा बलों की पूरी ताकत का उपयोग करके हमास को नष्ट कर देंगे। गाजा में रहने वाले लोगों को बाहर निकल जाना चाहिए। उन्होंने कहा- शनिवार को जो हुआ वो इजराइल ने कभी नहीं देखा था और हम ऐसा दोबारा कभी नहीं होने देंगे। हमास (Hamas) हम सभी को मारना चाहता है। वह अपने घरों में माताओं और बच्चों को मार रहा है। वह एक ऐसा दुश्मन है जो बुजुर्गों, बच्चों और लड़कियों को निशाना बनाता है। वे छुट्टियों का आनंद ले रहे बच्चों और नागरिकों का नरसंहार कर रहे हैं।
इससे पहले शनिवार को नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा की थी। कैबिनेट के साथ आपात बैठक के बाद उन्होंने कहा था- ये एक युद्ध है और हम इसे जरूर जीतेंगे. दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इस साल अप्रैल से ही एक बड़े हमले के लिए परिस्थितियांं बन रही थीं
अप्रैल से नए हमलों के संकेत मिलने लगे. यूक्रेन और वेस्ट बैंक इलाके में लगातार इजरायली सैन्य अभियान चलाए जा रहे थे। इसके बाद गाजा ने इजराइल को उसी भाषा में जवाब दिया। मई में इज़राइल और हमास के बीच छोटी लड़ाई छिड़ गई। एक हफ्ते बाद, इजरायली हवाई हमले में हमास (Hamas) के तीन नेता मारे गए। मिस्र पर वह संघर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा समाप्त किया गया था।
1000 से अधिक फ़िलिस्तीनी इसराइल में दाखिल हुए
इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के 7 देशों के लोगों को अपना घर छोड़कर शहर में आश्रय गृह बनाने के लिए कहा है। यहां सेना ने हमास पर हमला कर दिया. अल जजीरा के मुताबिक, 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजरायल में दाखिल हो चुके हैं। 1948 के बाद ऐसा पहली बार हुआ।
हमास (Hamas) के प्रवक्ता ने कहा- ये हमला उन अरब देशों को जवाब जो इजराइल का समर्थन कर रहे हैं
हमास (Hamas) ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन का नाम ‘अल-अक्सा फ्लड’ रखा है। वहीं, इजरायल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘स्वोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने शनिवार को कहा था कि यह हमला इजरायल द्वारा येरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, अप्रैल 2023 में इजरायली पुलिस ने अल-अक्सा मस्जिद पर ग्रेनेड फेंके थे। वहीं, हमास (Hamas) के प्रवक्ता गाजी हमद ने अल जजीरा से कहा- यह कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है जो इजरायल से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। हाल के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को एक देश के रूप में मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन एक दूसरे के दुश्मन क्यों ?
मध्य पूर्व के इस क्षेत्र में यह संघर्ष कम से कम 100 वर्षों से चलता आ रहा है। वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलान हाइट्स जैसे इलाकों को लेकर विवाद है। फ़िलिस्तीन पूर्वी येरुशलम सहित इन क्षेत्रों पर अपना दावा करता आ रहा है। वहीं, इजराइल येरुशलम पर अपना दावा किसी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में स्थित है। यह जगह फिलहाल हमास (Hamas) के नियंत्रण में है। यह इजराइल का कट्टटर विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में, इज़राइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेनाएँ हटा लीं। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए. फ़िलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीन राज्य की स्थापना की जानी चाहिए।
ये भी पढ़ें –
Root Of Israel Palestine Conflict:70 साल से एक दूसरे के कट्टर दुश्मन इजराइल और फिलिस्तीन‚ समझिए इस नफरत की जड़ है कौन
Like and Follow us on :
Google News |Telegram | Facebook | Instagram | Twitter | Pinterest | Linkedin