Kolkata Rape Case Update: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर की निर्मम हत्या और बलात्कार के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ सियालदह कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। (Kolkata trainee doctor murder) इस केस की सुनवाई 11 नवंबर से रोजाना होगी। सोमवार को कोर्ट में पेशी के दौरान संजय ने पहली बार मीडिया के सामने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि ममता सरकार उसे फंसा रही है और उसे धमकी दी जा रही है। सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट में संजय रॉय को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है। चार्जशीट में सीबीआई ने इसे गैंगरेप की जगह रेप के मामले के रूप में पेश किया है, और फोरेंसिक सबूतों ने इस दावे को पुष्ट किया है।
CBI की चार्जशीट में पुख्ता सबूत (Kolkata Rape Case Update)
CBI investigation: सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, आरोपी के खिलाफ 100 गवाहों के बयान, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट, CCTV फुटेज, और फोरेंसिक रिपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण सबूत पेश किए गए हैं। इसके अलावा, वारदात के दिन संजय का इयरफोन और मोबाइल ब्लूटूथ से कनेक्ट हुआ पाया गया था, जिसे भी एक महत्वपूर्ण सबूत माना गया है।
फोरेंसिक टेस्ट ने आरोपी के खिलाफ किया पुष्टि
फोरेंसिक जांच में पीड़िता के शरीर से मिला सीमन सैंपल और खून आरोपी संजय रॉय से मेल खा गया। इसके अलावा, घटनास्थल से मिले छोटे बाल भी आरोपी के बालों से मैच कर गए। यह फोरेंसिक प्रमाण केस की नींव को और मजबूत बनाते हैं।
आरोपी संजय रॉय का दावा: ‘मैं निर्दोष हूं’
सोमवार की पेशी के बाद संजय ने पुलिस एस्कॉर्ट के दौरान मीडिया से बात की। उसने दावा किया, “मुझे इस केस में फंसाया गया है। (Sanjay Roy accused) कोई मेरी बात नहीं सुन रहा है। सरकार मुझे मुंह न खोलने की धमकी दे रही है।” यह बयान केस में एक नया मोड़ लाता है, जहां आरोपी अपनी बेगुनाही का दावा कर रहा है।
42 दिनों का विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और स्टाफ ने 42 दिन लंबा विरोध प्रदर्शन किया था। (Kolkata Rape Case Update) इसने पूरे कोलकाता और स्वास्थ्य विभाग को झकझोर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मामले में न्याय की मांग की थी और सीबीआई जांच के लिए दबाव डाला था।
घटना 9 अगस्त की रात की
यह दुखद घटना 9 अगस्त की है जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में महिला ट्रेनी डॉक्टर का अर्धनग्न शव पाया गया। पीड़िता के मुंह, आंखों, और गुप्तांगों से खून बह रहा था, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई।
संजय रॉय पर आरोप और सबूत
सीबीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी संजय रॉय का फोन कॉल डिटेल्स और लोकेशन ट्रैकिंग सबूत के तौर पर शामिल किए गए हैं। इन विवरणों से पता चलता है कि आरोपी घटनास्थल पर मौजूद था। इसके साथ ही CCTV फुटेज ने भी इस मामले में अहम भूमिका निभाई है, जिसमें संजय की गतिविधियां रिकॉर्ड की गई हैं।
पीड़िता के परिवार ने ये कहा
पीड़िता के परिवार ने सीबीआई की चार्जशीट और संजय रॉय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। परिवार का कहना है कि वे न्याय के लिए लड़ते रहेंगे और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग करेंगे।
आने वाली सुनवाई में क्या होगा?
11 नवंबर से रोजाना होने वाली सुनवाई इस केस के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाली है। (RG Kar Medical College case) कोर्ट में हर दिन की कार्यवाही से नए तथ्य और साक्ष्य सामने आ सकते हैं, जिससे केस की दिशा स्पष्ट होगी। इस केस में सबूतों की मजबूत श्रृंखला को देखते हुए, आने वाले समय में इसका असर देखने को मिलेगा।
सीबीआई की जांच और अभियोजन की तैयारी
सीबीआई ने इस केस में अपने अभियोजन पक्ष को मजबूत करने के लिए कई विशेषज्ञों और फोरेंसिक रिपोर्ट्स को शामिल किया है। (Kolkata Rape Case Update) चार्जशीट में दर्ज साक्ष्य, गवाहों के बयान, और तकनीकी सबूत यह साबित करने के लिए पर्याप्त हैं कि केस को लेकर अभियोजन पक्ष कितनी मजबूती से तैयार है।
कोर्ट की भूमिका और सुनवाई की प्रक्रिया
सियालदह कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हर रोज सुनवाई का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य केस की प्रक्रिया को तेज करना और जल्द न्याय प्रदान करना है। कोर्ट में होने वाली यह सुनवाई पूरे देश की नजर में रहेगी।
The Sealdah Court has framed charges against Sanjay Roy in connection with the RG Kar rape and murder case.
Outside the courtroom, Roy has alleged that he is facing pressure from the police to remain silent.#RGKarCase #RapeAccused #Murder #KolkataRapeCase #RapeCase #SanjayRoy pic.twitter.com/6G37c0CF7K
— India Today NE (@IndiaTodayNE) November 4, 2024
समाज पर असर और चिकित्सा क्षेत्र की सुरक्षा
यह केस न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर मामला है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस घटना ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जरूरत को भी उजागर किया है।
निष्कर्ष: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर की निर्मम हत्या और बलात्कार का मामला न केवल न्यायिक प्रक्रिया की परीक्षा है, बल्कि यह समाज और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक सबक भी है। (Kolkata Rape Case Update) कोर्ट की रोजाना सुनवाई से उम्मीद की जा रही है कि जल्द से जल्द न्याय मिलेगा और दोषी को सजा दी जाएगी।
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