National Science Awards 2024: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार 22 अगस्त को विज्ञान के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले 33 लोगों को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में बायोकेमिस्ट गोविंदराजन पद्मनाभन को (Govindarajan Padmanabhan Science Ratna) विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए विज्ञान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा इसरो (ISRO) की चंद्रयान टीम को विज्ञान टीम पुरस्कार से (ISRO Chandrayaan Team Award 2024) सम्मानित किया गया।
18 युवा वैज्ञानिकों को मिला पुरस्कार (National Science Awards 2024)
- 33 पुरस्कार विजेताओं की सूची में 18 युवा वैज्ञानिकों के लिए ‘विज्ञान युवा शांति स्वरूप भटनागर’ पुरस्कार और 13 ‘विज्ञान श्री’ पुरस्कार शामिल किए गए हैं। (Vigyan Ratna and Vigyan Shree Awards 2024)
- ‘विज्ञान रत्न’ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आजीवन उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए दिया जाता है, जबकि ‘विज्ञान श्री’ विशिष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए दिया जाता है।
- सरकार ने पद्म पुरस्कारों की तर्ज पर देश में सभी विज्ञान पुरस्कारों की शुरुआत करते हुए जनवरी में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार शुरू किया, जहां पुरस्कार विजेताओं को एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। पहले के विज्ञान पुरस्कारों के विपरीत, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार में नकद राशि नहीं दी जाती है।
- विज्ञान श्री पुरस्कार के लिए चयनित लोगों में आनंद रामकृष्णन सी, उमेश वार्ष्णेय, भीम सिंह, आदिमूर्ति अदि, सैयद वाजिद अहमद नकवी, संजय बिहारी और राहुल मुखर्जी शामिल हैं।
- विज्ञान युवा पुरस्कार के लिए पंजीकृत पुरस्कार विजेताओं में डॉ. बप्पी पॉल, डॉ. अभिलाष, राधाकृष्णन महालक्ष्मी, पूरबी सैकिया, दिगेंद्रनाथ स्वैन, प्रभु राजगोपाल और प्रशांत कुमार शामिल हैं।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए ‘विज्ञान रत्न’ दिया गया।
- वहीं, विशेष योगदान को मान्यता देने के लिए ‘विज्ञान श्री’ दिया गया।
- केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों की तर्ज पर देश में विज्ञान पुरस्कारों की शुरुआत करते हुए जनवरी में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की शुरुआत की।
- इसमें विजेताओं को एक पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार में कोई नकद राशि नहीं दी जाती है।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पद्म पुरस्कारों और अन्य राष्ट्रीय पुरस्कारों की तर्ज पर ‘राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP)’ की शुरुआत की है।
- आरवीपी में 4 प्रकार के पुरस्कार शामिल हैं – विज्ञान रत्न पुरस्कार, विज्ञान श्री पुरस्कार, विज्ञान टीम पुरस्कार और विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर।
- विज्ञान रत्न पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में आजीवन उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देता है।
- विज्ञान श्री पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है।
- विज्ञान टीम पुरस्कार तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/नवप्रवर्तकों की टीम को दिया जाएगा, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम में काम करते हुए असाधारण योगदान दिया हो।
- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) पुरस्कार भारत में युवा वैज्ञानिकों (अधिकतम 45 वर्ष) के लिए सर्वोच्च बहुविषयक विज्ञान पुरस्कार हैं।
- VY-SSB का नाम वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के संस्थापक और निदेशक शांति स्वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है, जो भारत के एक प्रसिद्ध रसायनज्ञ थे।
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