नई दिल्ली. Pranab Mukherjee Death : देश के सबसे प्रतिष्ठित, वरिष्ठ और सम्मानित राजनेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम को निधन हो गया। प्रणब दा 21 दिन तक कई बीमारियों से लड़ रहे। वह 84 साल के थे। मुखर्जी देश के सबसे दूरदर्शी और सम्मानित नेताओं में से एक थे। 10 अगस्त को मुखर्जी को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल’ में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनकी ब्रेन सर्जरी की गई थी। वह दो बेटों और एक बेटी से बचे हैं।
लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के नेता रहे मुखर्जी सात बार सांसद रहे। अस्पताल में भर्ती होने के समय, वह कोराना वायरस से ग्रसित पाएगए थे। लंग्स में इन्फेक्शन होने के कारण उनका इलाज भी अस्पताल में किया जा रहा था। इसके कारण उन्हें रविवार को ‘सेप्टिक शॉक’ मिला। डॉक्टरों ने कहा कि शाम 4:30 बजे दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
With a Heavy Heart , this is to inform you that my father Shri #PranabMukherjee has just passed away inspite of the best efforts of Doctors of RR Hospital & prayers ,duas & prarthanas from people throughout India !
I thank all of You 🙏— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 31, 2020
प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत ने सबसे पहले उनके इस दुनिया से जाने की सूचना दी। अभिजीत मुखर्जी ने अपने ट्वीटर एकाउंट से ट्वीट किया, ‘मुझे आपको भारी मन से बताना पड़ रहा है कि मेरे पिता प्रणब मुखर्जी का कुछ समय पहले निधन हो गया।
मैं आरआर हॉस्पिटल के डॉक्टरों के उच्चतम कोशिशों और पूरे भारत देश में लोगों की प्रार्थना के लिए हाथ जोड़कर धन्यवाद करता हूं। प्रणब दा 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। देश की कई बड़ी हस्तियों ने उनकी मृत्यु पर दुख जताया।
पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास (Pranab Mukherjee Death) के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुखर्जी की मृत्यु को एक युग का अंत बताया। कोविंद ने ट्विटर पर कहा, “उन्होंने सार्वजनिक जीवन में एक महान कद हासिल किया। उन्होंने एक संत की तरह भारत माता की सेवा की। एक उल्लेखनीय बेटे के जाने से पूरा देश आहत है।
उनके परिवार, दोस्तों और सभी नागरिकों के प्रति संवेदना।” कोविंद ने कहा। , ‘असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न मुखर्जी को अपने व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का एक अनूठा संलयन था।’ जिसकी सभी राजनीतिक दलों और समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसा की गई थी।
India grieves the passing away of Bharat Ratna Shri Pranab Mukherjee. He has left an indelible mark on the development trajectory of our nation. A scholar par excellence, a towering statesman, he was admired across the political spectrum and by all sections of society. pic.twitter.com/gz6rwQbxi6
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर आज भारत दुखी है। उन्होंने देश के विकास में एक अमिट छाप छोड़ी है। वह एक उत्कृष्ट विद्वान और एक उच्चकोटि के राजनेता थे जिनकी सभी राजनीतिक दलों और समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसा की जाती थी। ‘
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
My deepest condolences to the bereaved family and friends. pic.twitter.com/zyouvsmb3V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘हमारे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर मिली। देश बहुत दुखी है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए खुद को देश से जोड़ता हूं। उनके परजिनों और मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।’