Subrata Roy Dies: बिजनेसमैन सुब्रत रॉय सहारा का मंगलवार देर रात को मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया। बता दें कि सहारा परिवार के मुखिया सुब्रत रॉय लंबे समय से गंभीर रूप से बीमार थे। उनका मुंबई के एक निजी अस्पताल में दो दिन पहले से इलाज चल रहा था। बुधवार को उनका पार्थिव शरीर लखनऊ के सहारा शहर ले जाया जाएगा, लखनऊ में ही उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
सहारा इंडिया की ओर से प्रवक्ता ने बताया कि सुब्रत रॉय सहारा मेटाबॉलिक स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से पीड़ित चल रहे थे। 14 नवंबर 2023 को रात 10.30 बजे कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गई। वह 12 नवंबर से कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (KDAH) में भर्ती थे।
गोरखपुर से की थी बिजनेस की शुरुआत
10 जून 1948 को बिहार के अररिया जिले में जन्में सुब्रत रॉय (Subrata Roy) के पिता का नाम सुधीर चंद्र रॉय और माता का नाम छवि रॉय था। प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता में हासिल करने के बाद उन्होंने गोरखपुर के एक सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। सुब्रत रॉय ने अपना पहला बिजनेस गोरखपुर से ही शुरू किया था।
सहाराश्री सुब्रत रॉय जी का निधन, अत्यंत दुःखद।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।
शोकाकुल परिजनों को ये असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो।
भावभीनी श्रद्धांजलि ! pic.twitter.com/QO6vAjriAv
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 14, 2023
सुब्रत को जो लोग करीब से जानते हैं, वे बताते हैं कि वे शुरू से ही पढ़ाई में कमजोर थे। उनका मन पढ़ने से ज्यादा दूसरी चीजों में लगता था। एक छोटे से शहर से अपना बिजनेस शुरू करने वाले इस सुब्रत रॉय ने 36 साल में अपना बिजनेस पूरी दुनिया में फैला लिया। खास बात ये है कि 1978 में सहारा शुरू करने के समय सुब्रत रॉय की जेब में सिर्फ 2000 रुपये थे।
सुब्रत को 70 के दशक से पहचानने वालों की मानें तो उस समय वह गोरखपुर में स्कूटर पर अपने बिजनेस के लिए घूमा करते थे। ये वो दौर था जब प्रतिदिन 100 रुपये कमाने वाले लोग उनके पास 20 रुपये जमा करते थे। सुब्रत रॉय के निजी जीवन की बता करें तो उन्होंने स्वप्ना रॉय से लव मैरिज की थी। सुब्रत रॉय की वाइफ स्वपना रॉय हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रेजुएट हैं। वहीं स्वपना ने ग्रेजुऐशन में BSc किया है। वे चार कम्पनियों की चीफ थीं। सुब्रत रॉय के साथ स्कूल और कॉलेज में उनके साथ पढ़ने वाले करीब 100 दोस्त भी उनके बिजनेस से जुड़े थे।
सफलता की कहानी
सुब्रत रॉय ने 1978 में सिर्फ तीन लोगों के साथ चिटफंड कारोबार कर बाद में करीब 7 अरब डॉलर की कंपनी के मालिक बनें। इनकी कंपनी ने आवास, बैंकिंग, विमानन, मनोरंजन और मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। कुछ साल पहले तक जिस कंपनी का नाम किसी ने नहीं सुना था, बाद में उनकी कंपनी ने प्राइवेट एयरलाइंस, अखबार, टीवी चैनल और कई बड़ी इमारतें बनाई। बाद में सहारा ग्रुप भारतीय क्रिकेट और हॉकी टीम का स्पॉन्सर भी बना।
सुब्रत रॉय सहारा का एंपायर वित्त, रियल एस्टेट, मीडिया और आतिथ्य जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ था। उनके सहारा समूह ने 1992 में हिंदी भाषा का समाचार पत्र राष्ट्रीय सहारा भी लॉन्च किया था। साल 1990 के दशक के अंत में पुणे के पास महत्वाकांक्षी एम्बी वैली सिटी परियोजना शुरू की और सहारा टीवी के साथ टेलीविजन क्षेत्र में प्रवेश किया। 2000 के दशक में, सहारा ने लंदन के ग्रोसवेनर हाउस होटल और न्यूयॉर्क शहर के प्लाजा होटल जैसी प्रतिष्ठित संपत्तियों के अधिग्रहण के साथ अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं।
इसके अलावा सुब्रत रॉय हर ऊंचे पद पर जाने-माने बिजनेसमैन के तौर पर जाने गए। उनके दोस्तों की लिस्ट में अंबानी से लेकर अमिताभ बच्चन और मुलायम सिंह यादव, अमर सिंह रहे। फिर सेबी की जांच में आने के बाद इनका डाउन फॉल शुरू होता चला गया।
सुब्रत रॉय जमानत चल रहे थे
कई सालों से लोगों का पैसा नहीं चुकाने को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ पटना हाई कोर्ट में केस चल रहा है। लोगों ने यह पैसा कंपनी की कई स्कीमों में निवेश किया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पटना हाईकोर्ट के गिरफ्तारी आदेश पर रोक लगा दी थी। साथ ही उनके खिलाफ आगे की किसी भी कार्रवाई को लेकर यथास्थिति बनाए रखने के भी आदेश दिए गए हैं। सुब्रत रॉय के खिलाफ ऐसा ही मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। वह जमानत पर चल रहे थे। वहीं निवेशकों के पैसे की वापसी को लेकर सहारा इंडिया का दावा है कि उन्होंने पूरी रकम सेबी के पास जमा कर दी है।
दोनो बेटों की शादी में खर्च किए थे 500 करोड़ रुपए, बच्चन परिवार नाचा था बारात में
करोड़पति बिजनेसमैन सुब्रत रॉय ने दोनों बेटों की शादी साल 2004 में शाही अंदाज में की थी। इतनी बड़ी हस्तियां एक जगह एक साथ उन दिनों कम ही नजर आती थी। इस शादी में क्रिकेटर, फिल्मी सितारे, बड़े नेता और बड़े बिजनेसमैन सभी लखनऊ में जमा हुए थे।
उनके मेहमानों की लिस्ट में प्रधानमंत्री वाजपेयी, अमिताभ बच्चन का परिवार , शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय (उस दौरान ऐश्वर्या राय बच्चन परिवार की बहु नहीं बनीं थी ) , सौरभ गांगुली, सचिन तेंदुलकर समेत करीब 11 हजार लोग शामिल हुए थे।
शादी के कार्ड पर थीं मैग्नेटिक चिप
एक इंडियन अखबार ने शादी का ब्योरा देते हुए लिखा था कि इंतजाम ऐसे थे कि ”एक राजा भी शर्मा जाता।” शादी के कार्ड में मैग्नेटिक चिप लगी थी जिससे बिन बुलाए मेहमान अंदर नहीं आ सकते थे। कार्ड तभी खुलता थ जब कार्ड गेट पर लगे स्कैनर के सामने रखा जाता था ।
ऐश्वर्या राय भी हुईं थी शरीक
ऐश्वर्या अपने परिवार के साथ लखनऊ शादी अटैंड करने पहुंचीं थी। उस वक्त ऐश्वर्या राय बच्चन परिवार की बहू नहीं बनीं थी। वीआईपी लोगों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
मेहमानों के लिए उड़े थे विशेष विमान
लखनऊ के सभी बड़े होटलों में कमरे बुक हुए थे। इनमें राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और सितारों को ठहराया गया था। इसके अलावा सहारा विमानों ने भारत के अलग-अलग शहरों से मेहमानों को लाने के लिए 27 विशेष उड़ानें भरी थी।
भोजन तैयार करने के लिए 50 विशेषज्ञ शेफ लगाए गए थे। ये भारतीय, चीनी, इतालवी और मैक्सिकन व्यंजन तैयार करने वाले शैफ थे। मेहमानों के एंटरटेन्मेंट के लिए लंदन के फेमस म्यूजकल ग्रुप और टॉप बॉलीवुड कोरियोग्राफरों की एक टीम को भेजा था।
इस पूरे म्यूजिकल ईव को एमटीवी के कई मशहूर डीजे ने होस्ट किया था। वहीं पंडाल को सजाने की जिम्मेदारी बॉलीवुड के एक मशहूर आर्ट डायरेक्टर को दी गई थी। शादी की शूटिंग की मशहूर फिल्म निर्देशक राजकुमार संतोषी ने संभाली थी।
इस शादी के चलते उन दिनों मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री का नाम तीन-चार दिनों के लिए ठप हो गया था, क्योंकि ज्यादातर सितारे इस शादी को ही अटैंड करने पहुंचे थे।
वहीं इस शादी के पर सहारा ग्रुप ने 101 और शादियां आयोजित करने की घोषणा भी की थी। वहीं सुब्रत रॉय ने देश के करीब 14 लाख गरीबों को खाना खिलाने का वादा किया था।
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